इस्लामाबाद : कोरोना वायरस महामारी ने जन स्वास्थ्य और वैश्विक अर्थव्यवस्था को काफी क्षति पहुंचाई है, लेकिन साथ ही सभी सेक्टरों में इसने डिजिटल परिवर्तन की प्रक्रिया में तेजी लाने के नए अवसर दिए हैं. यह बात शंघाई सहयोग संगठन के महासचिव व्लादिमीर नोरोव ने चार दिवसीय 23वें सतत् विकास सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में कहा.
इसका विषय कोविड-19 के समय में सतत् विकास है जिसका उद्घाटन सोमवार को इस्लामाबाद में सतत् विकास नीति संस्थान (एसडीपीआई) ने किया. एसडीपीआई ने बयान जारी कर बताया कि एससीओ के महासचिव ने कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण में डिजिटल अर्थव्यवस्था और सीमा पार ई-कॉमर्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
उन्होंने कहा कि महामारी के समय में वैश्विक ऑनलाइन खुदरा बिक्री बढ़ रही है और अतिरिक्त नौकरियों का सृजन हो रहा है. नोरोव ने कहा एससीओ के सदस्य देश अफगानिस्तान में स्थायित्व को क्षेत्रीय शांति और आर्थिक विकास की जरूरत के तौर पर देख रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की सीमाएं एससीओ के चार सदस्य देशों के साथ लगती हैं और इसका स्थायित्व पूरे क्षेत्र में शांति और विकास के लिए महत्वपूर्ण है. एससीओ का मुख्यालय बीजिंग में है जिसमें आठ सदस्य हैं. भारत और पाकिस्तान 2017 में समूह में शामिल हुए. इसके संस्थापक सदस्यों में चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं.