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भारत से लौटने वाले ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों पर यात्रा पाबंदी हटाई जाएगी : मॉरिसन

प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित भारत से लौटने वाले ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों पर प्रतिबंध अगले शनिवार को हटाया जाएगा. उसी दिन डार्विन शहर में नागरिकों को स्वदेश लेकर आने वाला पहला विमान पहुंचेगा.

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Published : May 7, 2021, 3:10 PM IST

मेलबर्न : ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने इतिहास में पहली बार हाल ही में स्वदेश लौटने से पहले भारत में 14 दिन तक का वक्त बिताने वाले अपने नागरिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है. इस प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर सरकार ने पांच साल कैद या 50,899 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाने की चेतावनी दी है.

कई सांसदों, डॉक्टरों, सिविल सोसायटी और कारोबारियों ने इस कदम की आलोचना की थी. इस मामले पर सरकार के आदेश की अवधि 15 मई को समाप्त हो जाएगी. राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की शुक्रवार को हुई बैठक के बाद मॉरिसन ने इस पर सहमति जताई कि इस अवधि को और बढ़ाने की जरूरत नहीं है.

ऑस्ट्रेलिया 15 मई से 31 मई के बीच नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए तीन विमानों को भेजेगा. पहला विमान 15 मई को डार्विन पहुंचेगा. भारत से सीधी वाणिज्यिक उड़ानों पर अब भी प्रतिबंध है. ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि हम भारत से लोगों को लाने के लिए पहला विमान भेजने की तैयारी कर रहे हैं.

उन्होंने राष्ट्रीय मंत्रिमंडल की ताजा बैठक के बाद कहा कि इसमें सबसे पहले उन 900 लोगों को लाया जाएगा जो अधिक परेशानी में हैं. मॉरिसन ने कहा कि विमानों में ऑस्ट्रेलिया के चालक दल के सदस्य सवार होंगे और उन्हें रवाना होने से पहले रैपिड एंटीजन जांच करानी होगी.

उन्होंने बताया कि इस महीने के अंत तक तीन विमान डार्विन में पहुंचेंगे जबकि भारत से क्वींसलैंड, न्यू साउथ वेल्स और विक्टोरिया में भी विमान पहुंचेंगे यानी कि संभवत: छह विमान आएंगे. मॉरिसन ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत से आने वाले विमानों पर तीन हफ्ते की रोक से पृथक केंद्रों में कोविड-19 संक्रमण की दर कम हुई है.

उन्होंने कहा कि हमने पहले ही भारत से करीब 20,000 ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों की वापसी की व्यवस्था की है और यह बड़ा काम रहा है. 15 मई को यह काम फिर से शुरू होगा. ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सबकुछ ऑस्ट्रेलिया में कोविड-19 की तीसरी लहर रोकने के लिए किया गया.

मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार मॉरिसन शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात करेंगे कि ऑस्ट्रेलिया किस तरह सहायता कर सकता है. मॉरिसन ने कहा कि मैं खासतौर से ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के हमारे ऑस्ट्रेलियाई समुदाय का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. आस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय का उनके धैर्य के लिए शुक्रिया अदा करता हूं. मैं हमें समझने के लिए उनका धन्यवाद करता हूं.

उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि वे इसका स्वागत करेंगे कि एक बार फिर से नागरिकों को स्वदेश लाने वाले विमान उड़ान भरेंगे. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार भारत में अभी 9,000 ऑस्ट्रेलियाई नागरिक स्वदेश लौटना चाहते हैं. इस बीच ऑस्ट्रेलिया के मुख्य चिकित्सा अधिकारी भारत से यात्रा निलंबित रखने की सलाह पर अडिग हैं.

