इस्लामाबाद : पाकिस्तान के कराची में जिन्ना अस्पताल के सामने एक गोली से छलनी लाश मिली है, जिसकी पहचान वर्ल्ड सिंध कांग्रेस के अनुसार राजनीतिक कार्यकर्ता नियाज लेशारी के रूप में की गई है.
वर्ल्ड सिंध कांग्रेस (डब्ल्यूएससी) ने एक बयान में कहा कि दो दशकों से सिंधी राष्ट्रीय आंदोलन से जुड़े लेशारी पिछले साल अप्रैल से लापता हो गए थे.
जेय सिंध कौमी महाज - अरिसार के राष्ट्रीय कांग्रेस सदस्य लेशारी का पहली बार अप्रैल 2018 में कराची से राज्य एजेंसियों ने अपहरण कर लिया था. बाद में सितंबर 2018 में उन्हें आजाद कर दिया गया था.
अप्रैल 2019 में एंटी टेररिज्म कोर्ट (एटीसी) में सुनवाई से लौटते समय उनका फिर से अपहरण कर लिया गया था. डब्ल्यूएससी ने लेशारी की अतिरिक्त-न्यायिक हत्या की निंदा की है.
नागरिक समाज और मानवाधिकार कार्यकर्ता ने एक बयान में पढ़ा कि इस तरह की हरकत सिंधी लोगों के मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन हैं.
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बयान में कहा गया है कि डब्ल्यूएससी इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र और अन्य प्रासंगिक मंचों पर उठाएगा, ताकि सिंधियों को इन अत्याचारों से बचाया जा सके.
गौरतलब है कि पाकिस्तान के सैन्य खुफिया और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस द्वारा सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों में बड़ी संख्या में राजनीतिक कार्यकर्ताओं का अपहरण किया जाता है.
कई कार्यकर्ता इससे प्रताड़ित हैं और उनके गोली से छलनी शरीर अलग-थलग स्थानों पर पाए गए हैं.