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अमेरिका ने एफ-16 लड़ाकू विमान के दुरुपयोग पर पाक को लगाई फटकार : रिपोर्ट - पाकिस्तान को फटकार लगाई

अमेरिका ने पाकिस्तानी वायुसेना पर आरोप लगाया कि 2019 के शुरुआती महीनों में उसने समझौते की शर्तों का उल्लंघन कर F-16 फाइटर जेट का गलत इस्तेमाल किया.

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एफ 16 लड़ाकू विमान
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Published : Dec 12, 2019, 4:34 PM IST

वाशिंगटन : अमेरिका ने साझा सुरक्षा प्लेटफॉर्म और ढांचों को खतरे में डालकर एफ-16 लड़ाकू विमानों के दुरुपयोग के लिए पाकिस्तान वायु सेना के प्रमुख को गत अगस्त में फटकार लगाई थी. मीडिया में जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.

गौरतलब है कि भारतीय वायु सेना ने महीनों पहले कश्मीर में हवाई युद्ध के दौरान पाकिस्तानी वायु सेना के एक एफ-16 विमान को मार गिराया था.

यूएस न्यूज ने बुधवार को बताया कि हथियार नियंत्रण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की तत्कालीन अवर विदेश मंत्री एंड्रिया थॉम्पसन ने इस मामले को लेकर बीते अगस्त में पाकिस्तान वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल मुजाहिद अनवर खान को पत्र लिखा था.

रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से बताया गया है कि पत्र में 26 फरवरी के बालाकोट हवाई हमलों के फौरन बाद हुई घटनाओं का प्रत्यक्ष जिक्र नहीं है, हालांकि इसमें फरवरी में कश्मीर में एफ-16 विमान के इस्तेमाल को लेकर अमेरिका की चिंताओं को उठाया गया है.

थॉम्पसन ने अपने पत्र में लिखा, 'हमें आपने यह बताया कि ये विमान राष्ट्रीय रक्षा उद्देश्यों से उड़ाए गए थे, लेकिन अमेरिकी सरकार विमानों को अमेरिकी सरकार के गैर अधिकृत अड्डों तक लाने को एफ-16 समझौते के तहत चिंताजनक और असंगत मानती है.'

हालांकि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय और दूतावास ने इस पत्र पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.

गौरतलब है कि पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह के एक आत्मघाती हमलावर ने इसी वर्ष 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 40 सीआरपीएफ जवानों को मार दिया था.

ये भी पढ़ें-बालाकोट में कैसे बरसे थे बम, वायुसेना ने एयर स्ट्राइक पर जारी किया वीडियो

भारत ने इसके बाद 26 फरवरी को बालाकोट में जेईएम के प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला किया था. इसके अगले दिन पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई में मिग-21 विमान को मार गिराया और उसके पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पकड़ लिया था. हालांकि उन्हें बाद में छोड़ दिया था.

भारतीय वायुसेना ने बताया था कि 27 फरवरी को हवाई युद्ध के दौरान उसके एक मिग-21 विमान ने पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था.

वाशिंगटन : अमेरिका ने साझा सुरक्षा प्लेटफॉर्म और ढांचों को खतरे में डालकर एफ-16 लड़ाकू विमानों के दुरुपयोग के लिए पाकिस्तान वायु सेना के प्रमुख को गत अगस्त में फटकार लगाई थी. मीडिया में जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.

गौरतलब है कि भारतीय वायु सेना ने महीनों पहले कश्मीर में हवाई युद्ध के दौरान पाकिस्तानी वायु सेना के एक एफ-16 विमान को मार गिराया था.

यूएस न्यूज ने बुधवार को बताया कि हथियार नियंत्रण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की तत्कालीन अवर विदेश मंत्री एंड्रिया थॉम्पसन ने इस मामले को लेकर बीते अगस्त में पाकिस्तान वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल मुजाहिद अनवर खान को पत्र लिखा था.

रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से बताया गया है कि पत्र में 26 फरवरी के बालाकोट हवाई हमलों के फौरन बाद हुई घटनाओं का प्रत्यक्ष जिक्र नहीं है, हालांकि इसमें फरवरी में कश्मीर में एफ-16 विमान के इस्तेमाल को लेकर अमेरिका की चिंताओं को उठाया गया है.

थॉम्पसन ने अपने पत्र में लिखा, 'हमें आपने यह बताया कि ये विमान राष्ट्रीय रक्षा उद्देश्यों से उड़ाए गए थे, लेकिन अमेरिकी सरकार विमानों को अमेरिकी सरकार के गैर अधिकृत अड्डों तक लाने को एफ-16 समझौते के तहत चिंताजनक और असंगत मानती है.'

हालांकि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय और दूतावास ने इस पत्र पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.

गौरतलब है कि पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह के एक आत्मघाती हमलावर ने इसी वर्ष 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 40 सीआरपीएफ जवानों को मार दिया था.

ये भी पढ़ें-बालाकोट में कैसे बरसे थे बम, वायुसेना ने एयर स्ट्राइक पर जारी किया वीडियो

भारत ने इसके बाद 26 फरवरी को बालाकोट में जेईएम के प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला किया था. इसके अगले दिन पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई में मिग-21 विमान को मार गिराया और उसके पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पकड़ लिया था. हालांकि उन्हें बाद में छोड़ दिया था.

भारतीय वायुसेना ने बताया था कि 27 फरवरी को हवाई युद्ध के दौरान उसके एक मिग-21 विमान ने पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था.

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.WASHINGTON FGN10
US-PAK-F-16
US reprimanded Pakistan for misusing F-16s: Report
By Lalit K Jha
         Washington, Dec 12 (PTI) The US reprimanded Pakistan Air Force chief in August for misusing F-16 fighter jets by undermining their shared security platforms and infrastructures, a media report here has said, months after the Indian Air Force shot down an F-16 jet of Pakistan Air Force during an aerial combat over Kashmir.
         Andrea Thompson, the then-undersecretary of State for Arms Control and International Security Affairs, wrote a letter to Pakistani Air Force Chief Air Chief Marshal Mujahid Anwar Khan in August over the matter, US News reported on Wednesday.
         While the letter written did not directly mention the incidents in the immediate aftermath of the February 26 Balakot airstrikes, US News quoted a source as saying that the communication served as a direct response to America's concerns about the F-16 use over Kashmir in February.
         "While we understand from you that these aircraft movements were done in support of national defense objectives, the US government considers the relocation of aircraft to non-US government authorised bases concerning and inconsistent with the F-16 Letter of Offer and Acceptance," Thompson said in his letter.
          A suicide bomber of Pakistan-based Jaish-e-Mohammed (JeM) terror group killed 40 CRPF personnel in Jammu and Kashmir's Pulwama district on February 14.
         India launched a counter-terror operation against a JeM training camp in Balakot on February 26. The next day, Pakistan Air Force retaliated and downed a MiG-21 in an aerial combat and captured its pilot Wing Commander Abhinanadan Varthaman, who was later released.
          The IAF had said that during the aerial engagement on February 27, one of its MiG-21 Bison shot down a F-16.
          The Indian Air Force on February 28 displayed pieces of the AMRAAM missile, fired by a Pakistani F-16, as evidence to "conclusively" prove that Pakistan deployed US-manufactured F-16 fighter jets during an aerial raid targeting Indian military installations in Kashmir.
         "Such actions could subject sensitive US-technologies to diversion to or access by third parties and could undermine our shared security platforms and infrastructures," warned Thompson, who has now left the government.
         The State Department and the Embassy of Pakistan has refused to comment on the letter.
         According to US News, in her letter, Thompson raised concerns about American access to the bases and the US-made equipment there.
         Thompson said it had been four years since Office of Defense Representative of Pakistan the office that carries out defense cooperation with partner countries had been allowed to perform an assessment of the security vulnerabilities on the Pakistani bases, the news report said. PTI LKJ AKJ


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