बैंगकॉक : लगभग पांच मिनट के इस मार्च में करीब 70 प्रदर्शनकारियों ने सविनय अवज्ञा आंदोलन के समर्थन में नारेबाजी की. उनका यह मार्च फरवरी में आंग सान सू ची की चुनी हुई सरकार का तख्तापलट कर सैन्य शासन स्थापित किए जाने के खिलाफ था.
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तख्तालट के तत्काल बाद बड़ी संख्या में लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया था. देश के दूसरे सबसे बड़े शहर मंडाले समेत अन्य शहरों और कस्बों में भी लोगों को प्रदर्शन किया. मांडले में बौद्ध भिक्षुओं ने मार्च निकाला जबकि दवेई में इंजीनियरों, शिक्षकों, विश्वविद्यालय के छात्रों और एलजीबीटीक्यू समूहों के सदस्यों ने प्रदर्शन किया.