कुआलालंपुर : मलेशिया के राजा ने मोहम्मद महातिर के संसद सत्र बुलाने वाली योजना को खारिज कर दिया है. महातिर देश के नए प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए संसद सत्र बुलाने की योजना बनाई थी.
महातिर के पुराने राजनीतिक शत्रु अनवर इब्राहिम सत्ता में आने के लिए सघर्ष कर रहे थे. इस बीच पिछले सप्ताह महातिर ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इससे दोनों पार्टियों के गठबंधन टूट गए और अनवर की प्रधानमंत्री बनने वाली योजना भी पर भी पानी फिर गया.
गौरतलब है कि दोनों पार्टियों ने 2018 में सरकार के खिलाफ गठबंधन और जीत के लिए नेतृत्व किया था, लेकिन इस हफ्ते के राजनीतिक नाटक ने दोनों की प्रतिद्वंदिता को फिर से उजागर कर दिया है.
वर्तमान में अंतरिम नेता महातिर ने पहले घोषणा की कि संसद सत्र सोमवार को सुल्तान की उपस्थिति में होगा. वह सर्वसम्मति के साथ प्रमुख का नियुक्त करेंगे.
मलेशिया के सुल्तान अब्दुल्ला ने इस्लामिक देशों के अपने समकक्षों के साथ बैठक की. इसके बाद महल की तरफ से एक बयान आया. इसके मुताबिक सुल्तान अब्दुल्ला सुल्तान अहमद शाह ने कहा कि बैठक नहीं होगी.
सुल्तान ने देश के सभी सांसदों से मुलाकात की ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह किसके लिए वापस आए थे, लेकिन किसी भी उम्मीदवार को पर्याप्त समर्थन नहीं मिला.
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बता दें कि उम्मीदवार को 112 सांसदों ने समर्थन किया.
महल के अधिकारी अहमद फदिल शमसुद्दीन ने कहा कि सुल्तान संविधान के अनुसार उपाय करने का प्रयास कर रहे हैं.
महल के अधिकारी ने कहा कि सभी विभिन्न पार्टियों के नेताओं से बात की जाएगी और उम्मीदवारों के नाम देने के लिए कहा जाएगा, हालांकि राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ने की वजह से चुनाव के आसार ज्यादा बन रहे हैं.
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सुल्तान की इस घोषणा ने महातिर की रणनीति को एक बड़ा झटका दिया. बता दें कि महातिर का देश के राजघरानों के साथ लंबे समय से अच्छे रिश्ते नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने 1981 से 2003 तक के पहले कार्यकाल के दौरान उनके शक्तियों पर अंकुश लगाने की मांग की थी.