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इंडोनेशिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी मेरापी पर्वत में विस्फोट - ज्वालामुखी अनुसंधान एजेंसी

इंडोनेशिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी (मेरापी पर्वत) में मंगलवार को विस्फोट हो गया. इस ज्वालामुखी से निकले धुएं और राख का गुबार आसमान में छह किलोमीटर ऊपर तक उठ गया. ज्वालामुखी अनुसंधान एजेंसी ने ज्वालामुखी के पास रह रहे लोगों को उससे कम से कम तीन किलोमीटर दूर रहने को कहा है. मेरापी पर्वत पर इससे पहले 2010 में विस्फोट हुआ था. पढ़ें पूरी खबर...

Indonesian volcano spews smoke
इंडोनेशियाई ज्वालामुखी फटा
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Published : Mar 3, 2020, 3:54 PM IST

Updated : Mar 3, 2020, 4:36 PM IST

जकार्ता : इंडोनेशिया में मंगलवार को एक ज्वालामुखी में विस्फोट हो गया. इस धमाके में भारी मात्रा में पाइरोक्लास्टिक सामग्री निकली और ज्वालामुखी से निकलते धुएं का गुबार आसमान में छह किलोमीटर ऊपर तक उਠ गया.

ज्वालामुखी अनुसंधान एजेंसी ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि जावा के मुख्य द्वीप पर मेरापी पर्वत का विस्फोट इतना भीषण था की ज्वालामुखी की ढलानों से दो किलोमीटर नीचे तक गैस के बादल फैल गए.

इंडोनेशिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी मेरापी पर्वत में विस्फोट

एजेंसी ने बताया कि पर्वत के पास रह रहे गांव वालों को उससे कम से कम तीन किलोमीटर दूर रहने की सलाह दी गई है. ज्वालामुखी में विस्फोट से निकली राख से गांवों में कीचड़ की बारिश हुई. लोगों ने बताया कि उन्होंने 30 किलोमीटर दूर से विस्फोट की आवाज सुनी थी.

एजेंसी ने मेरापी में चेतावनी की श्रेणी को नहीं बढ़ाया, क्योंकि वह पहले से ही चल रही गतिविधि के कारण तीसरे यानी उच्चतम स्तर पर थी.

पढ़ें-न्यूजीलैंड : ज्वालामुखी विस्फोट के बाद शवों को खोजने का अभियान जारी

2,968 मीटर ऊंचा पर्वत इंडोनेशिया के 500 ज्वालामुखियों में सबसे ज्यादा सक्रिय है. इससे पहले 2010 में इस ज्यावामुखी में विस्फोट हुआ था, जिसमें 353 लोगों की मौत हो गई थी.

यह द्वीपसमूह भूकंप और ज्वालामुखीय गतिविधि से ग्रस्त है, क्योंकि यह महासागर के चारों ओर फॉल्ट लाइनों की घोड़े की नाल के आकार की शृंखला 'रिंग ऑफ फायर' के पास है.

जकार्ता : इंडोनेशिया में मंगलवार को एक ज्वालामुखी में विस्फोट हो गया. इस धमाके में भारी मात्रा में पाइरोक्लास्टिक सामग्री निकली और ज्वालामुखी से निकलते धुएं का गुबार आसमान में छह किलोमीटर ऊपर तक उਠ गया.

ज्वालामुखी अनुसंधान एजेंसी ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि जावा के मुख्य द्वीप पर मेरापी पर्वत का विस्फोट इतना भीषण था की ज्वालामुखी की ढलानों से दो किलोमीटर नीचे तक गैस के बादल फैल गए.

इंडोनेशिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी मेरापी पर्वत में विस्फोट

एजेंसी ने बताया कि पर्वत के पास रह रहे गांव वालों को उससे कम से कम तीन किलोमीटर दूर रहने की सलाह दी गई है. ज्वालामुखी में विस्फोट से निकली राख से गांवों में कीचड़ की बारिश हुई. लोगों ने बताया कि उन्होंने 30 किलोमीटर दूर से विस्फोट की आवाज सुनी थी.

एजेंसी ने मेरापी में चेतावनी की श्रेणी को नहीं बढ़ाया, क्योंकि वह पहले से ही चल रही गतिविधि के कारण तीसरे यानी उच्चतम स्तर पर थी.

पढ़ें-न्यूजीलैंड : ज्वालामुखी विस्फोट के बाद शवों को खोजने का अभियान जारी

2,968 मीटर ऊंचा पर्वत इंडोनेशिया के 500 ज्वालामुखियों में सबसे ज्यादा सक्रिय है. इससे पहले 2010 में इस ज्यावामुखी में विस्फोट हुआ था, जिसमें 353 लोगों की मौत हो गई थी.

यह द्वीपसमूह भूकंप और ज्वालामुखीय गतिविधि से ग्रस्त है, क्योंकि यह महासागर के चारों ओर फॉल्ट लाइनों की घोड़े की नाल के आकार की शृंखला 'रिंग ऑफ फायर' के पास है.

Last Updated : Mar 3, 2020, 4:36 PM IST
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