कोलंबो : मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्व पुलिस प्रमुख पुजिथ जयासुंदरा ने हमले की जांच कर रही समिति से कहा है कि श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना को 2019 में 'ईस्टर संडे' को हुए सिलसिलेवार बम धमाकों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए, जिसमें 250 से अधिक लोगों की मौत हुई थी.
'ईस्टर संडे' के दिन 21 अप्रैल 2019 को स्थानीय इस्लामी कट्टरपंथी समूह नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) से संबंधित नौ आत्मघामी बम हमलावरों ने सिलसिलेवार धमाके किए थे. इस दौरान तीन गिरिजाघरों के साथ ही कई बड़े होटलों को निशाना बनाया गया था.
इस हमले में 11 भारतीयों समेत 258 लोग मारे गए थे जबकि 500 से अधिक घायल हुए थे. श्रीलंका की पुलिस ने हमले के संबंध में 200 से अधिक संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. बाद में एनटीजे और इस्लामिक स्टेट (आईएस) के बीच संबंधों का खुलासा हुआ था.
'डेली मिरर लंका' ने अपनी खबर में कहा, निलंबित पुलिस महानिरीक्षक जयासुदंरा बृहस्पतिवार को जांच आयोग के समक्ष पेश हुए और उनसे सवाल किए गए. अखबार ने जयासुंदरा के हवाले से कहा कि पूर्व पुलिस अधिकारी ने कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ खुफिया जानकारी साझा की थी.
पढ़ें - भारत, श्रीलंका के साथ उच्च संबंधों को देता है प्राथमिकता : पीएम मोदी
जयासुंदरा ने कहा कि सिरिसेना के भाई ने उन खुफिया जानकारियों को टेलीकॉम रिकॉर्ड से हटाना सुनिश्चित किया जोकि उन्होंने मुहैया करायी थी. सिरिसेना के भाई उस समय 'मोबिटेल टेलीकॉम' के अध्यक्ष थे.
जयासुंदरा ने जांच आयोग के समक्ष आरोप लगाया कि सिरिसेना ने उन्हें हमले की जिम्मेदारी लेने को कहा था और ऐसा करने पर उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से उच्च सरकारी पद की पेशकश भी की थी.