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उत्तर कोरिया की जमीन पर कदम रखने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बने ट्रंप - north korea

वियतनाम शिखर वार्ता न हो पाने के बाद ट्रंप अब पहली बार उत्तर कोरिया का दौरा करने वाले पहले अमरीकी राष्ट्रपति बन चुके हैं. जानें किम जोंग के साथ हुई मुलाकात में ट्रंप ने क्या कुछ कहा....

उत्तर कोरिया पहुंचे राष्ट्रपति ट्रंप
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Published : Jun 30, 2019, 9:59 PM IST

Updated : Jun 30, 2019, 11:47 PM IST

पनमुनजोमः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारी सुरक्षा के बीच उत्तर-कोरियाई नेता किम जोंग-उन से मुलाकात की.

किंग के साथ ट्रंप की यह मुलाकात भारी सुरक्षा के बीच असैन्यीकृत क्षेत्र में हुई.

राष्ट्रपति ट्रंप उत्तर कोरिया के साथ परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत करने में सहमत हुए.

किम जोंग से मिले राष्ट्रपति ट्रंप, देखें वीडियो

आपको बता दें, इससे पहले वियतनाम में दोनों देशों के बीच शिखर वार्ता ना हो पाने के बाद पहली बार दोनों देशों के नेताओं ने आमने सामने बातचीत की.

बैठक के बाद ट्रंप ने घोषणा की कि दोनों देश आगामी हफ्ते में बातचीत करने पर सहमत हुए हैं.

लेकिन इस वार्ता के भविष्य और उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु हथियारों का जखीरा खत्म करने को लेकर संदेह अब भी बरकरार है.

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राष्ट्रपति ट्रंप का ट्वीट

इस ऐतिहासिक क्षण के दौर में ट्रंप उत्तर और दक्षिण कोरिया को अलग करने वाली कंक्रीट की सीमा पर पहुंचे, जहां किम उनका स्वागत करने आए और फिर दोनों ने हाथ मिलाया.

ट्रंप के स्वागत के बाद दोनों ने साथ में उत्तर कोरिया की ओर रुख किया.

ट्रंप के उत्तर कोरियाई जमीन पर कदम रखते ही किम ने तालियां बजाई और फिर एक बार दोनों ने हाथ मिलाया साथ ही तस्वीरें भी खींचवाई.

इसके बाद दोनों फिर दक्षिण कोरिया की ओर बढ़े, जहां उन्होंने फ्रीडम हाउस में बैठक की.

ट्रंप ने किम से कहा 'मैं सरहद के पार (उत्तर कोरिया में) कदम रख सम्मानित हूं. विश्व के लिए यह एक महान क्षण है और यहां आना मेरे लिए सम्मान की बात है.'

किम ने इस पल की सराहना करते हुए कहा, मेरा मानना है कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण अतीत को खत्म करने और एक नया भविष्य को बनाने की उनकी इच्छा की अभिव्यक्ति है.

किम ने कहा कि वे शनिवार को ट्रंप की ओर से मिले आमंत्रण से हैरान थे.

बता दें, ट्रंप ने कल ही अचानक इस दौरे की जानकारी ट्विटर पर दी थी.

पढ़ेंः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किम जोंग-उन से की मुलाकात

ट्रंप ने पहले दो मिनट के लिए मुलाकात करने की बात कही थी लेकिन यह बैठक 50 मिनट तक चली.

ट्रंप ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा, कि उत्तर कोरिया पर आर्थिक प्रतिबंध जारी रहेंगे, लेकिन उत्तर कोरिया को रियायत ना देने के प्रशासन के पिछले फैसले को बदले जाने की उम्मीद दिखी. उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान ऐसा हो सकता है.

इस दौरान ट्रंप ने पत्रकारों से उत्तर कोरिया के नेता को व्हाइट हाउस आमंत्रित करने की बात भी कही.

उन्होंने कहा मैं उन्हें जल्द ही आमंत्रित करूंगा.

राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि अमेरिका और उत्तर कोरिया के दल 'अगले दो या तीन सप्ताह में उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत शुरू करेंगे.'

