हैदराबाद : पाकिस्तान में सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही तहरीक-ए-लबाइक पाकिस्तान (TLP) के आक्रामक विरोध प्रदर्शन के बीच कुछ ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिनमें मांगें पूरी न होने पर सरकार को अंजाम भुगतने की धमकी दी जा रही है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्ट्स में लिखा है कि टीएलपी के विरोध-प्रदर्शन को सेना और पुलिस के जवानों से भी समर्थन मिल रहा है. ऐसे में पाक सरकार के भविष्य पर सवाल खड़े होने लगे हैं.
इससे पहले पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने पश्चिमी देशों की सरकारों से शनिवार को आग्रह किया था कि वे पैगंबर का अनादर करके मुसलमानों के खिलाफ नफरत भरे संदेश जानबूझकर फैलाने वालों को उसी प्रकार दंडित करें जिस तरह से उन्होंने नाजी जर्मनी द्वारा यहूदियों के नरसंहार के खिलाफ किसी नकारात्मक टिप्पणी को प्रतिबंधित किया है. खान ने एक कट्टरपंथी धार्मिक समूह द्वारा हाल ही में हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद कई ट्वीट किये और कहा कि मुसलमान अपने पैगंबर की किसी भी तरह की ईशनिंदा बर्दाश्त नहीं कर सकते.
उन्होंने कहा कि मैं उन पश्चिमी देशों की सरकारों का भी आह्वान करता हूं जिन्होंने नाजी जर्मनी की ओर से यहूदियों के नरसंहार से इनकार करने वाली टिप्पणियों को प्रतिबंधित किया है कि वे उन लोगों को दंडित करने के लिए भी वही मानक अपनायें जो पैगंबर के खिलाफ टिप्पणी करके मुस्लिमों के खिलाफ जानबूझकर नफरत वाले संदेश फैला रहे हैं.
वहीं, सोशल मीडिया पर विरोध-प्रदर्शनों के अलावा कई और वीडियो भी वायरल हो रहे हैं. इनमें से एक वीडियो ट्विटर हैंडल- @PakNews2021 पर भी पोस्ट किया गया है. इस वीडियो में पाकिस्तानी सेना का एक रेंजर सरकार को चेतावनी देता दिखाई पड़ रहा है. हालांकि, ईटीवी भारत, वीडियो में पाकिस्तानी रेंजर के बयान के प्रमाणिक होने की पुष्टि नहीं कर रहा है, लेकिन लाहौर में हो रहे प्रदर्शन के वीडियो फुटेज में तहरीक-ए-लबाइक पाकिस्तान (TLP) के समर्थक काफी आक्रोशित नजर आ रहे हैं.
एक अन्य ट्विटर हैंडल- @iVarunVohra ने पाक रेंजर के वीडियो को रीट्वीट कर लिखा कि पाकिस्तान में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. उन्होंने लिखा कि पाकिस्तानी सेना और पुलिस के कई जवान टीएलपी के प्रदर्शनों से जुड़ रहे हैं, और सरकार को फ्रांस के राजदूत को निलंबित करने की खुली धमकी देते हुए निलंबन न होने पर अंजाम भुगतने को तैयार रहने को कह रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या पीटीआई सरकार देश संभालने में सक्षम है या देश में बगावत होगी ?
इसके अलावा समाचार एजेंसी एपी से मिले वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि टीएलपी समर्थक हाथों में डंडे लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी के साथ नारेबाजी भी की जा रही है. नारेबाजी में ईशनिंदा कर रहे लोगों को मौत की सजा देने की भी मांग सुनी जा सकती है. बता दें कि पाकिस्तान की सरकार ने टीएलपी को पिछले सप्ताह प्रतिबंधित कर दिया है. टीएलपी समर्थकों ने पिछले सप्ताह उनके नेता साद रिजवी की गिरफ्तारी के खिलाफ आक्रामक प्रदर्शन किया था.
रिजवी ने कहा था कि पाक सरकार ने फ्रांस में पैगंबर मुहम्मद को दिखाए जाने के आपत्तिजनक तरीकों के खिलाफ फ्रांस के राजनयिक को निष्कासित करने की अपनी बात पर कायम नहीं है. पाक सरकार ने कहा था कि इस मुद्दे पर सिर्फ संसद में ही चर्चा की जाएगी. बता दें कि टीएलपी के समर्थक पाकिस्तान में ईशनिंदा के कानून का समर्थन करते हैं. इसके अलावा वे भूतकाल में भी सरकार को पर दबाव डालने के लिए हिंसक प्रदर्शनों का सहारा लेते रहे हैं.
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इन तमाम बातों के बीच पाकिस्तान में हो रहे हालिया विरोध-प्रदर्शन और सोशल मीडिया पर पाक सेना के रेंजर के बयान के बीच यह सवाल जरूर खड़ा होता है कि क्या पाकिस्तान में सरकार के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को सेना से भी समर्थन मिल रहा है? फिलहाल, इन प्रदर्शनों के संबंध में पाक सरकार की ओर से कोई बयान नहीं दिया गया है.