लाहौर : पाकिस्तान ने घोषणा की है कि वह ब्रिटेन की सरकार से पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को देश वापस भेजने का आग्रह करेगा, क्योंकि वह भगोड़े हैं.
सूचना मामलों पर प्रधानमंत्री की विशेष सहायिका फिरदौस आशिक अवान ने रविवार शाम यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार इस हफ्ते ब्रिटिश सरकार को पत्र लिखने पर सहमत हुई, जिसमें नवाज शरीफ के देश वापसी का अनुरोध किया जाएगा, क्योंकि वह भगोड़े हैं जो चिकित्सीय आधार पर उन्हें दी गई जमानत की शर्तों को पूरा नहीं करते हैं.'
उन्होंने कहा कि शरीफ अपने इलाज के लिए पिछले साल 19 नवंबर को लंदन गए थे, लेकिन वहां वह अब तक अस्पताल में भर्ती नहीं हुए. इससे मालूम चलता है कि उनकी सेहत का मामला उनके, उनकी पार्टी और मीडिया के एक वर्ग द्वारा पहले से तय था.'
अवान ने दावा किया कि शरीफ और उनके छोटे भाई शाहबाज अपने बच्चों के कारोबार को बचाने के लिए लंदन गए.
उन्होंने आरोप लगाया, 'नवाज ने अपनी सेहत के बारे में झूठ बोला.'
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पिछले साल अक्टूबर में लाहौर उच्च न्यायालय ने चिकित्सीय आधार पर शरीफ को चार हफ्ते की जमानत दी थी. साथ ही पंजाब सरकार को उनकी चिकित्सा रिपोर्ट को देखते हुए इस अवधि को आगे बढ़ाने की भी अनुमति दी थी.
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने भी अल अजीजिया मिल्स भ्रष्टाचार मामले में शरीफ को जमानत दे दी थी जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री सात साल जेल की सजा काट रहे थे. इस फैसले के साथ ही इलाज के लिए विदेश जाने का उनका रास्ता साफ हो गया था.
पीएमएल-एन महासचिव एहसान इकबाल ने कहा कि अगर शरीफ देश लौटने का फैसला करते हैं तो इमरान खान सरकार उनसे नहीं लौटने का अनुरोध करेगी.
उन्होंने कहा कि तीन बार प्रधानमंत्री रहे शरीफ उनकी विदेश में रहने की अवधि को नहीं बढ़ाने के फैसले को अदालत में जल्द चुनौती देंगे.