इससे पहले आब्जर्वेशन पोस्ट ओहलेट (सैन्य चौकी) पर ट्रम्प ने हनोई में फरवरी में बेनतीजा रही शिखर वार्ता की ओर इशारा करते हुए कहा था, बस हाथ मिलाकर एक दूसरे का अभिवादन करेंगे क्योंकि हम वियतनाम के बाद से मिले नहीं हैं.'

ट्रंप ने कहा कि स्थिति पहले काफी खतरनाक थी लेकिन हमारी पहली शिखर वार्ता के बाद सारा खतरा टल गया है.

पनमुनजोमः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारी सुरक्षा के बीच उत्तर-कोरियाई नेता किम जोंग-उन से मुलाकात की.

किंग के साथ ट्रंप की यह मुलाकात भारी सुरक्षा के बीच असैन्यीकृत क्षेत्र में हुई.

राष्ट्रपति ट्रंप उत्तर कोरिया के साथ परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत करने में सहमत हुए.

किम जोंग से मिले राष्ट्रपति ट्रंप, देखें वीडियो

आपको बता दें, इससे पहले वियतनाम में दोनों देशों के बीच शिखर वार्ता ना हो पाने के बाद पहली बार दोनों देशों के नेताओं ने आमने सामने बातचीत की.

बैठक के बाद ट्रंप ने घोषणा की कि दोनों देश आगामी हफ्ते में बातचीत करने पर सहमत हुए हैं.

लेकिन इस वार्ता के भविष्य और उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु हथियारों का जखीरा खत्म करने को लेकर संदेह अब भी बरकरार है.

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राष्ट्रपति ट्रंप का ट्वीट

इस ऐतिहासिक क्षण के दौर में ट्रंप उत्तर और दक्षिण कोरिया को अलग करने वाली कंक्रीट की सीमा पर पहुंचे, जहां किम उनका स्वागत करने आए और फिर दोनों ने हाथ मिलाया.

ट्रंप के स्वागत के बाद दोनों ने साथ में उत्तर कोरिया की ओर रुख किया.

ट्रंप के उत्तर कोरियाई जमीन पर कदम रखते ही किम ने तालियां बजाई और फिर एक बार दोनों ने हाथ मिलाया साथ ही तस्वीरें भी खींचवाई.

इसके बाद दोनों फिर दक्षिण कोरिया की ओर बढ़े, जहां उन्होंने फ्रीडम हाउस में बैठक की.

ट्रंप ने किम से कहा 'मैं सरहद के पार (उत्तर कोरिया में) कदम रख सम्मानित हूं. विश्व के लिए यह एक महान क्षण है और यहां आना मेरे लिए सम्मान की बात है.'

किम ने इस पल की सराहना करते हुए कहा, मेरा मानना है कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण अतीत को खत्म करने और एक नया भविष्य को बनाने की उनकी इच्छा की अभिव्यक्ति है.

किम ने कहा कि वे शनिवार को ट्रंप की ओर से मिले आमंत्रण से हैरान थे.

बता दें, ट्रंप ने कल ही अचानक इस दौरे की जानकारी ट्विटर पर दी थी.

पढ़ेंः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किम जोंग-उन से की मुलाकात

ट्रंप ने पहले दो मिनट के लिए मुलाकात करने की बात कही थी लेकिन यह बैठक 50 मिनट तक चली.

ट्रंप ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा, कि उत्तर कोरिया पर आर्थिक प्रतिबंध जारी रहेंगे, लेकिन उत्तर कोरिया को रियायत ना देने के प्रशासन के पिछले फैसले को बदले जाने की उम्मीद दिखी. उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान ऐसा हो सकता है.

इस दौरान ट्रंप ने पत्रकारों से उत्तर कोरिया के नेता को व्हाइट हाउस आमंत्रित करने की बात भी कही.

उन्होंने कहा मैं उन्हें जल्द ही आमंत्रित करूंगा.

राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि अमेरिका और उत्तर कोरिया के दल 'अगले दो या तीन सप्ताह में उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत शुरू करेंगे.'

