ETV Bharat / international

काबुल में तालिबान का आत्मघाती हमला, 14 की मौत, 145 घायल

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक बार फिर बम धमाका हुआ है. इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 145 लोग घायल हुए हैं. तालिबान ने घटना की जिम्मेदारी ली है.

आत्मघाती हमला.
author img

By

Published : Aug 7, 2019, 6:44 PM IST

काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार को तालिबान के एक आत्मघाती हमले में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और 145 घायल हो गए. तालिबान के साथ शांति समझौते के बाद लग रहा था कि हिंसा थम रही है. हालांकि, ऐसा लग रहा है कि पूरे अफगानिस्तान में एक बार फिर रक्तपात का दौर लौट आया है. पिछले माह देश में हुई हिंसक घटनाओं में करीब 1,500 लोग हताहत हुए हैं.

अफगानिस्तान की राजधानी में काबुल में आज तालिबान ने कार बम विस्फोट किया. सुबह करीब नौ बजे हुआ यह विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसमान में धुएं की चादर फैल गई और घटनास्थल से दूर स्थित दुकानों के भी शीशे टूट गए.

देश के गृह मंत्रालय ने बताया कि कार बम से यह विस्फोट किया गया. लेकिन हमले का जिम्मा लेने वाले तालिबान ने दावा किया कि यह बहुत बड़ा ट्रक बम था. एक अफगान सुरक्षा अधिकारी ने भी एएफपी को बताया कि यह ट्रक बम था.

आत्मघाती हमले के बाद की स्थिति

सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों में एक परिसर की कई क्षतिग्रस्त इमारतें नजर आ रही हैं. अफगान अधिकारियों ने बताया कि कम से कम 10 नागरिक और चार पुलिसकर्मी धमाके में मारे गए. घायल हुए 145 लोगों में 92 आम नागरिक हैं.

एक स्थानीय पत्रकार ज़केरिया हसानी ने बताया 'धुआं छंटने पर मैंने कई महिलाओं को विस्फोट स्थल पर बदहवास हालत में अपने पति या बच्चों की तलाश करते देखा.' इस माह के शुरू में दोहा में अमेरिका और तालिबान की आठवें दौर की बैठक हुई. इसका उद्देश्य शांति समझौता था जिसके तहत अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की उपस्थिति कम की जानी थी.

अफगानिस्तान में 28 सितंबर को होने वाले चुनाव के मद्देनजर अमेरिका और तालिबान के बीच चल रही वार्ता के साथ ही हिंसा बढ़ गई है. मंगलवार को तालिबान ने अफगान नागरिकों को सार्वजनिक स्थानों से दूर रहने के लिए आगाह किया था.

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत रहीमी ने बताया कि विस्फोट पश्चिमी काबुल में स्थानीय समयानुसार सुबह करीब नौ बजे हुआ. एक दुकानदार अहमद सालेह ने बताया, 'मैंने बड़ा धमाका सुना और मेरी दुकान के सभी खिड़कियों के शीशे टूट कर बिखर गए.'

उन्होंने कहा, 'मेरा सिर घूम रहा है और अब भी मुझे नहीं पता कि क्या हुआ लेकिन धमाके से, करीब एक किलोमीटर दूर तक की तकरीबन 20 दुकानों की खिड़कियों के शीशे टूट गए.' सोशल मीडिया पर चल रहे एक वीडियो और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विस्फोट के बाद छोटे हथियारों से गोलीबारी की आवाज सुनी गई.

पढ़ें: हिरोशिमा पर बमबारी के 74 साल, 1.40 लाख लोगों की हुई थी मौत

आमतौर पर आतंकवादी किसी स्थान को निशाना बनाने के लिए आत्मघाती हमलावर का इस्तेमाल करते हैं और उसके बाद बंदूकधारी इलाके में गोलीबारी करते हैं. अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार-बुधवार की रात को अफगान कमांडो ने इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के एक ठिकाने को निशाना बनाया.

(एक्सट्रा इनपुट- भाषा)

काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार को तालिबान के एक आत्मघाती हमले में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और 145 घायल हो गए. तालिबान के साथ शांति समझौते के बाद लग रहा था कि हिंसा थम रही है. हालांकि, ऐसा लग रहा है कि पूरे अफगानिस्तान में एक बार फिर रक्तपात का दौर लौट आया है. पिछले माह देश में हुई हिंसक घटनाओं में करीब 1,500 लोग हताहत हुए हैं.

अफगानिस्तान की राजधानी में काबुल में आज तालिबान ने कार बम विस्फोट किया. सुबह करीब नौ बजे हुआ यह विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसमान में धुएं की चादर फैल गई और घटनास्थल से दूर स्थित दुकानों के भी शीशे टूट गए.

