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शहबाज शरीफ की बढ़ सकती है परेशानी, NAB के समक्ष 12 जुलाई को पेशी

लाहौर वेस्ट मेनेजमेंट कंपनी से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व पीएम नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ भी आरोपी हैं. पाक की राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) ने उन्हें पेश होने का निर्देश दिया है. पढ़ें पूरी खबर....

पाक एनबी ने शहबान शरीफ को पेश करने का दिया निर्देश
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Published : Jul 7, 2019, 5:45 PM IST

Updated : Jul 7, 2019, 10:20 PM IST

लाहौरः पाकिस्तान के राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख शहबाज शरीफ को 12 जुलाई को पेश होने का निर्देश दिया है.

बता दें कि, एनएबी ने शरीफ को लाहौर वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले यह निर्देश दिया है.

गौरतलब है कि एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रविवार को प्रकाशित खबर के अनुसार एनएबी ने सात सवालों के आधार पर शहबाज को प्रश्नावली के साथ समन जारी किया है.

इससे पहले एनबी ने नौ अप्रैल को शहबाज को पेश होने को कहा था, लेकिन वे एनबी के समक्ष पेश नहीं हुए थे, और उन्होंने पेशी के लिए नई तारीख तय करने की अपील की थी.

पढ़ेंः UN में भारतीय राजनयिक ने पाकिस्तान का 'मुंह' किया बंद

समाचार पत्र के अनुसार प्रश्नावली में, शहबाज़ से पूछा गया है कि लाहौर वेस्ट मैनेजमेंट कम्पनी के गठन के सारांश को वित्त और कानून विभाग की सलाह के बिना मंजूरी क्यों दी गई.

उनसे सवाल किया गया है कि जब एक विभाग काम कर रहा था तो कम्पनी के गठन को महत्वपूर्ण क्यों माना गया.

एक और सवाल में पूछा गया कि क्या कम्पनी के गठन के लिए सभी कानूनी आवश्यकताएं पूरी की गई. साथ ही आईएसटीईके को बोली के बिना अनुबंध क्यों दिया गया.

आपको बता दें कि शहबाज शरीफ पर 'आशियाना-ए-इकबाल हाउसिंग सोसाइटी घोटाला', 'रमजान शुगर मिल' सहित 56 कम्पनियों से संबंधित भ्रष्टाचार के मामले पहले से ही चल रहे हैं.

लाहौरः पाकिस्तान के राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख शहबाज शरीफ को 12 जुलाई को पेश होने का निर्देश दिया है.

बता दें कि, एनएबी ने शरीफ को लाहौर वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले यह निर्देश दिया है.

गौरतलब है कि एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रविवार को प्रकाशित खबर के अनुसार एनएबी ने सात सवालों के आधार पर शहबाज को प्रश्नावली के साथ समन जारी किया है.

इससे पहले एनबी ने नौ अप्रैल को शहबाज को पेश होने को कहा था, लेकिन वे एनबी के समक्ष पेश नहीं हुए थे, और उन्होंने पेशी के लिए नई तारीख तय करने की अपील की थी.

पढ़ेंः UN में भारतीय राजनयिक ने पाकिस्तान का 'मुंह' किया बंद

समाचार पत्र के अनुसार प्रश्नावली में, शहबाज़ से पूछा गया है कि लाहौर वेस्ट मैनेजमेंट कम्पनी के गठन के सारांश को वित्त और कानून विभाग की सलाह के बिना मंजूरी क्यों दी गई.

उनसे सवाल किया गया है कि जब एक विभाग काम कर रहा था तो कम्पनी के गठन को महत्वपूर्ण क्यों माना गया.

एक और सवाल में पूछा गया कि क्या कम्पनी के गठन के लिए सभी कानूनी आवश्यकताएं पूरी की गई. साथ ही आईएसटीईके को बोली के बिना अनुबंध क्यों दिया गया.

आपको बता दें कि शहबाज शरीफ पर 'आशियाना-ए-इकबाल हाउसिंग सोसाइटी घोटाला', 'रमजान शुगर मिल' सहित 56 कम्पनियों से संबंधित भ्रष्टाचार के मामले पहले से ही चल रहे हैं.

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.LAHORE FES24
PAK-SHEHBAZ
Pak's top anti-graft body summons Shehbaz Sharif on July 12 in corruption case
         Lahore, Jul 7 (PTI) Pakistan's top anti-graft body has summoned opposition Pakistan Muslim League-Nawaz (PML-N) chief Shehbaz Sharif in the Lahore Waste Management Company corruption case on July 12.
         The National Accountability Bureau (NAB) has issued summons along with a questionnaire to Shehbaz based on seven questions, the Express Tribune reported on Sunday.
         Shehbaz, 67, served as the chief minister of the politically crucial Punjab province from 2013 to 2018. He became PML-N president after his elder brother and three-time prime minister Nawaz Sharif was disqualified as the party president following a Supreme Court verdict in 2017.
         On April 9, Shehbaz skipped an appearance before the NAB and asked that the date be rescheduled.
         In the questionnaire, Shehbaz has been asked as to why the summary of the formation of the Lahore Waste Management Company was approved without the advice of the finance and law department, the paper said.
         He has been questioned that when one department was working then why the formation of the company was deemed important.
         Another question is that were all the legal requirements completed for the formation of the company. Another question is that why ISTEK was awarded the contract without bidding.
         He was already facing corruption cases against him in the 56 companies' case, Ashiana-e-Iqbal Housing Society scam, Ramzan Sugar Mills case and others.
         In the Ashiyana housing scam, Shehbaz is accused of ordering the cancellation of a contract given to a successful bidder for the low-cost housing scheme, resulting in a loss of Rs 193 million to the national exchequer.
         He has been indicted along with nine others in the Ashiana Housing scheme case. He was arrested by the NAB in the probe on October 5, 2018 and released on bail on February 14.
         In the Ramzan Sugar Mills corruption case, Sharif and his son Hamza are accused of "fraudulently and dishonestly" causing a Rs 213 million loss to the national exchequer.
         Sharif and his family have denied any wrongdoing and allege that the corruption cases against them were politically motivated. PTI ZH
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Last Updated : Jul 7, 2019, 10:20 PM IST
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