ETV Bharat / international

एक दशक बाद फिर से शुरू होगा जापान का परमाणु संयंत्र - पुराने परमाणु संयंत्र

जापान में 40 वर्ष से अधिक पुराने परमाणु संयंत्र को एक बार फिर से संचालित करने का फैसला लिया गया है. यह तीनों में से पहला संयंत्र है, जिसे फुकुशिमा परमाणु संयंत्र में दुर्घटना के बाद फिर से संचालन शुरू करने की इजाजत दी गई है.

जापान का परमाणु संयंत्र
जापान का परमाणु संयंत्र
author img

By

Published : Jun 24, 2021, 12:55 PM IST

टोक्यो : मध्य जापान में 40 वर्ष से अधिक पुराने परमाणु संयंत्र का एक दशक बाद फिर से संचालन किया जाएगा. यह फैसला तब लिया गया है जापान कार्बन उत्सर्जन में कटौती करने के अपने लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है.

मार्च 2011 के फुकुशिमा परमाणु हादसे के कारण बंद कर दिए गए इस संयंत्र में पहले एक घातक दुर्घटना हो चुकी है. कनसाई इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन ने कहा कि फुकुई प्रांत में मिहामा नंबर तीन परमाणु संयंत्र में मजदूरों द्वारा के भीतर से नियंत्रण छड़ (कंट्रोल रॉड) हटाने के बाद बुधवार से काम शुरू हो गया.

रिएक्टर का संचालन 1976 में शुरू हुआ था और यह जापान का सबसे पुराना संयंत्र है. यह कंसाई इलेक्ट्रिक द्वारा संचालित तीन रिएक्टरों में से एक है जिन्हें उनके शुरुआती 40 साल की सक्रियता से आगे काम करने के लिए विस्तार दिया गया है.

यह तीनों में से पहला है जिसे फुकुशिमा परमाणु संयंत्र में दुर्घटना के बाद फिर से संचालन शुरू करने की इजाजत दी गई है. इस हादसे के बाद जापान के सभी रिएक्टरों में सख्त मानक तय कर दिए गए थे और सुरक्षा जांच व्यापक पैमाने पर होने लगी थी.

पढ़ें- फिलीपीन के पूर्व राष्ट्रपति बेनिग्नो एक्विनो तृतीय का निधन

फुकुई और आसपास के इलाकों के कुछ निवासियों ने मिहामा नंबर तीन रिएक्टर के पुराने पड़ने की चिंताओं को लेकर ओसाका जिला न्यायालय में निषेधाज्ञा के लिए सोमवार को एक अनुरोध दायर किया.

इस रिएक्टर में 2004 में एक हादसा हुआ था, जिसमें इसकी टर्बाइन इमारत में एक फटे हुए पाइप से गरम पानी और भाप के रिसाव के चलते पांच मजदूरों की मौत हो गई थी और छह अन्य घायल हो गए थे.

कनसाई इलेक्ट्रिक अन्य दो पुराने हो चुके रिएक्टरों - ताकाहामा नंबर 1 और नंबर दो को भी फिर से शुरू करने की योजना बना रहा है.

(पीटीआई-भाषा)

टोक्यो : मध्य जापान में 40 वर्ष से अधिक पुराने परमाणु संयंत्र का एक दशक बाद फिर से संचालन किया जाएगा. यह फैसला तब लिया गया है जापान कार्बन उत्सर्जन में कटौती करने के अपने लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है.

मार्च 2011 के फुकुशिमा परमाणु हादसे के कारण बंद कर दिए गए इस संयंत्र में पहले एक घातक दुर्घटना हो चुकी है. कनसाई इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन ने कहा कि फुकुई प्रांत में मिहामा नंबर तीन परमाणु संयंत्र में मजदूरों द्वारा के भीतर से नियंत्रण छड़ (कंट्रोल रॉड) हटाने के बाद बुधवार से काम शुरू हो गया.

रिएक्टर का संचालन 1976 में शुरू हुआ था और यह जापान का सबसे पुराना संयंत्र है. यह कंसाई इलेक्ट्रिक द्वारा संचालित तीन रिएक्टरों में से एक है जिन्हें उनके शुरुआती 40 साल की सक्रियता से आगे काम करने के लिए विस्तार दिया गया है.

यह तीनों में से पहला है जिसे फुकुशिमा परमाणु संयंत्र में दुर्घटना के बाद फिर से संचालन शुरू करने की इजाजत दी गई है. इस हादसे के बाद जापान के सभी रिएक्टरों में सख्त मानक तय कर दिए गए थे और सुरक्षा जांच व्यापक पैमाने पर होने लगी थी.

पढ़ें- फिलीपीन के पूर्व राष्ट्रपति बेनिग्नो एक्विनो तृतीय का निधन

फुकुई और आसपास के इलाकों के कुछ निवासियों ने मिहामा नंबर तीन रिएक्टर के पुराने पड़ने की चिंताओं को लेकर ओसाका जिला न्यायालय में निषेधाज्ञा के लिए सोमवार को एक अनुरोध दायर किया.

इस रिएक्टर में 2004 में एक हादसा हुआ था, जिसमें इसकी टर्बाइन इमारत में एक फटे हुए पाइप से गरम पानी और भाप के रिसाव के चलते पांच मजदूरों की मौत हो गई थी और छह अन्य घायल हो गए थे.

कनसाई इलेक्ट्रिक अन्य दो पुराने हो चुके रिएक्टरों - ताकाहामा नंबर 1 और नंबर दो को भी फिर से शुरू करने की योजना बना रहा है.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.