ETV Bharat / international

भारत ने रूस के साथ AK-47 203 राइफल डील को किया फाइनल

आधिकारिक रूसी मीडिया ने गुरुवार को बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी रूस यात्रा के दौरान भारत में AK-47 203 राइफल के विनिर्माण के लिए एक बड़ी डील को अंतिम रूप दे दिया है. इसके तहत भारतीय सेना को लगभग 7,70,000 AK -47 203 राइफलों की आवश्यकता है, जिनमें से 100,000 का आयात किया जाएगा और शेष भारत में निर्मित किया जाएगा.

AK 47 203
AK 47 203
author img

By

Published : Sep 3, 2020, 6:34 PM IST

मॉस्को : आधिकारिक रूसी मीडिया ने गुरुवार को बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी रूस यात्रा के दौरान भारत में AK-47 203 राइफल के विनिर्माण के लिए एक बड़ी डील को अंतिम रूप दे दिया है.

AK-47 203, AK-47 राइफल का नवीनतम और सबसे उन्नत संस्करण है, जो भारतीय लघु शस्त्र प्रणाली (INSAS) 5.56x45 मिमी असॉल्ट राइफल का स्थान लेगा.

रूस की समाचार एजेंसी स्पुतनिक ने कहा कि भारतीय सेना को लगभग 7,70,000 AK-47 203 राइफलों की आवश्यकता है, जिनमें से 100,000 का आयात किया जाएगा और शेष भारत में निर्मित किया जाएगा.

रूसी राज्य एजेंसी ने आगे कहा कि भारत में सैन्य निर्यात के लिए क्लाशनिकोव कंसर्न और रोसोबोरोनेक्सपोर्ट के बीच स्थापित, संयुक्त उद्यम इंडो-रूस राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) के हिस्से के रूप में राइफल्स भारत में निर्मित की जाएंगी.

OFB (IRRPL) में 50.5 प्रतिशत की बहुमत हिस्सेदारी का मालिक होगा, जबकि क्लाशनिकोव समूह के पास 42 प्रतिशत हिस्सा होगा.

रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस की राज्य के स्वामित्व वाली निर्यात एजेंसी रोसोबोरोनेक्सपोर्ट शेष 7.5 प्रतिशत का मालिक होगा.

पढ़ें - 118 एप्स पर बैन से बौखलाया चीन, लगाया दुर्व्यवहार का आरोप

रिपोर्ट में कहा गया है कि 7.6239 मिमी के रूसी हथियार का उत्पादन उत्तर प्रदेश के कोरवा आयुध कारखाने में किया जाएगा, जिसका उद्घाटन पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.

रिपोर्ट के अनुसार प्रति राइफल की लागत लगभग 1,100 अमेरिकी डॉलर होने की उम्मीद है, जिसमें प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और विनिर्माण इकाई स्थापित करने की लागत भी शामिल है.

स्पुतनिक रिपोर्ट में कहा गया है इसमें हिमालय की अधिक ऊंचाई पर जाम और मैगजीन क्रैकिंग जैसे कुछ मुद्दों को विकसित किया है.

मॉस्को : आधिकारिक रूसी मीडिया ने गुरुवार को बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी रूस यात्रा के दौरान भारत में AK-47 203 राइफल के विनिर्माण के लिए एक बड़ी डील को अंतिम रूप दे दिया है.

AK-47 203, AK-47 राइफल का नवीनतम और सबसे उन्नत संस्करण है, जो भारतीय लघु शस्त्र प्रणाली (INSAS) 5.56x45 मिमी असॉल्ट राइफल का स्थान लेगा.

रूस की समाचार एजेंसी स्पुतनिक ने कहा कि भारतीय सेना को लगभग 7,70,000 AK-47 203 राइफलों की आवश्यकता है, जिनमें से 100,000 का आयात किया जाएगा और शेष भारत में निर्मित किया जाएगा.

रूसी राज्य एजेंसी ने आगे कहा कि भारत में सैन्य निर्यात के लिए क्लाशनिकोव कंसर्न और रोसोबोरोनेक्सपोर्ट के बीच स्थापित, संयुक्त उद्यम इंडो-रूस राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) के हिस्से के रूप में राइफल्स भारत में निर्मित की जाएंगी.

OFB (IRRPL) में 50.5 प्रतिशत की बहुमत हिस्सेदारी का मालिक होगा, जबकि क्लाशनिकोव समूह के पास 42 प्रतिशत हिस्सा होगा.

रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस की राज्य के स्वामित्व वाली निर्यात एजेंसी रोसोबोरोनेक्सपोर्ट शेष 7.5 प्रतिशत का मालिक होगा.

पढ़ें - 118 एप्स पर बैन से बौखलाया चीन, लगाया दुर्व्यवहार का आरोप

रिपोर्ट में कहा गया है कि 7.6239 मिमी के रूसी हथियार का उत्पादन उत्तर प्रदेश के कोरवा आयुध कारखाने में किया जाएगा, जिसका उद्घाटन पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.

रिपोर्ट के अनुसार प्रति राइफल की लागत लगभग 1,100 अमेरिकी डॉलर होने की उम्मीद है, जिसमें प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और विनिर्माण इकाई स्थापित करने की लागत भी शामिल है.

स्पुतनिक रिपोर्ट में कहा गया है इसमें हिमालय की अधिक ऊंचाई पर जाम और मैगजीन क्रैकिंग जैसे कुछ मुद्दों को विकसित किया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.