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क्या एक अगस्त को होगा अमेरिका-तालिबान शांति समझौता

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Published : Jul 30, 2019, 10:21 AM IST

अगस्त में होने वाले अमेरिका तालिबान समझौते को लेकर लग रही अटकलों के बीच यह संभावना जताई जा रही है कि हो सकता है कि अमेरिका और तालिबान के बीच शांति का ऐलान कर दिया जाए. पढ़ें पूरी खबर....

सौ.आईएएनएस

इस्लामाबादः इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि हो सकता है, एक अगस्त को अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते का ऐलान कर दिया जाए. और अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी शुरू हो जाए.

बता दें कतर की राजधानी दोहा में तालिबान और अमेरिकी प्रतिनिधियों के बीच सोमवार को शांति वार्ता शुरू होने जा रही है.

उसी सिलसिले में पाकिस्तान के अखबार जंग ने द न्यूज की रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि सोमवार को शुरू हो रही शांति वार्ता का ठोस नतीजा सामने आ सकता है.

अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उच्चपदस्थ सूत्रों से संकेत मिल रहे हैं कि अफगानिस्तान से विदेशी फौजों की वापसी के सिलसिले में अमेरिका और तालिबान के बीच एक अगस्त को समझौता हो सकता है.

पढ़ेंः फ्रीडमैनःट्रंप भारत के लिए जितना खतरा लगते हैं उससे कहीं ज्यादा खतरे में डाल सकते हैं

राजनयिक सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों पक्ष एक अगस्त को दस्तखत से पहले इस ऐतिहासिक समझौते को अंतिम रूप देने पर काम कर रहे हैं. हो सकता है कि इसका ऐलान दोहा में ही किया जाए साथ ही इसमें अमेरिकी सेना अपनी फौजों की वापसी के प्रोग्राम से भी अवगत करा सकती है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले दो हफ्ते अफगानिस्तान की शांति प्रक्रिया के लिए बेहद खास हैं.

इस दौरान तालिबान नेता मुल्ला हैबातुल्ला पाकिस्तान का दौरा कर सकते हैं.

प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से मुलाकात कर सकते हैं. साथ ही यह भी संभव है कि इस दौरान पहली बार तालिबान और अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी के प्रशासन के बीच सीधी बात हो.

गौरतलब है कि अफगानिस्तान में इस समय 14 हजार अमेरिकी सैनिक तैनात हैं.

इस्लामाबादः इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि हो सकता है, एक अगस्त को अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते का ऐलान कर दिया जाए. और अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी शुरू हो जाए.

बता दें कतर की राजधानी दोहा में तालिबान और अमेरिकी प्रतिनिधियों के बीच सोमवार को शांति वार्ता शुरू होने जा रही है.

उसी सिलसिले में पाकिस्तान के अखबार जंग ने द न्यूज की रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि सोमवार को शुरू हो रही शांति वार्ता का ठोस नतीजा सामने आ सकता है.

अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उच्चपदस्थ सूत्रों से संकेत मिल रहे हैं कि अफगानिस्तान से विदेशी फौजों की वापसी के सिलसिले में अमेरिका और तालिबान के बीच एक अगस्त को समझौता हो सकता है.

पढ़ेंः फ्रीडमैनःट्रंप भारत के लिए जितना खतरा लगते हैं उससे कहीं ज्यादा खतरे में डाल सकते हैं

राजनयिक सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों पक्ष एक अगस्त को दस्तखत से पहले इस ऐतिहासिक समझौते को अंतिम रूप देने पर काम कर रहे हैं. हो सकता है कि इसका ऐलान दोहा में ही किया जाए साथ ही इसमें अमेरिकी सेना अपनी फौजों की वापसी के प्रोग्राम से भी अवगत करा सकती है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले दो हफ्ते अफगानिस्तान की शांति प्रक्रिया के लिए बेहद खास हैं.

इस दौरान तालिबान नेता मुल्ला हैबातुल्ला पाकिस्तान का दौरा कर सकते हैं.

प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से मुलाकात कर सकते हैं. साथ ही यह भी संभव है कि इस दौरान पहली बार तालिबान और अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी के प्रशासन के बीच सीधी बात हो.

गौरतलब है कि अफगानिस्तान में इस समय 14 हजार अमेरिकी सैनिक तैनात हैं.

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क्या 1 अगस्त को अमेरिका व तालिबान में समझौता हो जाएगा?



 (17:17) 





इस्लामाबाद, 29 जुलाई (आईएएनएस)| पाकिस्तानी मीडिया के एक हिस्से में इस बात का अनुमान जताया जा रहा है कि हो सकता है कि एक अगस्त को अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते का ऐलान कर दिया जाए और अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी शुरू हो जाए।



पाकिस्तान के अखबार जंग ने द न्यूज की रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि कतर की राजधानी दोहा में तालिबान और अमेरिकी प्रतिनिधियों के बीच सोमवार से शुरू हो रही शांति वार्ता का ठोस नतीजा सामने आ सकता है।



अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उच्चपदस्थ सूत्रों से संकेत मिल रहे हैं कि अफगानिस्तान से विदेशी फौजों की वापसी के सिलसिले में अमेरिका और तालिबान के बीच एक अगस्त को समझौता हो सकता है।



राजनयिक सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि एक अगस्त को दस्तखत से पहले इस ऐतिहासिक समझौते को अंतिम रूप देने पर दोनों पक्ष काम कर रहे हैं। हो सकता है कि इसका ऐलान दोहा में ही किया जाए और इसमें अमेरिका अपनी फौजों की वापसी के कार्यक्रम से अवगत करा सकता है।



रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले दो हफ्ते अफगानिस्तान की शांति प्रक्रिया के लिए बेहद खास हैं। इस दौरान तालिबान नेता मुल्ला हैबातुल्ला पाकिस्तान का दौर कर प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से मुलाकात कर सकता है। यह भी संभव है कि इस दौरान पहली बार तालिबान और अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी के प्रशासन के बीच सीधी बात हो।



अफगानिस्तान में इस समय 14 हजार अमेरिकी सैनिक तैनात हैं।


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