इस्लामाबादः इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि हो सकता है, एक अगस्त को अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते का ऐलान कर दिया जाए. और अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी शुरू हो जाए.
बता दें कतर की राजधानी दोहा में तालिबान और अमेरिकी प्रतिनिधियों के बीच सोमवार को शांति वार्ता शुरू होने जा रही है.
उसी सिलसिले में पाकिस्तान के अखबार जंग ने द न्यूज की रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि सोमवार को शुरू हो रही शांति वार्ता का ठोस नतीजा सामने आ सकता है.
अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उच्चपदस्थ सूत्रों से संकेत मिल रहे हैं कि अफगानिस्तान से विदेशी फौजों की वापसी के सिलसिले में अमेरिका और तालिबान के बीच एक अगस्त को समझौता हो सकता है.
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राजनयिक सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों पक्ष एक अगस्त को दस्तखत से पहले इस ऐतिहासिक समझौते को अंतिम रूप देने पर काम कर रहे हैं. हो सकता है कि इसका ऐलान दोहा में ही किया जाए साथ ही इसमें अमेरिकी सेना अपनी फौजों की वापसी के प्रोग्राम से भी अवगत करा सकती है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले दो हफ्ते अफगानिस्तान की शांति प्रक्रिया के लिए बेहद खास हैं.
इस दौरान तालिबान नेता मुल्ला हैबातुल्ला पाकिस्तान का दौरा कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से मुलाकात कर सकते हैं. साथ ही यह भी संभव है कि इस दौरान पहली बार तालिबान और अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी के प्रशासन के बीच सीधी बात हो.
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में इस समय 14 हजार अमेरिकी सैनिक तैनात हैं.