टोक्यो : दक्षिणी जापान में तीन दिनों से भारी बारिश हो रही है, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है. बारिश व बाढ़ से मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 40 हो गई है. एक नदी के किनारे स्थित नर्सिंग होम बाढ़ की चपेट में आ गया, जिसमें 14 लोगों की डूब कर मौत हो गई.
सेना के जवानों और अन्य बचाव दल ने बाढ़ग्रस्त कुमा नदी के किनारे कीचड़ और मलबे के बीच अपना काम किया, जहां कई घर और इमारतें पूरी तरह से डूबी हैं. मौसम एजेंसी ने उत्तरी क्यूशू के तीन प्रिफेक्चर में अत्यंत भारी बारिश की चेतावनी जारी की. द्वीप का दक्षिणी क्षेत्र पूरे सप्ताहांत भारी बारिश से त्रस्त रहा.
कुमामोतो शहर में नदी के किनारे बसे इलाके सहित क्यूशू से लगभग पांच लाख से अधिक लोगों को घर छोड़ने की सलाह दी गई है. कुमामोतो शहर से 40 शव बरामद किए गए. मृतकों में कुमा नदी के किनारे स्थित नर्सिंग होम के 14 बुजुर्ग शामिल हैं.
कुमामोतो से कई लोगों को हेलीकॉप्टर और नौकाओं के जरिए बाहर निकाला गया है. रक्षा बल, तट रक्षक और दमकल विभाग के 40,000 से अधिक कर्मी बचाव कार्य में जुटे हैं.
बाढ़ और जमीन धंसने के कारण सेंजुएन देखभाल केंद्र में रहने वाले करीब 65 लोग और उनकी देखभाल करने वाले 30 व्यक्ति वहां फंस गए थे. इसके बाद वहां फंसे रह गए शेष 51 लोगों को रविवार को बचा लिया गया.
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स्थानीय 'राफ्टिंग' कंपनी के संचालक शीगेमिस्तो ने सरकारी प्रसारक 'एनएचके' को बताया कि कुल 18 लोगों की मौत हुई है जबकि 16 अन्य लोगों के मारे जाने की आशंका है. वहीं रविवार दोपहर तक अन्य 14 लापता थे.
दमकल एवं आपदा प्रबंधन एजेंसी के अनुसार कई लोग अब भी बाढ़ग्रस्त इलाकों में फंसे हैं और मदद का इंतजार कर रहे हैं.