इस्लामाबाद : पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Pakistan FM Shah Mahmood Qureshi) ने कहा कि अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया (Afghanistan peace process) सभी हितधारकों का साझा दायित्व है और अकेला एक देश किसी भी नकारात्मक परिणाम की जिम्मेदारी नहीं ले सकता है. उन्होंने तालिबान आतंकवादियों के साथ देश की निकटता को खारिज किया.
कुरैशी ने सोमवार को यहां पाकिस्तान-अफगानिस्तान द्विपक्षीय वार्ता के उद्घाटन कार्यक्रम में कहा कि अफगान अधिकारी अक्सर अपनी विफलताओं के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराते हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि राष्ट्रपति अशरफ गनी के नेतृत्व में अफगान नेताओं की अमेरिका की आगामी यात्रा के दौरान ऐसा नहीं होगा.
उन्होंने कहा, 'मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं और उनकी अच्छी यात्रा की कामना करता हूं, लेकिन मैं पहले से ही बता देता हूं कि यदि वाशिंगटन जाने का उद्देश्य दोषारोपण का एक नया खेल शुरू करना है और सभी समस्याओं और अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया में प्रगति की कमी के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराना है तो वह (पाकिस्तान) मदद नहीं करेगा.'
कुरैशी ने कहा कि आतंकवाद के कारण पाकिस्तान को नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा, 'मैं, पाकिस्तान के निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में, पाकिस्तान का ‘तालिबानीकरण’ नहीं देखना चाहता. मैं इससे अधिक स्पष्ट कैसे कह सकता हूं?' उन्होंने कहा, 'आम चर्चा है कि हम तालिबान के हिमायती हैं. मैं नहीं हूं और मैं उनका प्रतिनिधित्व नहीं करता, मैं पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करता हूं.'
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उन्होंने कहा कि अफगान संघर्ष का कोई सैन्य समाधान नहीं है और सबसे उन्नत सेनाएं और हथियार, बलपूर्वक शांति नहीं ला सकते हैं.