इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने 'अनुचित सामग्री' को हटाने में कथित तौर पर विफल रहने पर 'टिकटॉक' (TikTok) ऐप पर बुधवार को रोक लगा दी. लघु वीडियो साझा करने की सुविधा देने वाली चीन की इस ऐप पर देश में हाल के महीनों में चौथी बार रोक लगाई गई है.
टेलीकॉम नियामक पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशन प्राधिकरण (Pakistan Telecommunication Authority) (पीटीए) ने ट्वीट करके कहा कि 'इलेक्ट्रॉनिक अपराध रोकथाम कानून, 2016' के संबंधित प्रावधानों के आलोक में पीटीए ने देश में टिकटॉक ऐप और इसकी वेबसाइट पर रोक लगा दी है.
इसमें कहा गया, 'इस मंच पर अनुचित सामग्री लगातार मिल रही है और इस प्रकार की सामग्री को हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे जिसके कारण यह कार्रवाई करनी पड़ी.'
इससे पहले दो जुलाई को सिंध उच्च न्यायालय ने देश में अनैतिकता फैलाने के कारण टिकटॉक पर पाबंदी लगाने के अपने पहले के फैसले को वापस ले लिया था. अदालत ने 28 जून को पीटीए से एक नागरिक की शिकायत पर टिकटॉक को निलंबित करने को कहा था.
इससे पहले, मार्च में पेशावर उच्च न्यायालय ने कई नागरिकों की याचिका पर इस ऐप को निलंबित कर दिया था. हालांकि कुछ हफ्तों बाद पाबंदी हटाते हुए अदालत ने पीटीए से कहा था कि वह ऐसे कदम उठाए जिनके चलते कोई 'अनैतिक सामग्री' अपलोड न की जा सके.
पीटीए ने पिछले वर्ष अक्टूबर में टिकटॉक पर पहली बार पाबंदी लगाई थी. ऐप के खिलाफ अश्लील एवं अनैतिक सामग्री दिखाने का आरोप था. लेकिन यह पाबंदी भी दस दिन के बाद हटा ली गई थी.
पीटीए के प्रवक्ता खुर्रम मेहरान ने जियो न्यूज को बताया कि ऐप को ऑनलाइन पोस्ट की जाने वाली ‘अनुचित सामग्री’ के बारे में कई बार कहा गया लेकिन उसकी ओर से इस बारे में कोई कदम नहीं उठाया गया.
दिलचस्प बात यह है कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने सकारात्मकता और प्रेरणा के बारे में संदेश देने के लिए 16 जुलाई को टिकटॉक का ही इस्तेमाल किया था.
डॉन अखबार की खबर के मुताबिक पिछले महीने ऐप की ओर से कहा गया था कि तीन महीनों में उसने पाकिस्तान में टिकटॉक से 60 लाख से अधिक वीडियो हटाए हैं.
(पीटीआई भाषा)