येरेवान : नागोर्नो-करबाख के अलगाववादी क्षेत्र पर अर्मेनियाई और अजरबैजानी बलों के बीच लड़ाई अब भी जारी है, दोनों पक्षों ने इस लड़ाई में फिर से हमला शुरू करने के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराया है. यह लड़ाई रविवार से शुरू हुई है. जिसमें अब तक दर्जनों लोग मारे गए हैं.
मंगलवार को अर्मेनिया के रक्षा मंत्रालय ने अजरबैजान पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त अर्मेनिया के भीतर स्थित वार्डेनिस क्षेत्र के नागरिक अवसंरचना के खिलाफ हमले का आरोप लगाया है.
आर्मेनिया का दावा है कि एक यात्री बस एक अजरबैजानी ड्रोन से टकरा गई थी. इस घटना से किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं मिली है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मंगलवार शाम को अर्मेनिया और अजरबैजान से आह्वान किया कि वह लड़ाई को तुरंत रोकें और बिना पूर्व शर्त के तत्काल बातचीत फिर से शुरू करें.
मारे गए सैनिक और नागरिकों की संख्या
नागोर्नो-करबाख रक्षा मंत्रालय ने रविवार से 84 सैनिकों के मारे जाने की सूचना दी, जबकि अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने कहा कि 10 नागरिक मारे गए, हालांकि उन्होंने देश के सैन्य हताहतों का विवरण नहीं दिया.
नागोर्नो-करबाख अजरबैजान के भीतर स्थित है, लेकिन तीन साल पहले सोवियत संघ के टूटने के बाद एक अलगाववादी युद्ध के अंत में अर्मेनियाई सरकार द्वारा समर्थित जातीय अर्मेनियाई बलों के नियंत्रण में रहा है.
पढ़ें - आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच लड़ाई दूसरे दिन भी जारी
आर्मीनिया ने यह दावा भी किया कि अजरबैजान के चार हेलिकॉप्टरों को मार गिराया गया. जिस इलाके में सोमवार सुबह लड़ाई शुरू हुई, वह अजरबैजान के तहत आता है, लेकिन यहां पर 1994 से ही आर्मीनिया द्वारा समर्थित बलों का कब्जा है.
अजरबैजान के कुछ क्षेत्रों में मार्शल लॉ लगाया गया है तथा कुछ प्रमुख शहरों में कर्फ्यू के आदेश भी दिए गए हैं.