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कोरोना वायरस : चीन में 132 की मौत, 6000 से अधिक मामलों की पुष्टि

चीन में घातक कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है. संक्रमण से 25 और लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जिसके साथ ही इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 132 हो गई है. करीब 6,000 लोगों के इसकी चपेट में आने की भी पुष्टि की गई है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि वायरस संक्रमण अगले 10 दिन में चरम पर पहुंच जाएगा जिसके परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में लोगों की मौत होगी.

कोरोना वायरस
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Published : Jan 29, 2020, 7:58 AM IST

Updated : Feb 28, 2020, 8:57 AM IST

बीजिंग : चीन में घातक कोरोना वायरस का कहर इस कदर बढ़ता जा रहा है कि इससे 25 और लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जिसके साथ ही इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 132 हो गई है. करीब 6,000 लोगों के इसकी चपेट में आने की भी पुष्टि की गई है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि वायरस संक्रमण अगले 10 दिन में चरम पर पहुंच जाएगा जिसके परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में लोगों की मौत होगी.

चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि वायरस संक्रमण के 5,974 मामलों की पुष्टि हो गई और वायरस की वजह से होने वाले निमोनिया के 31 नए मामले मंगलवार तक सामने आए थे.

सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार अभी तक कुल 132 लोग इस वायरस के कारण मारे गए हैं.

उसने कहा कि मंगलवार तक हुबेई प्रांत में कोरोना वायरस के कारण 125 लोगों की मौत हो गई और 3,554 मामलों की पुष्टि हुई थी.

एजेंसी ने बताया कि कोरोना वायरस से पीड़ितों लोगों में से 1,239 की हालत गंभीर है और चीन में इसके 9,239 संभावित मामले सामने आए हैं.

कोरोना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है लेकिन इनमें से केवल छह विषाणु ही लोगों को संक्रमित करते हैं. इसके सामान्य प्रभावों के चलते सर्दी-जुकाम होता है लेकिन ‘सिवीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम’ (सार्स) ऐसा कोरोनावायरस है जिसके प्रकोप से 2002-03 में चीन और हांगकांग में करीब 650 लोगों की मौत हो गई थी.

तिब्बत को छोड़कर चीन के सभी प्रांतों से कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए इसे फैलने से रोकना एक बड़ी चुनौती बन गई है.

चीन के अलावा, थाइलैंड में सात मामले, जापान में तीन, दक्षिण कोरिया में तीन, अमेरिका में तीन, वियतनाम में दो, सिंगापुर में चार, मलेशिया में तीन, नेपाल में एक, फ्रांस में तीन, ऑस्ट्रेलिया में चार और श्रीलंका में कोरोना वायरस का एक मामला सामने आया है.

बीजिंग में जिस 50 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है उसके संक्रमित होने के बारे में 22 जनवरी को पता चला था. वह आठ से 15 जनवरी के बीच वुहान शहर में था.

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोमवार को यह स्वीकार किया कि चीन में इस घातक विषाणु के वैश्विक जोखिम का आकलन करने में उससे गलती हुई. उसने कहा कि जोखिम मध्यम श्रेणी में नहीं बल्कि उच्च श्रेणी में है.

बीजिंग : चीन में घातक कोरोना वायरस का कहर इस कदर बढ़ता जा रहा है कि इससे 25 और लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जिसके साथ ही इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 132 हो गई है. करीब 6,000 लोगों के इसकी चपेट में आने की भी पुष्टि की गई है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि वायरस संक्रमण अगले 10 दिन में चरम पर पहुंच जाएगा जिसके परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में लोगों की मौत होगी.

चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि वायरस संक्रमण के 5,974 मामलों की पुष्टि हो गई और वायरस की वजह से होने वाले निमोनिया के 31 नए मामले मंगलवार तक सामने आए थे.

सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार अभी तक कुल 132 लोग इस वायरस के कारण मारे गए हैं.

उसने कहा कि मंगलवार तक हुबेई प्रांत में कोरोना वायरस के कारण 125 लोगों की मौत हो गई और 3,554 मामलों की पुष्टि हुई थी.

एजेंसी ने बताया कि कोरोना वायरस से पीड़ितों लोगों में से 1,239 की हालत गंभीर है और चीन में इसके 9,239 संभावित मामले सामने आए हैं.

