हैदराबाद : 75 वर्ष पहले 16 जुलाई, 1945 को अमेरिका ने दुनिया के पहले परमाणु बम का सफल परीक्षण किया था. इसे मैनहटन प्रोजेक्ट का नाम दिया गया. इस परीक्षण को न्यू मैक्सिको में अंजाम दिया गया था. हालांकि इस विनाशकारी शक्ति का दुनिया को जल्द ही एहसास हुआ, जब द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अमेरिका ने अगले ही माह दो जापानी शहरों- हिरोशिमा (छह अगस्त, 1945) और नागासाकी (नौ अगस्त, 1945) पर इस शक्ति का उपयोग किया. उसका परिणाम जापान आज भी भुगत रहा है. हालांकि इसके बाद ही द्वितीय विश्व युद्ध का अंत भी हो गया. ईटीवी भारत की इस विशेष खबर में जानिए कैसे की गई थी इस परमाणु विस्फोट को गिराने की तैयरी...
- 21 दिसंबर, 1938 - लिसे मित्नेर और ऑटोहन के काम के माध्यम से जर्मन की खोज की गई.
- 2 अगस्त, 1939 - आइंस्टीन ने एक पत्र लिखकर अमेरिका के राष्ट्रपति फैंकलिन डेलानों रूजवेल्ट (एफजीआर) को यूरेनियम पर सलाहकार समिति के गठन का जवाब दिया.
- 2 जुलाई, 1941 - ब्रिटिश द्वारा एमएयूडी रिपोर्ट में परमाणु बम की संभावना की पुष्टि की गई.
- 7 दिसंबर, 1941 - जापान ने पर्ल हार्बर पर हमला किया, जिसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका ने द्वितीय विश्व युद्ध का ऐलान कर दिया.
- 18 दिसंबर, 1941 - यूरेनियम पर सलाहकार समिति ने पहली बार मिलकर एस-1 समिति का पुनर्गठन किया.
- 17 जून, 1942 - अमेरिका सेना के इंजीनियर दल ने एक परमाणु बम का विकास किया.
- 13 अगस्त, 1942 - प्रारंभ में कर्नल जेम्स सी मार्शल के आदेश पर मैनहट्टन परियोजना औपचारिक रूप से बनाई गई.
- 17 सितंबर, 1942 - कर्नल लेस्ली आर ग्रोव्स मैनहट्टन इंजीनियर मंडल के प्रमुख नियुक्त किए गए, छह दिन बाद ब्रिगेडियर जनरल पदोन्नत हुए.
- 19 सितंबर, 1942 - ओक रिज शहर को यूरेनियम उत्पादन के लिए चुना गया.
- 25 नवंबर, 1942 - ग्रोव्स द्वारा बम उत्पादन के लिए लॉस एलामोस स्थल का चयन किया गया. उसके बाद उन्होंने लॉस एलामोस में 'प्रोजेक्ट-वाई' के प्रमुख के लिए जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर को नियुक्त किया.
- 2 दिसंबर, 1942 - पहली बार आत्मनिर्भर परमाणु प्रतिक्रिया बनाई गई.
- 16 जनवरी, 1943 - ग्रोव्स ने प्लूटोनियम के विकास के लिए हैनफोर्ड, वाशिंगटन को नामित किया है.
- 7 अगस्त, 1944 - जनरल जॉर्ज सी. मार्शल ने जानकारी दी कि 1 अगस्त, 1945 तक एक यूरेनियम बम तैयार हो जाएगा.
- 27 सितंबर, 1944 - बी-29 बमवर्षक , बोक्सस्कर और टिनियन को रवाना किया और प्रारंभिक लक्ष्य कोकुरा की ओर किया गया. खराब दृश्यता के कारण पायलट को द्वितीयत लक्ष्य, नागासाकी की ओर लेकर गई. उसके बाद सुबह 11:02 बजे, फैट मैन में विस्फोट होता है. छह दिन बाद 15 अगस्त को जापानी साम्राज्य ने आत्मसमर्पण करने की घोषणा की.
- 12 अप्रैल, 1945 - एफडीआर के मरने के बाद हैरी एस ट्रूमैन राष्ट्रपित बन गए. ट्रूमैन ने मैनहट्टन प्रोजेक्ट पर 25 अप्रैल को जानकारी दी.
- 27 अप्रैल, 1945 - समिति ने पहली बार मिलकर परमाणु बमबारी के लिए सत्रह लक्ष्य स्थलों का चयन किया. इस सूची में हिरोशिमा और नागासाकी दोनों शामिल थे.
- 11 जुलाई, 1945 - एक '100-टन परीक्षण', न्यू मैक्सिको के आलमोगोर्डो में ट्रिनिटी टेस्ट साइट से 800 गज की दूरी पर आयोजित किए गए, जिसमें 108 टन टीएनटी का विस्फोट और रिएक्टर विखंडन उत्पादों के 1,000 क्यूरी शामिल थी. यह विस्फोट अब तक किए गए इतिहास में सबसे बड़ा था.
- 11 जुलाई, 1945 - सभा में 'गैजेट' बम का परीक्षण परीक्षण शुरू किया गया.
- 14 जुलाई, 1945 - वैज्ञानिकों ने धमाका करने वाला गैजेट 100 फुट के टॉवर पर उठाया. उसके बाद अंतिम परीक्षण की तैयारी शुरू कर दी.
- 16 जुलाई, 1945 - न्यू मैक्सिको के आलमोगोर्डो में सुबह 5:29 बजे ट्रिनिटी टेस्ट किया गया. यह इतिहास का पहला परमाणु विस्फोट था. इस विस्फोट में 100 फुट स्टील टॉवर भी उड़ गया.
- 17 जुलाई 1945 - ट्रिनिटी टेस्ट के सफल होने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपित ट्रूमैन ने पॉट्सडैम सम्मेलन में भाग लिया और जापान को बिना शर्त आत्मसमर्पण करने को कहा, उन्होंने जापानी को चेतावनी देते हुए कहा कि वह शीघ्र और पूरी तरह से विनास का सामना करें. इसके बाद जापानी अधिकारी ने इस मांग को नजर अंदाज कर दिया.
- 26 जुलाई, 1945 - 'फ्याट म्यान' और 'लिटिल बॉय' परमाणुओं को टिनियन द्वीप में सभा के लिए लाया गया.
- 6 अगस्त, 1945 - सुबह 8:16 बजे अमेरिका बी-29 बॉम्बर 'इनोला गे' ने जापान के हिरोशिमा में परमाणु बम गिराया. जिसके विस्फोट ने शहर के पांच वर्ग मील तक हर चीजें नष्ट कर दी.
- 9 अगस्त, 1945 - सुबह 11:02 पर अमेरिका का दूसरा परमाणु बम जापान के नागासाकी पर गिरा. परमाणु बम के इस हमले में 74,000 लोगों की जान चली गई थी.