ETV Bharat / international

तुर्की पर और लगाएंगे प्रतिबंध, कर देंगे उसकी अर्थव्यवस्था बर्बाद : ट्रम्प

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने तुर्की की सीरिया पर सैन्य कार्रवाई को देखते हुए सख्त कदम उठाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि वह तुर्की पर प्रतिबंध लगाएंगे और उसकी अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देंगे.

डोनाल्ड ट्रंप, अमेरिकी राष्ट्रपति.
author img

By

Published : Oct 15, 2019, 10:50 PM IST

Updated : Oct 16, 2019, 6:14 AM IST

वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर पूर्वी सीरिया में तुर्की की सैन्य कार्रवाई का विरोध किया. साथ ही कहा कि यदि तुर्की तबाही की राह पर बढ़ता चला गया तो हम उसकी अर्थव्यवस्था को तेजी से बर्बाद कर देंगे. इसके अलावा उसने इस्पात पर शुल्क बढ़ाने और 100 अरब डॉलर के व्यापार सौदे पर बातचीत बंद करने की बात कही.

ट्रम्प ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने के साथ ही प्रशासन को तुर्की पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार दिया. अमेरिका के सीरिया से अपने सैनिकों को वापस बुलाने के फैसले के बाद अंकारा ने बुधवार को सीमा पर कुर्द लड़ाकों पर हमला किया था. अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने सोमवार को बताया कि ट्रम्प ने तुर्की के अपने समकक्ष रजब तैयब एर्दोआन को फोन करके तत्काल युद्ध विराम की मांग की.

पिछले सप्ताह शुरू हुई तुर्की की कार्रवाई का मकसद कुर्द के नेतृत्व वाली सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एसडीएफ) को सीमा क्षेत्र से खदेड़ना है. तुर्की एसडीएफ को आतंकवादी संगठन मानता है. एसडीएफ इस्लामिक स्टेट समूह को हराने के पांच साल के अभियान में अमेरिका का प्रमुख सहयोगी रहा है.

तुर्की की सरकार क्षेत्र में 'सुरक्षा जोन' बनाना चाहती है, जहां वह अपने देश में रह रहे 20 लाख सीरियाई शरणार्थियों को बसा सके.

ट्रम्प ने एक बयान में कहा, 'यह कार्यकारी आदेश मानवाधिकार के गंभीर हनन, संघर्ष विराम को बाधित करने, विस्थापित लोगों को घर लौटने से रोकने, शरणार्थियों को जबरन वापस उनके देश भेजने या सीरिया में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को खतरा पहुंचाने वालों के खिलाफ अमेरिका को कड़े प्रतिबंध लगाने का अधिकार देगा.'

उन्होंने कहा कि तुर्की की सैन्य कार्रवाई आम नागरिकों को खतरे में डाल रही है और क्षेत्र में शांति, सुरक्षा तथा स्थिरता को खतरा पहुंचा रही है. उन्होंने कहा कि वह तुर्की के अपने समकक्ष को यह पूरी तरह स्पष्ट कर चुके हैं कि उनकी कार्रवाई एक मानवीय संकट पैदा कर रही है और युद्ध अपराध जैसे हालात पैदा कर रही है.

राष्ट्रपति ने कहा, 'अगर तुर्की के नेताओं ने खतरनाक और विनाशकारी मार्ग पर चलना जारी रखा, तो मैं उसकी अर्थव्यवस्था को तेजी से बर्बाद करने को पूरी तरह तैयार हूं.' उन्होंने बताया कि आदेश के तहत कई तरह की पाबंदियां लगाई जा सकती हैं, जैसे आर्थिक पाबंदी, सम्पति की खरीद-ब्रिक्री पर रोक, अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध आदि.

ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका तुर्की से 100 अरब डॉलर के व्यापार सौदे पर बातचीत भी तत्काल बंद कर देगा. इस्पात पर शुल्क भी 50 प्रतिशत बढ़ा दिया जाएगा. अमेरिका राष्ट्रपति ने कहा कि उनका प्रशासन उन लोगों को निशाना बनाने के लिए आर्थिक प्रतिबंधों का आक्रामक रूप से इस्तेमाल करेगा, जो सीरिया में जघन्य कृत्यों में मदद करेंगे.

