मॉस्को : रूस में सरकारी कोरोना वायरस टास्क फोर्स ने 24 घंटे में 1123 मौतें दर्ज कीं हैं. जो महामारी की शुरुआत के बाद से सबसे बड़ा दैनिक आंकड़ा है. देश के आधिकारिक कोरोना वायरस की मृत्यु को की संख्या 233,898 तक पहुंच गई है. जो यूरोप में अब तक का सबसे अधिक है.
वहीं देश में संक्रमण की गति 36,582 पर उच्च बनी रही, जो सप्ताहांत में दर्ज की गई एक सर्वकालिक रिकॉर्ड से थोड़ा कम है. संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 30 अक्टूबर से 7 नवंबर तक गैर-कार्य अवधि का आदेश दिया है.
अधिकांश राज्य संगठनों और निजी व्यवसायों को संचालन निलंबित कर दिया गया है. इस दौरान अधिकांश स्टोर, किंडरगार्टन, स्कूल, जिम और मनोरंजन स्थल बंद रहेंगे, जबकि रेस्तरां और कैफे केवल टेकआउट या डिलीवरी के लिए खुले रहेंगे.
खाद्य भंडार, फार्मेसियों और प्रमुख बुनियादी ढांचे का संचालन करने वाली कंपनियां खुली रह सकती हैं. वहीं संग्रहालयों, थिएटरों, कॉन्सर्ट हॉल और अन्य स्थानों तक पहुंच उनके स्मार्टफोन पर डिजिटल कोड रखने वाले लोगों तक सीमित होगी. यह साबित करने के लिए कि उन्हें COVID-19 से टीका लगाया गया है या पुनर्प्राप्त किया गया है, यह एक ऐसी प्रथा है जो 7 नवंबर के बाद बनी रहेगी.
पुतिन ने स्थानीय अधिकारियों को 60 वर्ष से अधिक उम्र के गैर-टीकाकरण वाले लोगों को घर पर रहने और नाइटक्लब और अन्य मनोरंजन स्थलों को बंद करने का आदेश देने का भी निर्देश दिया है. उन्होंने सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों को काम से पहले की अवधि शुरू करने और संभवतः इसे 7 नवंबर से आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया है.
रूसी अधिकारियों को उम्मीद है कि यह छुट्टी लोगों को कार्यालयों और सार्वजनिक परिवहन से बाहर रखने व संक्रमण पर रोक लगाने में मददगार होगी. लेकिन कई रूसियों ने लंबे सर्दियों के मौसम से पहले समुद्र के किनारे की छुट्टी के लिए समय का लाभ उठाने की मांग की है. रूस के ब्लैक सी रिसॉर्ट्स में हवाई किराए की बिक्री और होटल बुकिंग में उछाल आया है.
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने स्वीकार किया कि यात्रा में उछाल ने चिकित्सा विशेषज्ञों की चिंता को बढ़ा दिया है. उन्होंने कहा कि यात्रा को प्रतिबंधित करने की कोई योजना नहीं है. सरकार ने बढ़ते संक्रमण और मौतों के लिए टीकाकरण की धीमी गति को जिम्मेदार ठहराया है. देश के लगभग 146 मिलियन लोगों में से केवल एक तिहाई के बारे में केवल 49 मिलियन रूसी ही पूरी तरह से टीका लगाए गए हैं.
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रूस दुनिया का पहला देश था जिसने अगस्त 2020 में स्पुतनिक वी को लॉन्च करते हुए कोरोनो वायरस वैक्सीन को अधिकृत किया और उसके पास भरपूर मात्रा में वैक्सीन की आपूर्ति थी. लेकिन उस गति से टीकाकरण नहीं हो पाया.