दुबई : सऊदी अरब की राजधानी रियाद में एक तेल संयंत्र पर ड्रोन हमला हुआ. सऊदी की सरकारी समाचार समिति सऊदी प्रेस एजेंसी ने बताया कि इस हमले में जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ और तेल आपूर्ति बाधित नहीं हुई.
इस हमले की अभी विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है और प्राधिकारियों ने संयंत्र का नाम नहीं बताया है, लेकिन देश की दिग्गज तेल कंपनी सऊदी अरेबियन ऑयल कंपनी (सऊदी अरामको) रियाद के दक्षिणपूर्व में एक रिफाइनरी संचालित करती है.
सऊदी अरब ने इस हमले के लिए हूती विद्रोहियों को जिम्मेदार नहीं ठहराया है, लेकिन कुछ घंटों पहले, हूती सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल येहिया सैरी ने कहा था कि हूती विद्रोहियों ने रियाद में अरामको के एक संयंत्र पर छह ड्रोन दागे हैं.
सऊदी नीत गठबंधन बल यमन में दक्षिणी सीमा पर ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ लड़ रहे हैं और इसी कारण देश पर हवाई हमले बढ़ गए हैं. हाल ही में, प्रतिदिन 5,50,000 बैरल की क्षमता वाली देश की सबसे बड़ी कच्चे तेल की रिफाइनरी में ड्रोन हमला हुआ था, जिसके बाद सऊदी अरब के क्षेत्रीय दुश्मनों की बढ़ती क्षमताओं को लेकर चिंता बढ़ गई है.
रियाद तेल संयंत्र पर ड्रोन से हमला, कोई हताहत नहीं - तेल संयंत्र पर ड्रोन से हमला
सऊदी अरब की राजधानी रियाद में एक तेल संयंत्र पर ड्रोन हमला हुआ था. इस हमले में किसी प्रकार के जानमाल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
दुबई : सऊदी अरब की राजधानी रियाद में एक तेल संयंत्र पर ड्रोन हमला हुआ. सऊदी की सरकारी समाचार समिति सऊदी प्रेस एजेंसी ने बताया कि इस हमले में जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ और तेल आपूर्ति बाधित नहीं हुई.
इस हमले की अभी विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है और प्राधिकारियों ने संयंत्र का नाम नहीं बताया है, लेकिन देश की दिग्गज तेल कंपनी सऊदी अरेबियन ऑयल कंपनी (सऊदी अरामको) रियाद के दक्षिणपूर्व में एक रिफाइनरी संचालित करती है.
सऊदी अरब ने इस हमले के लिए हूती विद्रोहियों को जिम्मेदार नहीं ठहराया है, लेकिन कुछ घंटों पहले, हूती सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल येहिया सैरी ने कहा था कि हूती विद्रोहियों ने रियाद में अरामको के एक संयंत्र पर छह ड्रोन दागे हैं.
सऊदी नीत गठबंधन बल यमन में दक्षिणी सीमा पर ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ लड़ रहे हैं और इसी कारण देश पर हवाई हमले बढ़ गए हैं. हाल ही में, प्रतिदिन 5,50,000 बैरल की क्षमता वाली देश की सबसे बड़ी कच्चे तेल की रिफाइनरी में ड्रोन हमला हुआ था, जिसके बाद सऊदी अरब के क्षेत्रीय दुश्मनों की बढ़ती क्षमताओं को लेकर चिंता बढ़ गई है.