नई दिल्ली : पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज (PML-N Vice President Maryam Nawaz) ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से कहा है कि वह पाकिस्तान की जांच समिति की 'हानिकारक' रिपोर्ट के तुरंत बाद अपने पद से इस्तीफा दे दें. एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ECP) ने संबंधित संस्थानों से कानून के मुताबिक कार्रवाई करने को कहा है.
मरियम ने लाहौर में एक संवाददाता को संबोधित करते हुए कहा कि इमरान खान को अपने जानबूझकर झूठ, तथ्यों को छिपाने और अवैध विदेशी फंडिंग के लिए तुरंत इस्तीफा दे (Imran Khan should resign immediately) देना चाहिए.
उन्होंने कहा कि इमरान खान सबूत छिपाने, गलत घोषणा और गलत बयान के लिए जिम्मेदार हैं, इसलिए उनके और उनकी पार्टी के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. गेंद अब कानून के शासन को सुनिश्चित करने वाले संस्थानों के पाले में है और लोग उम्मीद कर रहे हैं कि उन्हें कार्रवाई करने के लिए कहें, जैसा कि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के मामले में किया था.
रिपोर्ट के अनुसार, पीटीआई ने कुल 26 खातों की घोषणा की और अपने 18 सक्रिय खातों में से केवल चार का जिक्र किया. यह केवल झूठ के बारे में नहीं है, बल्कि उन्होंने ईसीपी जांच को विफल करने के लिए अपना पूरा प्रयास किया है.
मरियम ने कहा कि पहले उन्होंने ECP पर दबाव बनाने की कोशिश (Trying to put pressure on ECP) की, फिर रिपोर्ट को सार्वजनिक करने से रोकने के लिए धमकियों का सहारा लिया. जब यह पर्याप्त नहीं था, तो उन्होंने इसके अधिकार क्षेत्र को चुनौती दी और अगले सात वर्षों के लिए देरी की रणनीति का इस्तेमाल किया. रिपोर्ट में कहा गया है, PML-N की दिग्गज ने आगे कहा कि सत्तारूढ़ पीटीआई ने अमेरिका, मध्य पूर्व, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और इंग्लैंड से पार्टी के कर्मचारियों के नाम पर धन लिया, जबकि कुछ कंपनियां ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में स्थित थीं.
उन्होंने कहा कि पीटीआई ने ECP को झूठे और मनगढ़ंत प्रमाणपत्र सौंपे. उन्होंने कहा कि इमरान खान विदेशी फंडिंग के प्रमुख हस्ताक्षरकर्ता थे और यह सब उनके साथ-साथ तत्कालीन पीटीआई नेता आरिफ अल्वी द्वारा अधिकृत था. उनके अनुसार, पीटीआई केवल यह बताने में विफल रही कि उसे विदेशी फंडिंग कहां से मिली और इसे कहां खर्च किया.
(आईएएनएस)