काठमांडू : सत्ता की लड़ाई के कारण परेशानियों से घिरे नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और सत्तारूढ़ दल के कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड आपसी मतभेदों को सुलझाने के लिए सोमवार को फिर से मिलने पर राजी हो गए हैं.
मीडिया में आयी खबरों के अनुसार, रविवार को करीब तीन घंटे चली बैठक में दोनों के आपसी मतभेद सुलझ नहीं पाये.
माई रिपब्लिका की खबर के अनुसार, प्रधानमंत्री के प्रेस सलाहकार सूर्या थापा ने कहा, 'दोनों नेताओं के बीच सकारात्मक बातचीत हुई. इसे लेकर चर्चा हुई कि पार्टी के सचिवालय, स्थाई समिति या केन्द्रीय समिति की बैठक बुलायी जाए. बैठक में पार्टी की आमसभा बुलाने को लेकर भी चर्चा हुई.
थापा ने कहा, 'दोनों नेताओं में अभी सहमति बननी बाकी है.'
नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के दो शीर्ष नेताओं के बीच यह बैठक प्रधानमंत्री ओली द्वारा 28 जुलाई को होने वाली पार्टी की स्थाई समिति की बैठक स्थगित किए जाने के छह दिन बाद हुई है.
अखबार के अनुसार, स्थाई समिति की बैठक को लेकर अनिश्चितता है क्योंकि दोनों शीर्ष नेताओं के बीच मतभेद अभी भी जारी है.
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रविवार को हुई बैठक में प्रधानमंत्री ओली के साथ उनके करीबी सुभाष नेमबांग भी आए थे. गौरतलब है कि नेमबांग ओली और प्रचंड के बीच मतभेदों को सुलझाने में मध्यस्थ का काम कर रहे हैं. वहीं प्रचंड के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता झाला नाथ खनल भी थे.