हांगकांग: हांगकांग में हिंसक अशांति के नाटकीय रूप से बढ़ने के मद्देनजर पुलिस की गोलीबारी में एक किशोर प्रदर्शनकारी की मौत हो गई. इस घटना के बाद प्रदर्शनकारियों भड़क गए. उन्होंने अचानक हर जगह रैलियों का आयोजन किया. बता दें, हांगकांग में पिछले कई महीनों से प्रदर्शन जारी है.
कार्यालय के कर्मचारियों समेत हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी एक उद्यान में एकत्रित हुए और शहर के व्यावसायिक इलाके से होते हुए मार्च की शुरुआत की तथा पुलिस एवं सरकार विरोधी नारे लगाये. इस रैली के लिये प्रशासन से मंजूरी नहीं ली गयी थी.
इससे कुछ देर पहले सैकड़ों छात्रों ने पुलिस की गोली का शिकार हुए 18 वर्षीय सांग ची-किन के स्कूल में धरना दिया. सांग पर आरोप है कि उसने और नकाबपोश प्रदर्शनकारियों के समूह ने अधिकारियों पर छातों और डंडों से हमला किया था.
करीब चार महीने से जारी प्रदर्शन में बढ़ते लोकतंत्र समर्थक हिंसक प्रदर्शनों में यह पहला मौका है जब प्रदर्शनकारियों को गोलियों का सामना करना पड़ा.
पढ़ें-हांगकांग की सड़कें युद्धक्षेत्र में तब्दील, प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प
गोलीबारी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
पुलिस का कहना है कि राष्ट्रीय दिवस के दिन हुए संघर्ष में 25 अधिकारी घायल हो गये. इनमें से कुछ प्रदर्शनकारियों द्वारा फेंके गये तरल रासायनिक पदार्थ के कारण झुलस गये हैं. इससे कुछ पत्रकार भी घायल हो गये.
अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को 70 से अधिक लोगों को भर्ती कराया गया. पुलिस ने दिन भर में 160 लोगों को गिरफ्तार किया.
रविवार को पुलिस के साथ हुए संघर्ष के मामले में बुधवार को 96 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया, जिन पर अदालत के दस्तावेजों के मुताबिक दंगे का आरोप लगाया गया है. इनकी उम्र 14 साल से लेकर 39 साल के बीच है.
हांगकांग ने मंगलवार को साल के सबसे भीषण राजनीतिक संघर्ष का सामना किया, जब चीन कम्युनिस्ट पार्टी के शासन के 70 साल पूरा होने का जश्न मना रहा था. इसके उपलक्ष्य में बीजिंग में विशाल सैन्य परेड का आयोजन हुआ था.
पढ़ें-हांगकांग में रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प
अपराधियों को चीन प्रत्यर्पित किये जाने की अनुमति संबंधी योजना के कारण हांगकांग में प्रदर्शन हो रहे थे, हालांकि इस योजना को अब खत्म कर दिया गया है.