कुआलालंपुर : मलेशिया के नये प्रधानमंत्री की नियुक्ति को लेकर राष्ट्रीय महल में शाही बैठक हुई. मलेशिया नरेश ने एलान किया है कि इस्माइल साबरी याकूब (Ismail Sabri Yaakob) मलेशिया के नए नेता होंगे. पूर्व उप प्रधानमंत्री इस्माइल साबरी याकूब को 114 सांसदों का समर्थन हासिल है.
माना जा रहा है कि इस्माइल साबरी याकूब (Ismail Sabri Yaakob) को प्रधानमंत्री नियुक्त किए जाने का औपचारिक एलान जल्द किया जा सकता है. आशंका यह भी जताई जा रही है कि राजा की पसंद से जनता में आक्रोश पैदा हो सकता है. साथ ही इससे मलेशिया में राजनीतिक अस्थिरता पैदा होने की आशंका भी जतायी जा रही है.
इस्माइल की नियुक्ति से यूनाइटेड मलयज नेशनल ऑर्गनाइजेशन (यूएमएनओ) की वापसी होगी. मलेशिया में 1957 में ब्रिटेन से आजादी के बाद से 2018 तक यूएमएनओ का राज रहा. 2018 में अरबों डालर का वित्तीय घोटाला सामने आने के बाद वह सत्ता से बाहर हो गया था.
राजा सुल्तान अब्दुल्ला सुल्तान अहमद शाह ने कथित तौर पर इस्माइल का समर्थन करने वाले सांसदों से बृहस्पतिवार को मुलाकात की. शुक्रवार को नौ अन्य मलय प्रांत शासकों के साथ होने वाली उनकी बैठक में भी इस मामले पर चर्चा हो सकती है.
मलेशिया में राजा की भूमिका काफी हद तक औपचारिक होती है, लेकिन वह उस व्यक्ति को नियुक्त करता है जिसे वह मानता है कि संसद में उसे प्रधानमंत्री के रूप में बहुमत का समर्थन प्राप्त है और प्रांत के शासक उसे ऐसी नियुक्तियों पर सलाह दे सकते हैं.
इस्माइल की उम्मीदवारी का विरोध करने वाले मलेशियाई लोगों ने एक ऑनलाइन याचिका शुरू की है, जिसमें अब तक 3,40,000 से अधिक हस्ताक्षर किए गए हैं. कई लोगों का मानना है कि इस्माइल की नियुक्ति यथास्थिति को बरकरार रखेगी.
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सात महीने की आपातस्थिति और जून से लॉकडाउन के बावजूद मलेशिया में प्रति व्यक्ति संक्रमण दर और मृत्यु दर दुनिया में सबसे अधिक है. जून के बाद से संक्रमण के दैनिक मामलों में दोगुनी वृद्धि हुई है. बृहस्पतिवार को रिकॉर्ड 22,928 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 15 लाख हो गई. अब तक कुल 13 हजार लोगों की मौत हो चुकी है.
(पीटीआई-भाषा)