इससे पहले आब्जर्वेशन पोस्ट ओहलेट (सैन्य चौकी) पर ट्रम्प ने हनोई में फरवरी में बेनतीजा रही शिखर वार्ता की ओर इशारा करते हुए कहा था, बस हाथ मिलाकर एक दूसरे का अभिवादन करेंगे क्योंकि हम वियतनाम के बाद से मिले नहीं हैं.'

ट्रंप ने कहा कि स्थिति पहले काफी खतरनाक थी लेकिन हमारी पहली शिखर वार्ता के बाद सारा खतरा टल गया है.

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NKOREA-KIM-LDALL TRUMP
Trump steps into North Korea in historic first
(Eds: Updates with departure, adds quotes )
         Panmunjom, Jun 30 (AFP) Donald Trump stepped onto North Korean soil in a historic first Sunday as he met Pyongyang's leader Kim Jong Un in a moment of high diplomatic drama on the world's last Cold War frontier.
         Moments after becoming the only sitting US president to set foot inside North Korea, Trump brought Kim back over the dividing line for a meeting where they agreed to start working-level talks on Pyongyang's nuclear weapons.
         Trump also said he had invited the young leader to the White House "anytime he wants to do it".
         "It was an honour that you asked me to step over that line, and I was proud to step over the line," he told Kim.
         As they sat down for discussions, Kim said their "handshake of peace" in a location that was "the symbol of the division of north and south" showed that "we are willing to put the past behind us." The impromptu meeting in the DMZ -- after Trump issued an invitation on Twitter on Saturday -- came with negotiations between Pyongyang and Washington at a deadlock.
         Their first summit took place in a blaze of publicity in Singapore last year but produced only a vaguely worded pledge about denuclearisation. A second meeting in Vietnam in February intended to put flesh on those bones broke up without agreement.
         Contact between the two sides has since been minimal -- with Pyongyang issuing frequent criticisms of the US position -- but the two leaders exchanged a series of letters before Trump issued his offer to meet at the DMZ.
         Trump's entry onto North Korean soil -- which he said was uncertain until the last moment -- is an extraordinary sequel to the scene at Kim's first summit with Moon Jae-in last year, when the young leader invited the South Korean president to walk over the Military Demarcation Line, as the border is officially known.
         A Kim trip to Washington would be even more spectacular, although Trump said the visit would happen "at the right time."
          Moon seized on last year's Winter Olympics to broker the process between Pyongyang and Washington, after tensions soared in 2017 as the North carried out multiple missile launches and its biggest nuclear test to date, while Trump and Kim traded mutual insults and threats of war.
         The significance of the meeting in the no-man's-land splitting the peninsula -- where the two sides and their allies fought each other to a standstill in the 1950-53 Korean War -- was "obvious", said Stimson Centre Asia analyst David Kim.
         "It's historic for Trump to be the first US President enter North Korea soil, historic for Moon to meet, albeit briefly, with both leaders." The meeting had the "potential to kick-start stalled negotiations", he told AFP, but added that working-level discussions would be crucial.
         "What we need is substance, not theatrics." The Hanoi summit foundered on disagreements over what the North -- which has carried out six nuclear tests and developed missiles capable of reaching the entire US mainland -- would be willing to give up in exchange for relief from sanctions that have hobbled its economy.
         Soo Kim, a former CIA analyst now with RAND Corporation, said the North's "gravitational force has pulled Trump across the DMZ", calling it an "alluring elixir of wile, threatening rhetoric, stalling, and dangling of the remote possibility of resuming dialogue".
         Such a meeting has long been sought by the North, but "Kim didn't have to lift a finger to get Trump to cross the DMZ", she added. "It was, in all appearances, by Trump's volition." The DMZ has been a regular stop for US presidents visiting the South, a security ally -- although Trump's helicopter was forced to turn back by fog in 2017 -- while Panmunjom saw the first two summits between Moon and Kim last year.
"This was a great day," the US president said before flying out on Air Force One.
         "This was a very legendary, very historic day." (AFP)
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Last Updated : Jun 30, 2019, 11:47 PM IST
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