ETV Bharat / international

थाईलैंड की होली है "सोंगक्रान" पर्व - Peace And Prosperity

थाईलैंड में "सोंगक्रान" पर्व को नया साल के तौर पर मनाया जाता है.. यह गर्मी के मौसम में पड़ने वाला त्यौहार है. इस पर्व की सबसे खास बात यह है कि लोग पिचकारी में पानी भरकर एक दूसरे पर फेंकते हैं. इस उत्सव को बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है. यह भारत में मनाए जाने वाले होली पर्व से काफी मिलता जुलता है.

थाईलैंड में जल महोत्सव
author img

By

Published : Apr 13, 2019, 3:15 PM IST

बैंकाक: थाईलैंड का वार्षिक सोंगक्रान उत्सव शनिवार को शुरू हुआ. यह उत्सव एक दूसरे पर पानी की बौछार करने के लिए जाना जाता है. यहां के लोग इस त्यौहार को हर साल की तरह इस साल भी बेहद पारंपरिक तरीके से मना रहे हैं. बंदूक के आकार वाली पिचकारी में पानी भरकर लोग एक दूसरे पर पानी उड़ेलकर त्यौहार मनाने का यहां अपना एक अलग ही रंग है. सोंगक्रान थाईलैंड का महत्वपूर्ण पर्व है.

थाईलैंड में जल महोत्सव

तीन दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में लोग सड़कों पर बंदूक जैसी दिखने वाली पिचकारियां लेकर एक दूसरे पर पानी का बौछार करते हैं. इसी दौरान एतिहात के तौर पर कुछ समय के लिए सड़कों पर वाहनों का परिचालन रोक दिया जाता है. इसके बाद लोग यहां नाच-गाने का आयोजन कर इस उत्सव को मनाते हैं.

पढ़े- भारत अमेरिका रिश्ते मजबूत करने के लिए लाया गया विधेयक

सबसे अच्छी बात तो यह है कि सोंगक्रान उत्सव गर्मी के मौसम में मनाया जाता है और लोग इस त्यौहार का लुत्फ उठाते हैं.जब थाईलैंड में पारा 40 डिग्री पहुंचता है तब इस उत्सव को मनाया जाता है. इस पर्व को बुढ़े, जवान, बच्चे हर तबके के लोग मनाते हैं. गर्मी में जल की शीतलता त्यौहार में चार चांद लगा देती है.

थाईलैंड के ज्यादातर लोग होली की तरह ही मनाए जाने वाले सोंगक्रान (पानी का त्योहार) के अवसर पर अपने गांव या पैतृक प्रांत जाते हैं. इस अवसर पर लोग आने-जाने वालों पर ठंडा पानी फेंकते हैं.

बैंकाक: थाईलैंड का वार्षिक सोंगक्रान उत्सव शनिवार को शुरू हुआ. यह उत्सव एक दूसरे पर पानी की बौछार करने के लिए जाना जाता है. यहां के लोग इस त्यौहार को हर साल की तरह इस साल भी बेहद पारंपरिक तरीके से मना रहे हैं. बंदूक के आकार वाली पिचकारी में पानी भरकर लोग एक दूसरे पर पानी उड़ेलकर त्यौहार मनाने का यहां अपना एक अलग ही रंग है. सोंगक्रान थाईलैंड का महत्वपूर्ण पर्व है.

थाईलैंड में जल महोत्सव

तीन दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में लोग सड़कों पर बंदूक जैसी दिखने वाली पिचकारियां लेकर एक दूसरे पर पानी का बौछार करते हैं. इसी दौरान एतिहात के तौर पर कुछ समय के लिए सड़कों पर वाहनों का परिचालन रोक दिया जाता है. इसके बाद लोग यहां नाच-गाने का आयोजन कर इस उत्सव को मनाते हैं.

पढ़े- भारत अमेरिका रिश्ते मजबूत करने के लिए लाया गया विधेयक

सबसे अच्छी बात तो यह है कि सोंगक्रान उत्सव गर्मी के मौसम में मनाया जाता है और लोग इस त्यौहार का लुत्फ उठाते हैं.जब थाईलैंड में पारा 40 डिग्री पहुंचता है तब इस उत्सव को मनाया जाता है. इस पर्व को बुढ़े, जवान, बच्चे हर तबके के लोग मनाते हैं. गर्मी में जल की शीतलता त्यौहार में चार चांद लगा देती है.

थाईलैंड के ज्यादातर लोग होली की तरह ही मनाए जाने वाले सोंगक्रान (पानी का त्योहार) के अवसर पर अपने गांव या पैतृक प्रांत जाते हैं. इस अवसर पर लोग आने-जाने वालों पर ठंडा पानी फेंकते हैं.

RESTRICTION SUMMARY: AP CLIENTS ONLY
SHOTLIST:
ASSOCIATED PRESS - AP CLIENTS ONLY
Bangkok - 13 April 2019
1. Wide of Bangkok street filled with revellers armed with water guns
2. Various of revellers embroiled in water fights
3. Mid of group of young Thai girls
4. Mid of Bangkok street
5. Various of locals and tourists embroiled in water fights
6. Wide of Bangkok street during festivities
STORYLINE:
Thailand's annual Songkran festival began on Saturday, bringing the infamous water fights to the streets of Bangkok.
Locals and tourists, armed with water guns, delighted in dousing anyone in sight, marking the start of the Buddhist New Year.
The three-day holiday sees thousands of people taking to the streets armed with supersoakers and other water guns, with some areas being closed off to traffic so street parties can be held with loud music and dancing.
Splashing water traditionally serves as a symbol of cleansing and washing away the sins of the old year.
The New Year - known in Thailand as "Songkran" - falls at the hottest time of the year.
With temperatures often creeping towards 40 degrees Celsius (104 Fahrenheit) in most of the country at this time of year, the water fight is seen by many as a welcome way to keep cool.
Though popular with younger people, many older Thais and visitors dislike the air of sustained anarchy that modern-day Songkran brings, with soakings doled out to everyone who ventures out - whether they like it or not.
===========================================================
Clients are reminded:
(i) to check the terms of their licence agreements for use of content outside news programming and that further advice and assistance can be obtained from the AP Archive on: Tel +44 (0) 20 7482 7482 Email: info@aparchive.com
(ii) they should check with the applicable collecting society in their Territory regarding the clearance of any sound recording or performance included within the AP Television News service
(iii) they have editorial responsibility for the use of all and any content included within the AP Television News service and for libel, privacy, compliance and third party rights applicable to their Territory.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.