यरूशलम (इज़राइल): इजराइली पुलिस और धुर दक्षिणपंथी यहूदी समूहों से फलस्तीनियों की हिंसक झड़प से यरूशलम में तनाव बढ़ गया है. हालांकि, संयुक्त राष्ट्र ने शांति बनाए रखने की अपील की थी. वहीं, इजराइली नेताओं के आक्रामक ढंग से जवाबी कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी. इसके बावजूद गाजा पट्टी से इजराइल की तरफ फिर से रॉकेट दागे गए.
इजराइल और गाजा के बीच कई महीनों में सीमा-पार से इस पैमाने पर हिंसा हुई है.
सेना ने बताया कि आतंकवादियों ने दक्षिणी इजराइल के स्देरोत कस्बे की तरफ रॉकेट दागे जिन्हें हवाई सुरक्षा बलों ने रोक दिया. गाजा पट्टी में आतंकवादियों ने इजराइल की तरफ करीब 36 रॉकेट दागे जबकि इजराइली सेना ने भी सत्तारूढ़ हमास समूह द्वारा संचालित ठिकानों पर पलटवार किया.
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ये रॉकेट उस वक्त दागे गए जब सैकड़ों फलस्तीनियों की पूर्वी यरूशलम में इजराइली पुलिस के साथ झड़प हुई. इन झड़पों में कम से कम चार पुलिसकर्मी और छह प्रदर्शनकारी घायल हो गए. रमजान के पवित्र माह के दौरान ये झड़पें लगभग हर दिन हो रही हैं और इनके रुकने के कहीं कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं.
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने गाजा और यरूशलम को लेकर शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों से चर्चा की है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को गाजा में बन रही हर स्थिति के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है. यरूशलम को लेकर उन्होंने कहा कि इजराइल हर किसी को उपासना की स्वतंत्रता देगा और उन्होंने शांति बनाए रखने की अपील की.
क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र के दूत टोन वेनेसलैंड ने हिंसा की निंदा की और कहा कि संयुक्त राष्ट्र शांति बनाए रखने के लिए सभी पक्षों के साथ काम कर रहा है.