इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संघीय कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता की. बैठक के दौरान पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के नए महानिदेशक की नियुक्ति का मामला छाया रहा. जियो न्यूज ने यह जानकारी दी.
बैठक के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कैबिनेट सदस्यों को विश्वास में लिया. इमरान खान ने कैबिनेट सदस्यों को बताया कि मीडिया ने मामले को गलत तरीके से घुमाने की कोशिश की है.
गौरतलब है कि इस्लामाबाद हाल के दिनों में नए आईएसआई डीजी लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम की नियुक्ति के लिए एक अधिसूचना जारी करने में प्रधानमंत्री कार्यालय में देरी को लेकर तेज अटकलों का शिकार हो गया है. बैठक के बाद संघीय सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि बैठक के दौरान इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के नए महानिदेशक की नियुक्ति के मुद्दे पर चर्चा हुई.
'डॉन' की खबर के मुताबिक चौधरी ने कहा कि इमरान खान और पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के बीच 'आदर्श' नागरिक-सैन्य संबंध हैं और वे दोनों कभी भी ऐसा कोई कदम नहीं, उठाते जिससे एक-दूसरे का 'अपमान' हो. मंत्री ने कहा कि आईएसआई के महानिदेशक को नियुक्त करने का अधिकार प्रधानमंत्री के पास है और इस उद्देश्य के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा.
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उन्होंने कहा कि नए आईएसआई महानिदेशक की नियुक्ति में कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा, जिसके लिए दोनों (जनरल बाजवा और प्रधानमंत्री खान) सहमत हैं.चौधरी ने कहा कि इमरान खान और सेना प्रमुख ने इस मामले पर चर्चा करने के लिए कल रात मुलाकात की थी.
फ्राइडे टाइम्स ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में बताया कि यह उल्लेख करना महत्वपूर्ण है कि आईएसआई डीजी की पोस्टिंग के मुद्दे पर सोशल मीडिया पर नागरिक और सैन्य नेतृत्व के बीच एक कथित गतिरोध की खबरें हैं.
इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने 6 अक्टूबर को एक बयान जारी कर नई पोस्टिंग और तबादलों की घोषणा की थी. ISI के महानिदेशक की पोस्टिंग की अभी पीएम कार्यालय द्वारा पुष्टि नहीं की गई है. घटनाक्रम से जुड़े अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि नई पोस्टिंग की पुष्टि में देरी एक प्रक्रियात्मक मामला है, जिसे जल्द ही सुलझाया जा सकता है.
(आईएएनएस)