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चीनी विदेश मंत्री ने अमेरिका को सभी विवादों पर दिया बातचीत का प्रस्ताव

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Published : Dec 7, 2020, 5:05 PM IST

अमेरिका में जो बाइडेन के सत्ता में आने के बाद चीन को कठोर कार्रवाई का डर सता रहा है. यही कारण है कि अब तक अमेरिका को बात-बात पर चुनौती देने वाला चीन अब सभी मुद्दों पर बातचीत कर मामले को सुलझाना चाहता है. पढ़ें रिपोर्ट.

china-america
चीन-अमेरिका

बीजिंग : सोमवार को अमेरिका-चीन व्यापार परिषद के निदेशक मंडल के साथ बैठक में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि चीन और अमेरिका को सभी स्तरों पर बातचीत शुरू करनी चाहिए. किसी भी मुद्दे पर बातचीत की मेज पर चर्चा की जा सकती है. इस प्रकार से ही दोनों देशों का रणनीतिक और दीर्घकालिक मुद्दों पर संपर्क में रहना संभव है.

सैन्य कार्रवाई कर सकते हैं बिडेन

वांग यी ने कहा कि चीनी पक्ष बातचीत के लिए हमेशा तैयार है. दोनों पक्ष बातचीत को बढ़ावा देने और मतभेदों को सुलझाने के लिए विषयों की एक सूची का मसौदा तैयार कर सकते हैं. वांग यी का यह बयान उन खबरों के बीच आया है, जिनमें कहा गया है कि बिडेन अमेरिका और उसके सहयोगियों को एकजुट कर चीन के खिलाफ सैन्य और प्रभावी कार्रवाई कर सकते हैं.

शी जिनपिंग को ठग कहा था

कनाडा की पत्रिका ओटावा सिटीजन के लिए टेरी ग्लेविन ने लिखा है कि फरवरी में बिडेन ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को ठग कहा था, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शी को महान नेता कहा था. डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से व्यापार वार्ता में लाभ प्राप्त करने के लिए हांगकांग और शिनजियांग में चीनी राष्ट्रपति की कार्रवाई पर बीजिंग को जवाबदेह ठहराने से भी इनकार कर दिया था. जाहिर है बाइडेन चीन पर ट्रंप से ज्यादा कड़ा रुख अपनाएंगे.

उइगरों के समर्थन में बिडेन

ग्लेविन आगे लिखते हैं कि बिडेन उइगरों के बड़े पैमाने पर कारावास और उइगर संस्कृति को नष्ट करने के प्रयासों को एक नरसंहार घोषित कर चुके हैं. इस बीच दो साल पहले, ट्रंप ने कहा था कि राष्ट्रपति शी और मैं हमेशा दोस्त रहेंगे. वह चीन के लिए काम कर रहे हैं और मैं अमेरिका के लिए, लेकिन इसके अलावा, हम एक-दूसरे से प्यार करते हैं. ट्रंप ने भी शिनजियांग पर शी को कमजोर करने की कोशिश की थी. हालांकि, अब संयुक्त राज्य अमेरिका और दुनिया के उदार लोकतांत्रिक देश शी जिनपिंग की बर्बरता के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं.

सभी देश खतरे के तौर पर देख रहे

हांगकांग और शिनजियांग के मुद्दे पर बीजिंग मनमानी कर रहा है. संयुक्त राष्ट्र और विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) पर चीन अपमानजनक तरीके से आतंक का शासन चला रहा है. एक के बाद एक देश को अपनी बंधक कूटनीति के माध्यम से चीन फंसाता जा रहा है. जी 20 अर्थव्यवस्थाओं में चीन बौद्धिक संपदा की चोरी कर रहा है. दक्षिण चीन सागर में अन्य देशों को धमका रहा है. सभी देश इसे अपने लिए खतरे के तौर पर देख रहे हैं.

चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा

इन सब को देखते हुए चीन को लक्षित करने वाले 300 से अधिक अलग-अलग बिलों को कांग्रेस में डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों द्वारा तैयार किया गया है. हांगकांग और शिनजियांग में तबाही को संबोधित करने वाले महत्वपूर्ण बिलों का पूर्ण द्विदलीय समर्थन प्राप्त है.अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी को खतरा मानते हुए 6 दिसंबर को अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज में 80 से अधिक सूचीबद्ध चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया.

बीजिंग : सोमवार को अमेरिका-चीन व्यापार परिषद के निदेशक मंडल के साथ बैठक में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि चीन और अमेरिका को सभी स्तरों पर बातचीत शुरू करनी चाहिए. किसी भी मुद्दे पर बातचीत की मेज पर चर्चा की जा सकती है. इस प्रकार से ही दोनों देशों का रणनीतिक और दीर्घकालिक मुद्दों पर संपर्क में रहना संभव है.

सैन्य कार्रवाई कर सकते हैं बिडेन

वांग यी ने कहा कि चीनी पक्ष बातचीत के लिए हमेशा तैयार है. दोनों पक्ष बातचीत को बढ़ावा देने और मतभेदों को सुलझाने के लिए विषयों की एक सूची का मसौदा तैयार कर सकते हैं. वांग यी का यह बयान उन खबरों के बीच आया है, जिनमें कहा गया है कि बिडेन अमेरिका और उसके सहयोगियों को एकजुट कर चीन के खिलाफ सैन्य और प्रभावी कार्रवाई कर सकते हैं.

शी जिनपिंग को ठग कहा था

कनाडा की पत्रिका ओटावा सिटीजन के लिए टेरी ग्लेविन ने लिखा है कि फरवरी में बिडेन ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को ठग कहा था, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शी को महान नेता कहा था. डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से व्यापार वार्ता में लाभ प्राप्त करने के लिए हांगकांग और शिनजियांग में चीनी राष्ट्रपति की कार्रवाई पर बीजिंग को जवाबदेह ठहराने से भी इनकार कर दिया था. जाहिर है बाइडेन चीन पर ट्रंप से ज्यादा कड़ा रुख अपनाएंगे.

उइगरों के समर्थन में बिडेन

ग्लेविन आगे लिखते हैं कि बिडेन उइगरों के बड़े पैमाने पर कारावास और उइगर संस्कृति को नष्ट करने के प्रयासों को एक नरसंहार घोषित कर चुके हैं. इस बीच दो साल पहले, ट्रंप ने कहा था कि राष्ट्रपति शी और मैं हमेशा दोस्त रहेंगे. वह चीन के लिए काम कर रहे हैं और मैं अमेरिका के लिए, लेकिन इसके अलावा, हम एक-दूसरे से प्यार करते हैं. ट्रंप ने भी शिनजियांग पर शी को कमजोर करने की कोशिश की थी. हालांकि, अब संयुक्त राज्य अमेरिका और दुनिया के उदार लोकतांत्रिक देश शी जिनपिंग की बर्बरता के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं.

सभी देश खतरे के तौर पर देख रहे

हांगकांग और शिनजियांग के मुद्दे पर बीजिंग मनमानी कर रहा है. संयुक्त राष्ट्र और विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) पर चीन अपमानजनक तरीके से आतंक का शासन चला रहा है. एक के बाद एक देश को अपनी बंधक कूटनीति के माध्यम से चीन फंसाता जा रहा है. जी 20 अर्थव्यवस्थाओं में चीन बौद्धिक संपदा की चोरी कर रहा है. दक्षिण चीन सागर में अन्य देशों को धमका रहा है. सभी देश इसे अपने लिए खतरे के तौर पर देख रहे हैं.

चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा

इन सब को देखते हुए चीन को लक्षित करने वाले 300 से अधिक अलग-अलग बिलों को कांग्रेस में डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों द्वारा तैयार किया गया है. हांगकांग और शिनजियांग में तबाही को संबोधित करने वाले महत्वपूर्ण बिलों का पूर्ण द्विदलीय समर्थन प्राप्त है.अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी को खतरा मानते हुए 6 दिसंबर को अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज में 80 से अधिक सूचीबद्ध चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया.

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