बगदाद : अमेरिका ने बगदाद में कुद्स फोर्स के प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी और अबू महदी अल मुहंदीस को हवाई हमले मार गिराया है. मुहंदीस ईरान से जुड़े पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्स का डिप्टी कमांडर था.
पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्स के अधिकारियों ने बताया कि हमले में सुलेमानी के चिथड़े उड़ गए. हालांकि, उन्हें मुहंदीस की लाश नहीं मिली है.
अमेरिका ने यह कार्रवाई बगदाद में अमेरिकी दूतावास पर हुए हमले के बाद की है. यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब एक ओर डोनाल्ड ट्रंप पर महाभियोग का खतरा मंडरा रहा है, तो दूसरी ओर कुछ ही समय में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव भी होने हैं.
ईरान के साथ अमेरिका का तनाव उस समय बढ़ गया था जब मई, 2018 में ट्रंप ने ईरान परमाणु डील से अलग होने का एलान किया था. ईरान के साथ ऐतिहासिक परमाणु डील बराक ओबामा के कार्यकाल में की गई थी. ट्रंप ने अपने फैसले से ईरान को वैश्विक तौर से अलग-थलग करने की कोशिश की थी.
अल मुहंदीस कताएब हिजबुल्ला समूह के संस्थापक थे. अमेरिका ने पिछले सप्ताह इस समूह पर उत्तरी इराक में एक रॉकेट हमला करने का आरोप लगाया था. हमले में एक अमेरिकी कॉन्ट्रैक्टर मारा गया था. कताएब हिजबुल्ला समूह लेबनान के हिजबुल्ला मूवमेंट से अलग है.
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शुक्रवार को ट्रंप फ्लोरिडा के पाम बीच स्थित अपने घर पर आराम फरमा रहे थे, लेकिन अचानक उन्होंने अमेरिकी झंडे के साथ एक ट्वीट किया.
गौरतलब है कि इराक में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जबकि ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामोनी ने अमेरिका से बदला लेने की बात कही है.
डेमोक्रैट्स ने भी ट्रंप की कार्रवाई को लापरवाही भरा बताया है. अमेरिका की इस कार्रवाई से खाड़ी देशों में नया टकराव शुरू होने की आशंका है.
अमेरिका की इस कार्रवाई के बाद शुक्रवार को एशिया के स्टॉक मार्केट में तेल की कीमतों में उछाल देखा गया. सुलेमानी की मौत के ईरान क्या प्रतिक्रिया देगा, इस बात के तत्काल कोई संकेत नहीं मिले हैं. हालांकि, निवेशकों के बीच भू राजनैतिक अनिश्चितता आ गई है.