हांगकांग : हांगकांग के मीडिया कारोबारी जिमी लाई को फर्जीवाड़ा और राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित आरोपों के तहत हिरासत में लिए जाने के करीब तीन हफ्ते बाद बुधवार को जमानत मिल गई.
हांगकांग में लोकतंत्र के मुखर पैरोकार लाई पर उनकी मीडिया कंपनी 'नेक्स्ट डिजिटल' के कार्यालय के लिए पट्टे की शर्तों का कथित तौर पर उल्लंघन किए जाने को लेकर तीन दिसंबर को फर्जीवाड़ा का आरोप लगाया गया था. बाद में 12 दिसंबर को उनपर विदेशी ताकतों के साथ साठगांठ करने और राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत आरोप लगाए गए.
हांगकांग पुलिस ने हालिया महीनों में लाई समेत कई लोकतंत्र समर्थकों और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया. जून में चीन के अर्द्ध स्वायत्त क्षेत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किए जाने के बाद से हांगकांग में कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाई गई है.
लाई को बुधवार को एक अदालत के समक्ष पेश किया गया और उन्हें 13 लाख डॉलर के मुचलके पर जमानत दे दी गई. उन्हें तीन दिसंबर से ही जेल में रखा गया था.
जमानत की शर्तों के मुताबिक लाई अपने घर से कहीं बाहर नहीं जाएंगे और बाहर जाने के पहले पुलिस को इसकी सूचना देंगे. दूसरे देशों के अधिकारियों से मिलने पर भी पाबंदी लगाई गई है. वह अखबार, वेबसाइट के लिए आलेख भी नहीं लिख पाएंगे और साक्षात्कार भी नहीं दे पाएंगे. उन्हें अपने यात्रा दस्तावेज भी अदालत को सौंपने को कहा गया.
हांगकांग के अभियोजकों ने जमानत को खारिज करने की अपील की, लेकिन अदालत ने इस अनुरोध को स्वीकार नहीं किया. हांगकांग में लोकतंत्र के समर्थन में तथा ज्यादा अधिकारों की मांग को लेकर प्रदर्शन तेज होने के बाद चीन ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया था. ये प्रदर्शन जून 2019 में शुरू हुए थे.
पढ़ें-हांगकांग के मीडिया दिग्गज जिम्मी लाई पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत आरोप
इस महीने की शुरुआत में हांगकांग ने लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता जोशुआ वोंग और एग्नेश चो को पिछले साल पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन में उनकी भूमिका के लिए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.