ढाका/काठमांडू : विश्व के कई नेताओं ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने एक सच्चा मित्र खो दिया है, जिन्होंने उनके देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूती प्रदान करने में काफी योगदान दिया.
मुखर्जी का सोमवार को राजधानी दिल्ली में सेना के एक अस्पताल में निधन हो गया.
बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया और उन्हें एक 'सच्चा मित्र' बताते हुए देश के 1971 मुक्ति संग्राम में उनके 'उल्लेखनीय एवं न भूलने वाले' योगदान को याद किया.
हामिद ने मुखर्जी को बांग्लादेश का 'सच्चा और ईमानदार मित्र' बताते हुए कहा, 'उनके निधन से उपमहाद्वीप के राजनीतिक क्षेत्र को एक अपूरणीय क्षति हुई है.' उन्होंने कहा कि मुखर्जी ने बांग्लादेश के 1971 मुक्ति संग्राम के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
हसीना ने कहा, 'मैं भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन से बहुत दुखी हूं. इस दुख की घड़ी में मेरे विचार और प्रार्थनाएं परिवार के सदस्यों के साथ हैं.'
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नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी, प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली और सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ नेपाल के अध्यक्ष बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद ने भी मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया.
राष्ट्रपति भंडारी ने ट्वीट किया, 'नेपाल ने एक अच्छा दोस्त खो दिया.'
ओली ने ट्वीट किया, 'मैं भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन की खबर से बहुत दुखी हूं.' उन्होंने भारत के लोगों और शोक संतप्त परिवार के प्रति भी गहरी संवेदना व्यक्त की.
ओली ने कहा, 'हम उनके सार्वजनिक जीवन के कार्यकाल में नेपाल-भारत संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को याद करते हैं.'
प्रचंड ने कहा कि दक्षिण एशिया ने एक बौद्धिक नेता खो दिया है.
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रूस के राष्ट्रपति व्लादिर पुतिन ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे एक संदेश में मुखर्जी के निधन पर दुख व्यक्त किया.
पुतिन ने एक बयान में कहा, 'पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर मेरी गहरी संवेदना स्वीकार करें. रूस के एक सच्चे मित्र के तौर पर उन्होंने हमारे देशों के संबंधों को मजबूती प्रदान करने में अपना व्यक्तिगत योगदान दिया.'
श्रीलंकाई प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने भी मुखर्जी के निधन पर दुख व्यक्त किया.
भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर ने भी मुखर्जी के निधन पर दुख व्यक्त किया.
साथ ही मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह और अफगान नेता अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने भी ट्वीट करके मुखर्जी के निधन पर दुख जताया.