इस्लामाबाद : वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की बैठक में आतंक के वित्त पोषण के खिलाफ कार्रवाई के लिए बनाए गए एक्शन प्लान पर प्रगति की समीक्षा नहीं की जा सकी. इसका कारण कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के कारण उत्पन्न हालातों को बताया गया है.
सूत्रों के मुताबिक अप्रैल, 2020 में एफएटीएफ ने पाकिस्तान सहित कई अन्य जगहों को कोरोना महामारी के कारण चार महीने का अतिरिक्त समय दिया था. ऐसे में बुधवार को हुई बैठक में पाक समेत कई अन्य जगहों (jurisdiction) की भी समीक्षा नहीं की जा सकी.
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एफएटीएफ की कार्य योजना पर पाकिस्तान कैसी प्रगति कर रह है, इसका मूल्यांकन अब अक्टूबर, 2020 में होने वाली एफएटीएफ अगली बैठक में किया जाएगा. सूत्रों ने बताया कि अक्टूबर में होने वाली बैठक तक पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में ही बना रहेगा.
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सूत्रों ने बताया है कि अक्टूबर, 2020 के बाद भी पाक ग्रे लिस्ट से बाहर आ जाएगा, इसकी कोई निश्चित जानकारी नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि भले ही पाक अक्टूबर, 2020 तक एफएटीएफ के सभी एक्शन प्लान पूरा कर ले, लेकिन एफएटीएफ की उन इलाकों का दौरा (on-site visit) कर, एक्शन प्लान के पूरा होने की पुष्टि करेगी. ऐसे में सूत्रों का कहना है कि पाक फरवरी, 2021 तक एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में ही बना रह सकता है.