वेलिंगटन : ऑस्ट्रेलिया के साथ अब न्यूजीलैंड ने भी चीनी अधिकारी द्वारा जारी किए गए ग्राफिक ट्वीट की निंदा की है. इसमें एक फर्जी तस्वीर साझा की गई है, जिसमें एक ऑस्ट्रेलियाई सैनिक मुस्कुराते हुए, एक बच्चे के गले पर खून से सना चाकू रखे हुए दिख रहा है.
प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने कहा कि न्यूजीलैंड ने अपना विरोध सीधे चीनी अधिकारियों के समक्ष दर्शाया है.
प्रधानमंत्री ने पत्रकारों से कहा, यह तस्वीर तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है. ऐसे में अपने सिद्धांतों का पालन करते हुए जब भी ऐसी तस्वीरें उपयोग की जाएंगी, हम इस चिंताओं को उठाएंगे और इसे प्रत्यक्ष रूप से करेंगे.
चीन इस ट्वीट से पीछे नहीं हटा है और उसने माफी मांगने से भी इंकार कर दिया है.
न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री की आलोचना ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले काफी नरम है. प्रधानमंत्री के समक्ष दुविधा की स्थिति है कि वह देश के निकटतम सहयोगी और सबसे बड़े व्यापार साझेदार के बीच इस विवाद में किस हद तक उलझें और किसका साथ दें.
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ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने सोमवार को इस तस्वीर को घृणित बताते हुए चीन की सरकार से माफी मांगने को कहा था.
सैनिक द्वारा एक बच्चे का गला काटते हुए दिखा रही तस्वीर को चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाओ लिजिआन ने साझा किया है.
जाओ ने अपने ट्वीट का कैप्शन रखा है, ऑस्ट्रेलियाई सैनिकों द्वारा अफगान नागरिकों और कैदियों की हत्या से स्तब्ध हूं. हम ऐसी घटनाओं की निंदा करते हैं और उन्हें जिम्मेदार ठहराने की मांग करते हैं.