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कोविड से जान गंवाने वाले व्यक्ति के बेटे ने की डब्ल्यूएचओ की टीम से मिलने की मांग

चीन में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले व्यक्ति के बेटे ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम से मिलने की मांग की है. डब्ल्यूएचओ की एक टीम चीन के वुहान पहुंची है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jan 26, 2021, 7:38 PM IST

वुहान : चीन में कोरोना वायरस संक्रमण से जान गंवाने वाले एक व्यक्ति के बेटे ने महामारी फैलाने वाले विषाणु के उत्पत्ति स्थल का पता लगाने चीन के वुहान शहर पहुंची डब्ल्यूएचओ की टीम से मिलने की मांग है.

व्यक्ति ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विशेषज्ञों की टीम को उन प्रभावित परिवारों से मिलना चाहिए जिनका आरोप है कि चीन सरकार उनकी आवाज दबा रही है.

चीन ने महीनों तक चली बातचीत के बाद डब्ल्यूएचओ की टीम को वुहान शहर आने की अनुमति दी है जहां से कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत हुई थी.

बीजिंग ने ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है कि इन विशेषज्ञों को साक्ष्य जुटाने या प्रभावित परिवारों से मिलने की अनुमति दी जाएगी. इसने सिर्फ इतना कहा है कि टीम चीनी वैज्ञानिकों के साथ विचारों का आदान-प्रदान कर सकती है.

डब्ल्यूएचओ की टीम से मिलने की मांग करने वाले झांग हाइ ने कहा, मैं उम्मीद करता हूं कि डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञ झूठ फैलाने का माध्यम नहीं बनेंगे.

झांग के पिता की एक फरवरी 2020 को कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो गई थी.

पढ़ें :- कोरोना वायरस की शुरुआत को लेकर अपुष्ट 'थ्योरी' गढ़ रहा चीन

उन्होंने कहा, हम लगातार सच की तलाश में हैं. यह एक आपराधिक कृत्य था और मैं नहीं चाहता कि डब्ल्यूएचओ की टीम इन आपराधिक कृत्यों पर पर्दा डालने के लिए चीन पहुंची हो.

चीन के विदेश मंत्रालय ने टिप्पणी के लिए किए गए आग्रह पर तत्काल कोई जवाब नहीं दिया है.

डब्ल्यूएचओ की टीम 14 जनवरी को वुहान पहुंची थी और इसके 14 दिन का पृथक-वास पूरा करने के बाद अपना काम शुरू करने की उम्मीद है.

वुहान : चीन में कोरोना वायरस संक्रमण से जान गंवाने वाले एक व्यक्ति के बेटे ने महामारी फैलाने वाले विषाणु के उत्पत्ति स्थल का पता लगाने चीन के वुहान शहर पहुंची डब्ल्यूएचओ की टीम से मिलने की मांग है.

व्यक्ति ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विशेषज्ञों की टीम को उन प्रभावित परिवारों से मिलना चाहिए जिनका आरोप है कि चीन सरकार उनकी आवाज दबा रही है.

चीन ने महीनों तक चली बातचीत के बाद डब्ल्यूएचओ की टीम को वुहान शहर आने की अनुमति दी है जहां से कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत हुई थी.

बीजिंग ने ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है कि इन विशेषज्ञों को साक्ष्य जुटाने या प्रभावित परिवारों से मिलने की अनुमति दी जाएगी. इसने सिर्फ इतना कहा है कि टीम चीनी वैज्ञानिकों के साथ विचारों का आदान-प्रदान कर सकती है.

डब्ल्यूएचओ की टीम से मिलने की मांग करने वाले झांग हाइ ने कहा, मैं उम्मीद करता हूं कि डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञ झूठ फैलाने का माध्यम नहीं बनेंगे.

झांग के पिता की एक फरवरी 2020 को कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो गई थी.

पढ़ें :- कोरोना वायरस की शुरुआत को लेकर अपुष्ट 'थ्योरी' गढ़ रहा चीन

उन्होंने कहा, हम लगातार सच की तलाश में हैं. यह एक आपराधिक कृत्य था और मैं नहीं चाहता कि डब्ल्यूएचओ की टीम इन आपराधिक कृत्यों पर पर्दा डालने के लिए चीन पहुंची हो.

चीन के विदेश मंत्रालय ने टिप्पणी के लिए किए गए आग्रह पर तत्काल कोई जवाब नहीं दिया है.

डब्ल्यूएचओ की टीम 14 जनवरी को वुहान पहुंची थी और इसके 14 दिन का पृथक-वास पूरा करने के बाद अपना काम शुरू करने की उम्मीद है.

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