देश के गृह मंत्रालय ने बताया कि कार बम से यह विस्फोट किया गया. लेकिन हमले का जिम्मा लेने वाले तालिबान ने दावा किया कि यह बहुत बड़ा ट्रक बम था. एक अफगान सुरक्षा अधिकारी ने भी एएफपी को बताया कि यह ट्रक बम था.

आत्मघाती हमले के बाद की स्थिति

सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों में एक परिसर की कई क्षतिग्रस्त इमारतें नजर आ रही हैं. अफगान अधिकारियों ने बताया कि कम से कम 10 नागरिक और चार पुलिसकर्मी धमाके में मारे गए. घायल हुए 145 लोगों में 92 आम नागरिक हैं.

एक स्थानीय पत्रकार ज़केरिया हसानी ने बताया 'धुआं छंटने पर मैंने कई महिलाओं को विस्फोट स्थल पर बदहवास हालत में अपने पति या बच्चों की तलाश करते देखा.' इस माह के शुरू में दोहा में अमेरिका और तालिबान की आठवें दौर की बैठक हुई. इसका उद्देश्य शांति समझौता था जिसके तहत अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की उपस्थिति कम की जानी थी.

अफगानिस्तान में 28 सितंबर को होने वाले चुनाव के मद्देनजर अमेरिका और तालिबान के बीच चल रही वार्ता के साथ ही हिंसा बढ़ गई है. मंगलवार को तालिबान ने अफगान नागरिकों को सार्वजनिक स्थानों से दूर रहने के लिए आगाह किया था.

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत रहीमी ने बताया कि विस्फोट पश्चिमी काबुल में स्थानीय समयानुसार सुबह करीब नौ बजे हुआ. एक दुकानदार अहमद सालेह ने बताया, 'मैंने बड़ा धमाका सुना और मेरी दुकान के सभी खिड़कियों के शीशे टूट कर बिखर गए.'

उन्होंने कहा, 'मेरा सिर घूम रहा है और अब भी मुझे नहीं पता कि क्या हुआ लेकिन धमाके से, करीब एक किलोमीटर दूर तक की तकरीबन 20 दुकानों की खिड़कियों के शीशे टूट गए.' सोशल मीडिया पर चल रहे एक वीडियो और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विस्फोट के बाद छोटे हथियारों से गोलीबारी की आवाज सुनी गई.

पढ़ें: हिरोशिमा पर बमबारी के 74 साल, 1.40 लाख लोगों की हुई थी मौत

आमतौर पर आतंकवादी किसी स्थान को निशाना बनाने के लिए आत्मघाती हमलावर का इस्तेमाल करते हैं और उसके बाद बंदूकधारी इलाके में गोलीबारी करते हैं. अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार-बुधवार की रात को अफगान कमांडो ने इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के एक ठिकाने को निशाना बनाया.

(एक्सट्रा इनपुट- भाषा)

ZCZC
PRI GEN INT
.KABUL FGN15
AFGHAN-2NDLD BLAST
At least 95 wounded in Taliban blast in Kabul
(Eds: Updates toll, Adds Taliban claim )
         Kabul, Aug 7 (AFP) Scores of people were wounded when a Taliban car bomb detonated in Kabul on Wednesday, sending a massive plume of smoke over the capital and shattering windows far from the blast site.
         Violence is surging across Afghanistan and in Kabul as the US and the Taliban negotiate a peace deal ahead of elections planned for September 28.
         The car bomb exploded near the entrance of a police station in western Kabul around 9:00 am (local time), interior ministry spokesman Nasrat Rahimi said.
         Health ministry spokesman Wahidullah Mayar said at least 95 people, mostly civilians and including women and children, had been taken to hospital.
         "I heard a big bang and all the windows of my shop broke with glass flying everywhere," shopkeeper Ahmad Saleh told AFP.
         "My head is spinning and still I don't know what has happened but the windows of about 20 shops around one kilometre from the blast site are broken." The Taliban claimed responsibility for the attack.
According to footage on social media and witnesses, small-arms fire could be heard following the blast.
         A common insurgent tactic is to use a suicide bomber to hit a target and then follow up with gunmen storming the area.
         More than 1,500 civilians were killed or wounded in the Afghan conflict in July alone, according to the UN, the highest monthly toll so far this year and the worst single month since May 2017.
         Overnight Tuesday-Wednesday, Afghan commandos stormed a safe house for Islamic State fighters near Kabul's airport, officials said. Details of that operation were still emerging.
         At least five people were killed and seven wounded in Kabul on Tuesday when a vehicle carrying workers from the counter-narcotics directorate was bombed, the interior ministry said. (AFP)

PMS
PMS
08071217
NNNN
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.