पढ़ें : अमेरिका ने इराक में हिंसा की निंदा की, सरकार से किया संयम बरतने का अनुरोध

अमेरिकी सेना को वापस बुलाने पर ट्रम्प ने कहा कि आईएस के बचे खुचे आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए दक्षिण सीरिया के टैन्फ गैरीसन में एक छोटा दल रहेगा.

गौरतलब है कि 2016 के राष्ट्रपति चुनाव प्रचार अभियान में ट्रम्प ने सीरिया और अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना को वापस बुलाने का वादा किया था.

वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर पूर्वी सीरिया में तुर्की की सैन्य कार्रवाई का विरोध किया. साथ ही कहा कि यदि तुर्की तबाही की राह पर बढ़ता चला गया तो हम उसकी अर्थव्यवस्था को तेजी से बर्बाद कर देंगे. इसके अलावा उसने इस्पात पर शुल्क बढ़ाने और 100 अरब डॉलर के व्यापार सौदे पर बातचीत बंद करने की बात कही.

ट्रम्प ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने के साथ ही प्रशासन को तुर्की पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार दिया. अमेरिका के सीरिया से अपने सैनिकों को वापस बुलाने के फैसले के बाद अंकारा ने बुधवार को सीमा पर कुर्द लड़ाकों पर हमला किया था. अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने सोमवार को बताया कि ट्रम्प ने तुर्की के अपने समकक्ष रजब तैयब एर्दोआन को फोन करके तत्काल युद्ध विराम की मांग की.

पिछले सप्ताह शुरू हुई तुर्की की कार्रवाई का मकसद कुर्द के नेतृत्व वाली सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एसडीएफ) को सीमा क्षेत्र से खदेड़ना है. तुर्की एसडीएफ को आतंकवादी संगठन मानता है. एसडीएफ इस्लामिक स्टेट समूह को हराने के पांच साल के अभियान में अमेरिका का प्रमुख सहयोगी रहा है.

तुर्की की सरकार क्षेत्र में 'सुरक्षा जोन' बनाना चाहती है, जहां वह अपने देश में रह रहे 20 लाख सीरियाई शरणार्थियों को बसा सके.

ट्रम्प ने एक बयान में कहा, 'यह कार्यकारी आदेश मानवाधिकार के गंभीर हनन, संघर्ष विराम को बाधित करने, विस्थापित लोगों को घर लौटने से रोकने, शरणार्थियों को जबरन वापस उनके देश भेजने या सीरिया में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को खतरा पहुंचाने वालों के खिलाफ अमेरिका को कड़े प्रतिबंध लगाने का अधिकार देगा.'

उन्होंने कहा कि तुर्की की सैन्य कार्रवाई आम नागरिकों को खतरे में डाल रही है और क्षेत्र में शांति, सुरक्षा तथा स्थिरता को खतरा पहुंचा रही है. उन्होंने कहा कि वह तुर्की के अपने समकक्ष को यह पूरी तरह स्पष्ट कर चुके हैं कि उनकी कार्रवाई एक मानवीय संकट पैदा कर रही है और युद्ध अपराध जैसे हालात पैदा कर रही है.

राष्ट्रपति ने कहा, 'अगर तुर्की के नेताओं ने खतरनाक और विनाशकारी मार्ग पर चलना जारी रखा, तो मैं उसकी अर्थव्यवस्था को तेजी से बर्बाद करने को पूरी तरह तैयार हूं.' उन्होंने बताया कि आदेश के तहत कई तरह की पाबंदियां लगाई जा सकती हैं, जैसे आर्थिक पाबंदी, सम्पति की खरीद-ब्रिक्री पर रोक, अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध आदि.

ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका तुर्की से 100 अरब डॉलर के व्यापार सौदे पर बातचीत भी तत्काल बंद कर देगा. इस्पात पर शुल्क भी 50 प्रतिशत बढ़ा दिया जाएगा. अमेरिका राष्ट्रपति ने कहा कि उनका प्रशासन उन लोगों को निशाना बनाने के लिए आर्थिक प्रतिबंधों का आक्रामक रूप से इस्तेमाल करेगा, जो सीरिया में जघन्य कृत्यों में मदद करेंगे.