यह भी पढ़ें-'देश में कोरोना की सुनामी के लिए विधानसभा चुनाव और धार्मिक त्योहार जिम्मेदार'

एबीसी न्यूज के अनुसार कई ऑस्ट्रेलियाई भारत से श्रीलंका चले गए हैं. संघीय सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए श्रीलंका सरकार के साथ काम कर रही है कि ऑस्ट्रेलिया आने के लिए विमानों में सवार होने वाले लोग कोरोना वायरस से संक्रमित न होने की जांच रिपोर्ट दिखाए.

मेलबर्न : ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने इतिहास में पहली बार हाल ही में स्वदेश लौटने से पहले भारत में 14 दिन तक का वक्त बिताने वाले अपने नागरिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है. इस प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर सरकार ने पांच साल कैद या 50,899 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाने की चेतावनी दी है.

कई सांसदों, डॉक्टरों, सिविल सोसायटी और कारोबारियों ने इस कदम की आलोचना की थी. इस मामले पर सरकार के आदेश की अवधि 15 मई को समाप्त हो जाएगी. राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की शुक्रवार को हुई बैठक के बाद मॉरिसन ने इस पर सहमति जताई कि इस अवधि को और बढ़ाने की जरूरत नहीं है.

ऑस्ट्रेलिया 15 मई से 31 मई के बीच नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए तीन विमानों को भेजेगा. पहला विमान 15 मई को डार्विन पहुंचेगा. भारत से सीधी वाणिज्यिक उड़ानों पर अब भी प्रतिबंध है. ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि हम भारत से लोगों को लाने के लिए पहला विमान भेजने की तैयारी कर रहे हैं.

उन्होंने राष्ट्रीय मंत्रिमंडल की ताजा बैठक के बाद कहा कि इसमें सबसे पहले उन 900 लोगों को लाया जाएगा जो अधिक परेशानी में हैं. मॉरिसन ने कहा कि विमानों में ऑस्ट्रेलिया के चालक दल के सदस्य सवार होंगे और उन्हें रवाना होने से पहले रैपिड एंटीजन जांच करानी होगी.

उन्होंने बताया कि इस महीने के अंत तक तीन विमान डार्विन में पहुंचेंगे जबकि भारत से क्वींसलैंड, न्यू साउथ वेल्स और विक्टोरिया में भी विमान पहुंचेंगे यानी कि संभवत: छह विमान आएंगे. मॉरिसन ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत से आने वाले विमानों पर तीन हफ्ते की रोक से पृथक केंद्रों में कोविड-19 संक्रमण की दर कम हुई है.

उन्होंने कहा कि हमने पहले ही भारत से करीब 20,000 ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों की वापसी की व्यवस्था की है और यह बड़ा काम रहा है. 15 मई को यह काम फिर से शुरू होगा. ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सबकुछ ऑस्ट्रेलिया में कोविड-19 की तीसरी लहर रोकने के लिए किया गया.

मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार मॉरिसन शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात करेंगे कि ऑस्ट्रेलिया किस तरह सहायता कर सकता है. मॉरिसन ने कहा कि मैं खासतौर से ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के हमारे ऑस्ट्रेलियाई समुदाय का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. आस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय का उनके धैर्य के लिए शुक्रिया अदा करता हूं. मैं हमें समझने के लिए उनका धन्यवाद करता हूं.

उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि वे इसका स्वागत करेंगे कि एक बार फिर से नागरिकों को स्वदेश लाने वाले विमान उड़ान भरेंगे. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार भारत में अभी 9,000 ऑस्ट्रेलियाई नागरिक स्वदेश लौटना चाहते हैं. इस बीच ऑस्ट्रेलिया के मुख्य चिकित्सा अधिकारी भारत से यात्रा निलंबित रखने की सलाह पर अडिग हैं.

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एबीसी न्यूज के अनुसार कई ऑस्ट्रेलियाई भारत से श्रीलंका चले गए हैं. संघीय सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए श्रीलंका सरकार के साथ काम कर रही है कि ऑस्ट्रेलिया आने के लिए विमानों में सवार होने वाले लोग कोरोना वायरस से संक्रमित न होने की जांच रिपोर्ट दिखाए.

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