ताइपे : ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन ने स्व-शासित द्वीप के लोकतंत्र पर चीन के बढ़ते दबाव के बीच राष्ट्रपति के रूप में लगातार दूसरे कार्यकाल की शुरुआत की.
साई सत्तारूढ़ 'डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी' का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो ताइवान की औपचारिक आजादी की पक्षधर है, जबकि चीन इसके खिलाफ है और उसका कहना है कि वह इसे रोकने के लिए बलप्रयोग से भी नहीं चूकेगा.
हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों पर चीनी कार्रवाई के बाद हुए चुनाव में साई ने शानदार जीत हासिल की थी. इस जीत ने दर्शा दिया है कि ताइवान के लोग चीन का शासन स्वीकार करने के खिलाफ है.
साई (63) राष्ट्रपति के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत करने के मौके पर बुधवार को आयोजित कार्यक्रम के बाद देश को संबोधित करेंगी.
साई एशिया की एकमात्र आधुनिक महिला नेता हैं, जो किसी राजनीतिक परिवार का हिस्सा न होने के बावजूद शीर्ष पद पर पहुंची हैं.
इस कार्यक्रम में ताइवान के 15 औपचारिक राजनयिक सहयोगियों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे.
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अमेरिका के ताइवान के साथ अनौपचारिक लेकिन मजबूत संबंध हैं और यह द्वीप चीन के सैन्य खतरों के विरुद्ध उसके लिए सैन्य समर्थन का मुख्य स्रोत है.
कार्यक्रम में साई के संबोधन से पहले अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ का बधाई संदेश पढ़ा गया जिसमें उन्होंने साई के 'साहस और उनके नेतृत्व' की सराहना की.