काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार को तालिबान के एक आत्मघाती हमले में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और 145 घायल हो गए. तालिबान के साथ शांति समझौते के बाद लग रहा था कि हिंसा थम रही है. हालांकि, ऐसा लग रहा है कि पूरे अफगानिस्तान में एक बार फिर रक्तपात का दौर लौट आया है. पिछले माह देश में हुई हिंसक घटनाओं में करीब 1,500 लोग हताहत हुए हैं.
अफगानिस्तान की राजधानी में काबुल में आज तालिबान ने कार बम विस्फोट किया. सुबह करीब नौ बजे हुआ यह विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसमान में धुएं की चादर फैल गई और घटनास्थल से दूर स्थित दुकानों के भी शीशे टूट गए.
देश के गृह मंत्रालय ने बताया कि कार बम से यह विस्फोट किया गया. लेकिन हमले का जिम्मा लेने वाले तालिबान ने दावा किया कि यह बहुत बड़ा ट्रक बम था. एक अफगान सुरक्षा अधिकारी ने भी एएफपी को बताया कि यह ट्रक बम था.
सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों में एक परिसर की कई क्षतिग्रस्त इमारतें नजर आ रही हैं. अफगान अधिकारियों ने बताया कि कम से कम 10 नागरिक और चार पुलिसकर्मी धमाके में मारे गए. घायल हुए 145 लोगों में 92 आम नागरिक हैं.
एक स्थानीय पत्रकार ज़केरिया हसानी ने बताया 'धुआं छंटने पर मैंने कई महिलाओं को विस्फोट स्थल पर बदहवास हालत में अपने पति या बच्चों की तलाश करते देखा.' इस माह के शुरू में दोहा में अमेरिका और तालिबान की आठवें दौर की बैठक हुई. इसका उद्देश्य शांति समझौता था जिसके तहत अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की उपस्थिति कम की जानी थी.
अफगानिस्तान में 28 सितंबर को होने वाले चुनाव के मद्देनजर अमेरिका और तालिबान के बीच चल रही वार्ता के साथ ही हिंसा बढ़ गई है. मंगलवार को तालिबान ने अफगान नागरिकों को सार्वजनिक स्थानों से दूर रहने के लिए आगाह किया था.
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत रहीमी ने बताया कि विस्फोट पश्चिमी काबुल में स्थानीय समयानुसार सुबह करीब नौ बजे हुआ. एक दुकानदार अहमद सालेह ने बताया, 'मैंने बड़ा धमाका सुना और मेरी दुकान के सभी खिड़कियों के शीशे टूट कर बिखर गए.'
उन्होंने कहा, 'मेरा सिर घूम रहा है और अब भी मुझे नहीं पता कि क्या हुआ लेकिन धमाके से, करीब एक किलोमीटर दूर तक की तकरीबन 20 दुकानों की खिड़कियों के शीशे टूट गए.' सोशल मीडिया पर चल रहे एक वीडियो और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विस्फोट के बाद छोटे हथियारों से गोलीबारी की आवाज सुनी गई.
पढ़ें: हिरोशिमा पर बमबारी के 74 साल, 1.40 लाख लोगों की हुई थी मौत
आमतौर पर आतंकवादी किसी स्थान को निशाना बनाने के लिए आत्मघाती हमलावर का इस्तेमाल करते हैं और उसके बाद बंदूकधारी इलाके में गोलीबारी करते हैं. अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार-बुधवार की रात को अफगान कमांडो ने इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के एक ठिकाने को निशाना बनाया.
(एक्सट्रा इनपुट- भाषा)