जकार्ता : इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर आधी रात के बाद आए तेज भूकंप के कारण हुए भूस्खलन में करीब 34 लोगों की मौत हौ गई. करीब 600 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. 6.2 की तीव्रता वाले भूकंप में बड़ी संख्या में घरों को नुकसान पहुंचा है. ढह चुके घरों और इमारतों के मलबे में कई लोगों के फंसे होने की सूचना है.अधिकारी अभी भी प्रभावित क्षेत्रों में हताहतों और नुकसान के बारे में जानकारी जुटा रहे थे.
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक भूकंप का केंद्र पश्चिम सुलावेसी प्रांत के ममूजू जिले के दक्षिण में 36 किलोमीटर (22 मील) की दूरी और 18 किमी की गहराई पर केंद्रित था. इसी क्षेत्र में गुरुवार को समुद्र के अंदर 5.9 की तीव्रता का भूकंप आया था.
बचाव दल ने कहा कि ढह गई इमारतों में फंसे लोगों को बचाने की कोशिश जारी है. इंडोनेशियाई आपदा एजेंसी ने कहा कि ममूजू में बचाव दल ने मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 होने की जानकारी दी है. ढह गए घरों और इमारतों के मलबे में फंसे 26 शवों को निकाल लिया गया है.
राष्ट्रीय आपदा शमन एजेंसी की ओर से जारी एक वीडियो में एक बच्ची मकान के मलबे में फंसी और मदद की गुहार लगाती नजर आई. बच्ची यह भी कह रही थी कि उसकी मां जिंदा है लेकिन बाहर नहीं निकल पा रही. वहीं, बचावकर्मियों ने उससे कहा कि वह उसकी मदद करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
एजेंसी ने एक बयान में कहा कि पड़ोसी जिले माजू में आठ लोग मारे गए और 637 अन्य घायल हो गए. टीवी चैनलों की खबर के अनुसार भूकंप से एक अस्पताल का हिस्सा ढह गया और मरीजों को बाहर अस्थायी तंबुओं में पहुंचाया गया.
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लगभग 15,000 लोगों को जिले में अस्थायी जगहों पर ठहराया गया है. भूकंप के बाद से कई क्षेत्रों में बिजली और फोन की सेवा बाधित हुई है.
राष्ट्रपति जोको विडोडो ने टेलीविजन के जरिए देश को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने सामाजिक मंत्री, सेना, पुलिस और आपदा एजेंसी के प्रमुखों को जल्द राहत के कदम उठाने तथा बचाव अभियान चलाने के लिए कहा है.