इस्लामाबाद: एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आईएमएफ ने पाकिस्तान से चीन-पाकिस्तान आर्थिक गालियारे (सीपीईसी) की जानकारी मांगी है. जिसके कारण अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) से पाकिस्तान को मिलने वाले राहत पैकेज में देरी हो सकती है.
आईएमएफ ने पाकिस्तान से इस बात की गारंटी मांगी है कि पाकिस्तान राहत पैकेज की राशि का इस्तेमाल चीन को कर्ज की किश्तें चुकाने में नहीं करेगा.
पाकिस्तान के अखबार डॉन ने सोमवार को आधिकारिक स्रोतों के हवाले से कहा कि दोनों पक्ष अनुबंध की अंतिम शर्तों पर गहन चर्चा कर रहे हैं. जिससे राहत पैकेज को अंतिम रूप देने के लिये यहां आने वाले आईएमएफ दल को देरी हो सकती है.
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आपको बता दें कि पाकिस्तान के वित्त मंत्री असद उमर ने कुछ समय पहले कहा था कि आईएमएफ का एक दल विश्वबैंक के साथ ग्रीष्मकालीन बैठक के तुरंत बाद पाकिस्तान आने वाला है.
उन्होंने कहा था कि अप्रैल महीने के अंत राहत पैकेज पर हस्ताक्षर हो जाएंगे.