कोरोना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है लेकिन इनमें से केवल छह विषाणु ही लोगों को संक्रमित करते हैं. इसके सामान्य प्रभावों के चलते सर्दी-जुकाम होता है लेकिन ‘सिवीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम’ (सार्स) ऐसा कोरोनावायरस है जिसके प्रकोप से 2002-03 में चीन और हांगकांग में करीब 650 लोगों की मौत हो गई थी.

तिब्बत को छोड़कर चीन के सभी प्रांतों से कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए इसे फैलने से रोकना एक बड़ी चुनौती बन गई है.

चीन के अलावा, थाइलैंड में सात मामले, जापान में तीन, दक्षिण कोरिया में तीन, अमेरिका में तीन, वियतनाम में दो, सिंगापुर में चार, मलेशिया में तीन, नेपाल में एक, फ्रांस में तीन, ऑस्ट्रेलिया में चार और श्रीलंका में कोरोना वायरस का एक मामला सामने आया है.

बीजिंग में जिस 50 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है उसके संक्रमित होने के बारे में 22 जनवरी को पता चला था. वह आठ से 15 जनवरी के बीच वुहान शहर में था.

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोमवार को यह स्वीकार किया कि चीन में इस घातक विषाणु के वैश्विक जोखिम का आकलन करने में उससे गलती हुई. उसने कहा कि जोखिम मध्यम श्रेणी में नहीं बल्कि उच्च श्रेणी में है.

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चीन में कोरोनावायरस के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 106 हुई, अब तक 4,500 से अधिक मामले सामने आए



बीजिंग, 28 जनवरी (भाषा) चीन में कोरोनावायरस से 24 और लोगों की मौत हो गई और इसीके साथ इस विषाणु से मरने वालों की संख्या बढ़कर 106 हो गई है जबकि इससे संबंधित निमोनिया के अब तक 4,515 पुष्ट मामले सामने आए हैं.



स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.



तिब्बत को छोड़कर चीन के सभी प्रांतों से कोरोनावायरस के मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए इसे फैलने से रोकना एक बड़ी चुनौती बन गई है.



चीन के अलावा, थाइलैंड में सात मामले, जापान में तीन, दक्षिण कोरिया में तीन, अमेरिका में तीन, वियतनाम में दो, सिंगापुर में चार, मलेशिया में तीन, नेपाल में एक, फ्रांस में तीन, ऑस्ट्रेलिया में चार और श्रीलंका में कोरोनावायरस का एक मामला सामने आया है.



चीन में कोरोनावायरस के कारण अब तक 106 लोगों की जान जा चुकी है और अब तक करीब 1,300 नए मामलों की पुष्टि हुई है.



इस संक्रमण के केंद्र मध्य हुबेई प्रांत के स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि विषाणु संक्रमण के कारण और 24 लोगों की मौत हो गई है. उन्होंने बताया कि और 1,291 लोग इस संक्रमण से ग्रसित पाए गए हैं जिसके साथ ही देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण के पुष्ट मामलों की संख्या 4,000 से अधिक हो गई है.



हुबेई प्रांत के स्वास्थ्य आयोग ने मंगलावर को कहा कि सोमवार तक नए किस्म के निमोनिया (कोरोनावायरस) के हुबई प्रांत में कुल 4,515 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. 2,567 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, इनमें से 563 की हालत गंभीर है और 127 की हालत नाजुक बनी हुई है.



सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को बुखार से पीड़ित 31,934 मरीज अस्पतालों में आए हैं.



कोरोनावायरस के कारण सोमवार को बीजिंग और शंघाई में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई.



बीजिंग में जिस 50 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है उसके संक्रमित होने के बारे में 22 जनवरी को पता चला था. वह आठ से 15 जनवरी के बीच वुहान शहर में था.



बीजिंग में सोमवार तक आठ नए मामले सामने आए जिसके साथ यहां संक्रमित कुल मामलों की संख्या 80 पर पहुंच गई.



विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोमवार को यह स्वीकार किया कि चीन में इस घातक विषाणु के वैश्विक जोखिम का आकलन करने में उससे गलती हुई. उसने कहा कि जोखिम 'मध्यम' श्रेणी में नहीं बल्कि उच्च श्रेणी में है.


Conclusion:
Last Updated : Feb 28, 2020, 8:57 AM IST
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