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आर्मीनिया द्वारा युद्धविराम के तहत सौंपे गए क्षेत्र में दाखिल हुए अजरबैजान के सैनिक

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Published : Nov 20, 2020, 4:43 PM IST

आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र में 27 सितंबर, 2020 से युद्ध शुरू हुआ था. इस युद्ध में दोनों पक्षों के सैकड़ों सैनिकों की जान चली गई. हालांकि दोनों देशों के बीच युद्धविराम समझौता पिछले हफ्ते हो गया है. समझौते के तहत अजरबैजान की सेना अघदाम क्षेत्र में प्रवेश हुई. बता दें कि यह क्षेत्र युद्धविराम समझौते के तहत आर्मीनिया के बलों ने अजरबैजान को सौंपा है.

युद्धविराम
युद्धविराम

मॉस्को : अजरबैजान की सेना की इकाइयां शुक्रवार सुबह अघदाम क्षेत्र में दाखिल हुईं. यह क्षेत्र युद्धविराम समझौते के तहत आर्मीनिया के बलों ने अजरबैजान को सौंपा है. अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी.

इस समझौते के चलते अलगाववादी क्षेत्र नागोर्नो-काराबाख में छह हफ्ते तक चला संघर्ष समाप्त हो गया.

दोनों देशों के बीच युद्धविराम पिछले हफ्ते रूस ने करवाया था. इसमें तय हुआ कि आर्मीनिया नागोर्नो-काराबाख सीमाओं के बाहर स्थित अपने नियंत्रण वाले कुछ इलाके अजरबैजान को सौंपेगा. इनमें से पहला इलाका अघदाम शुक्रवार को सौंपा गया.

यह भी पढ़ें- आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच लड़ाई दूसरे दिन भी जारी

नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र अजरबैजान के दायरे में आता है, लेकिन इस पर जातीय आर्मीनियाई बलों का नियंत्रण है.

मॉस्को : अजरबैजान की सेना की इकाइयां शुक्रवार सुबह अघदाम क्षेत्र में दाखिल हुईं. यह क्षेत्र युद्धविराम समझौते के तहत आर्मीनिया के बलों ने अजरबैजान को सौंपा है. अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी.

इस समझौते के चलते अलगाववादी क्षेत्र नागोर्नो-काराबाख में छह हफ्ते तक चला संघर्ष समाप्त हो गया.

दोनों देशों के बीच युद्धविराम पिछले हफ्ते रूस ने करवाया था. इसमें तय हुआ कि आर्मीनिया नागोर्नो-काराबाख सीमाओं के बाहर स्थित अपने नियंत्रण वाले कुछ इलाके अजरबैजान को सौंपेगा. इनमें से पहला इलाका अघदाम शुक्रवार को सौंपा गया.

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नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र अजरबैजान के दायरे में आता है, लेकिन इस पर जातीय आर्मीनियाई बलों का नियंत्रण है.

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