मॉस्को : क्रेमलिन ने शुक्रवार को इन आरोपों का खंडन किया कि यूक्रेन की सीमा के नजदीक रूसी सैनिकों की तैनाती मॉस्को के आक्रामक रुख का प्रतिबिंब है. साथ ही कहा कि रूस नाटो की कथित धमकी के जवाब में अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहता है.
क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति का कार्यालय) के प्रवक्ता दमित्रि पेस्कोव ने पश्चिमी मीडिया की उन खबरों का खंडन किया जिसमें कहा गया था कि 'मॉस्को कथित तौर पर यूक्रेन पर हमला करने वाला है.' उन्होंने कहा कि 'यह तनाव बढ़ाने के लिए खोखली और तथ्यविहीन खबर' है.
संवाददाता सम्मेलन में पेस्कोव ने कहा, 'रूस ने किसी को धमकी नहीं दी है. हमारे इलाके में सैनिकों की गतिविधि से किसी को चिंतित होने की जरूरत नहीं है.'
गौरतलब है कि यूक्रेन ने पिछले सप्ताह शिकायत की थी कि रूस ने उसकी सीमा के नजदीक युद्धाभ्यास करने के बाद हजारों की संख्या में सैनिकों की तैनाती कायम रखी है ताकि वह उस पर और दबाव बना सके. रूस ने वर्ष 2014 में यूक्रेन के क्रीमिया प्रायद्वीप को अपने देश में मिला लिया था और पूर्वी यूक्रेन में उभरे अलगावादी उग्रवाद को समर्थन दिया था.
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यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया था कि करीब 90 हजार रूसी सैनिक, विद्रोहियों द्वारा नियंत्रित पूर्वी यूक्रेन से लगती सीमा के करीब तैनात हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस हफ्ते यूक्रेन के विदेशमंत्री दमित्रो कुलेबा को भरोसा दिया था कि वाशिंगटन यूक्रेन की सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता को लेकर प्रतिबद्ध है.
(पीटीआई-भाषा)