नई दिल्ली / दुबई : कुवैत के अमीर (शासक) शेख सबाह अल अहमद अल सबाह का 91 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. अमीर के निधन पर पीएम मोदी ने कहा कि अरब जगत ने एक प्रिय नेता खो दिया जबकि भारत ने एक करीबी दोस्त और दुनिया ने एक महान राजनेता खो दिया है. राष्ट्रपति कोविंद ने भी अमीर के निधन पर शोक जताते हुए बयान जारी किया.
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी आधिकारिक ट्वीट में लिखा गया, 'मेरी संवेदनाएं अमीर के परिवार, कुवैत सरकार और वहां के लोगों के साथ हैं.'
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Deeply saddened at the demise of His Highness Sheikh Sabah Al-Ahmed Al-Jaber Al-Sabah, Amir of the State of Kuwait. He was a great statesman, humanitarian leader and close friend of India. My condolences to HH’s family, Kuwaiti Govt and its people in this time of grief.
— President of India (@rashtrapatibhvn) September 29, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— President of India (@rashtrapatibhvn) September 29, 2020
राष्ट्रपति कोविंद ने अमीर को भारत का करीबी दोस्त करार दिया. उन्होंने कहा कि वह एक स्टेट्समैन और मानवता के पैरोकार थे.
पीएम मोदी ने कहा कि शेख सबाह ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई और कुवैत में भारतीय समुदाय का हमेशा विशेष ध्यान रखा.
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My heartfelt condolences on the sad demise of His Highness Sheikh Sabah Al-Ahmed Al-Jaber Al-Sabah, Amir of the State of Kuwait. In this moment of grief our thoughts are with the Al-Sabah family and the people of the State of Kuwait.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 29, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Narendra Modi (@narendramodi) September 29, 2020
प्रधानमंत्री ने कहा, कुवैत के अमीर शेख सबाह अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह के निधन पर मेरी हार्दिक श्रद्धांजलि. दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं अल-सबाह परिवार और कुवैत के लोगों के साथ हैं.'
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, 'आज, कुवैत और अरब जगत ने एक प्रिय नेता, भारत ने एक करीबी दोस्त और दुनिया ने एक महान राजनेता खो दिया है. उन्होंने हमारे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने में हमेशा अग्रणी भूमिका निभाई तथा कुवैत में भारतीय समुदाय का हमेशा विशेष ख्याल रखा.'
शाही दरबार मंत्री ने दी जानकारी
गौरतलब है कि शेख सबाह के निधन के संबंध में कुवैत की सरकारी टीवी ने जानकारी दी. सरकारी टीवी ने कुरान की आयतों के प्रसारण के साथ शेख सबाह के इंतकाल की सूचना दी. शाही दरबार मंत्री शेख अली जर्राह अल सबाह ने संक्षिप्त बयान पढ़ा. उन्होंने कहा कि दुख के साथ बताया जाता है कि कुवैती लोग, अरब और इस्लामी विश्व के लोग शेख सबाह के निधन से दुखी हैं.
हालांकि, उनके इंतकाल का कारण नहीं बताया गया है. शेख सबाह जुलाई 2020 में बीमार हो गए थे. कोरोना वायरस महामारी के बीच उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था तथा उनका ऑपरेशन हुआ था. उस वक्त भी अधिकारियों ने बीमारी के बारे में जानकारी नहीं दी थी.
क्लीनिक से नहीं मिली जानकारी
इसके बाद अमेरिकी वायुसेना का सी-17 फ्लाइंग हॉस्पिटल शेख सबाह को मिनिसोटा के रोचेस्टर ले गया था, जहां मायो क्लीनिक स्थित है. मायो क्लीनिक ने टिप्पणी के अनुरोध पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
बता दें कि कुवैत की पहचान तेल समृद्ध देश के रूप में है. अमीर शेख सबाह ने लंबे वक्त तक विदेश मंत्री रहने के दौरान 1990 के खाड़ी युद्ध के बाद इराक के साथ करीबी रिश्ते कायम करने और अन्य क्षेत्रीय संकटों का समाधान निकालने के लिए काफी काम किया.
शेख सबाह ने कतर और अन्य अरब देशों के बीच विवाद के कूटनीतिक हल के लिए भी कोशिशें कीं और यह प्रयास आज की तारीख तक जारी रहे.
वह 2006 में कुवैत के अमीर बने थे. इससे पहले कुवैत की संसद ने उनके पूर्ववर्ती अमीर शेख साद अल अब्दुल्लाह अल सबाह को नौ दिन के शासन के बाद ही बीमारी की वजह से तख्त से हटा दिया था.
इराकी फौजें 1990 में कुवैत में घुस आई थीं. इसके बाद अमेरिकी नीत जंग में इराकी सेना को खदेड़ दिया गया था. इसके बाद से ही कुवैत अमेरिका का घनिष्ठ सहयोगी है.
शेख सबाह का जन्म 16 जून, 1929 को हुआ था. उन्हें 1963 में देश का विदेश मंत्री बनाया गया था और वह चार दशक तक इस पद पर रहे.
उनके सौतेले भाई और तत्कालीन अमीर शेख जबर अल अहमद अल सबाह ने उन्हें 2003 में देश का प्रधानमंत्री नियुक्त किया था.