ETV Bharat / international

आईएईए ने जापान से फुकुशिमा से पानी निकालने में पारदर्शिता बरतने को कहा

आईएईए के परमाणु सुरक्षा विभाग के प्रमुख लाइडी एवरार्ड ने कहा कि पानी और उसके शोधन के बारे में पारदर्शिता और पूरी जानकारी परियोजना की सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण है.

iaea
iaea
author img

By

Published : Sep 7, 2021, 9:45 PM IST

टोक्यो : अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के विशेषज्ञों ने मंगलवार को जापान से जर्जर पड़े फुकुशिमा परमाणु संयंत्र से शोधित लेकिन अब भी रेडियोधर्मी पानी को समुद्र में बहाने की योजना के बारे में पूरी और विस्तृत जानकारी देने को कहा.

जापान की मदद कर रही तीन सदस्यीय टीम ने बुधवार को फुकुशिमा दाइची संयंत्र का दौरा करने से पहले मंगलवार को सरकारी अधिकारियों से मुलाकात कर तकनीकी जानकारी पर बातचीत की.

आईएईए के परमाणु सुरक्षा विभाग के प्रमुख लाइडी एवरार्ड ने कहा कि पानी और उसके शोधन के बारे में पारदर्शिता और पूरी जानकारी परियोजना की सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण है.

सरकार और संयंत्र के संचालक टोक्यो इलेक्ट्रिक पॉवर कंपनी होल्डिंग्स ने अप्रैल में घोषणा की थी कि 2023 में पानी निकालना शुरू किया जाएगा ताकि वहां रखे सैकड़ों टैंक हटाकर अन्य सुविधाओं के लिए जगह बनाई जा सके. हालांकि इस योजना का मछुआरों और स्थानीय निवासियों तथा चीन एवं दक्षिण कोरिया समेत जापान के पड़ोसियों ने कड़ा विरोध किया है.

(एपी)

टोक्यो : अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के विशेषज्ञों ने मंगलवार को जापान से जर्जर पड़े फुकुशिमा परमाणु संयंत्र से शोधित लेकिन अब भी रेडियोधर्मी पानी को समुद्र में बहाने की योजना के बारे में पूरी और विस्तृत जानकारी देने को कहा.

जापान की मदद कर रही तीन सदस्यीय टीम ने बुधवार को फुकुशिमा दाइची संयंत्र का दौरा करने से पहले मंगलवार को सरकारी अधिकारियों से मुलाकात कर तकनीकी जानकारी पर बातचीत की.

आईएईए के परमाणु सुरक्षा विभाग के प्रमुख लाइडी एवरार्ड ने कहा कि पानी और उसके शोधन के बारे में पारदर्शिता और पूरी जानकारी परियोजना की सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण है.

सरकार और संयंत्र के संचालक टोक्यो इलेक्ट्रिक पॉवर कंपनी होल्डिंग्स ने अप्रैल में घोषणा की थी कि 2023 में पानी निकालना शुरू किया जाएगा ताकि वहां रखे सैकड़ों टैंक हटाकर अन्य सुविधाओं के लिए जगह बनाई जा सके. हालांकि इस योजना का मछुआरों और स्थानीय निवासियों तथा चीन एवं दक्षिण कोरिया समेत जापान के पड़ोसियों ने कड़ा विरोध किया है.

(एपी)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.