पढ़ें : अमेरिका ने इराक में हिंसा की निंदा की, सरकार से किया संयम बरतने का अनुरोध

अमेरिकी सेना को वापस बुलाने पर ट्रम्प ने कहा कि आईएस के बचे खुचे आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए दक्षिण सीरिया के टैन्फ गैरीसन में एक छोटा दल रहेगा.

गौरतलब है कि 2016 के राष्ट्रपति चुनाव प्रचार अभियान में ट्रम्प ने सीरिया और अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना को वापस बुलाने का वादा किया था.

ZCZC
PRI ECO GEN INT
.WASHINGTON FGN32
TRUMP-TURKEY-LDALL SANCTIONS
US imposes sanctions on Turkey, ready to 'swiftly destroy' its economy for invading northern Syria
By Lalit K Jha
(Eds: Updating with more inputs)
         Washington, Oct 15 (PTI) The US is ready to "swiftly destroy" Turkey's economy in response to Ankara's military offensive in northern Syria, President Donald Trump has said, as he imposed sanctions on Turkish ministries and senior officials, proposed to raise steel tariffs and end negotiations on a USD 100 billion trade deal.
         Trump also phoned his Turkish counterpart Recep Tayyip Erdogan to demand an immediate truce, US Vice-President Mike Pence said on Monday.
         "President Trump communicated to him very clearly that the United States of America wants Turkey to stop the invasion, implement an immediate cease-fire and to begin to negotiate with Kurdish forces in Syria to bring an end to the violence," Pence said.
         The Turkish offensive, which began last week, aims to push the Kurdish-led Syrian Democratic Forces (SDF) from the border region. Turkey considers the biggest militia in the SDF a terrorist organisation.
         The Turkish government wants to create a "safe zone" in the area, where it can resettle up to two million Syrian refugees currently in Turkey.
         "This (executive) order will enable the US to impose powerful additional sanctions on those who may be involved in serious human rights abuses....," President Trump said in a statement.
         Turkey's military offensive is endangering civilians and threatening peace, security and stability in the region, he said, adding that he has been perfectly clear with his Turkish counterpart that his action is precipitating a humanitarian crisis and setting conditions for possible war crimes.
          "I'm fully prepared to swiftly destroy Turkey's economy if Turkish leaders continue down this dangerous and destructive path," Trump said.
         Republican lawmakers in particular have denounced Trump's decision as a betrayal of the Kurds and a strategic blunder that will weaken American credibility, reverse gains against ISIS, make it harder for the US to build alliances and give a boost to Russia and Iran.
         Dozens of civilians have been killed in the operation so far and at least 160,000 have fled the area, according to the United Nations.
         Trump said he will be issuing the executive order authorising imposition of sanctions against current and former officials of Turkey and those contributing to destabilising Syria.
         The order will authorise a broad range of measures, including financial sanctions, the blocking of property, and barring entry into the US, he said, adding that the US will immediately stop negotiations with Turkey on a USD 100 billion trade deal.
         Steel tariffs will be increased back up to 50 per cent, the level prior to the reduction in May, Trump said.
         He asserted that his administration will aggressively use economic sanctions to target those who enable, facilitate, and finance heinous acts in Syria.
         "Turkey must ensure the safety of civilians, including religious and ethnic minorities, and is now, or may be in the future, responsible for the ongoing detention of ISIS terrorists in the region.          
         "Unfortunately, Turkey does not appear to be mitigating the humanitarian effects of its invasion," he said.
         On pulling back of US troops, Trump said only a small contingent will remain at the Tanf Garrison in southern Syria to disrupt remnants of the ISIS.
         During the 2016 presidential campaign, Trump had promised to bring back US troops from war-torn Syria and Afghanistan.
         The troop withdrawal announcement came after the White House said it would step aside to allow for a Turkish operation President Erdogan has warned could come at any moment.
         "The US and our partners have liberated 100 per cent of ISIS's ruthless territorial caliphate. Turkey must not put these gains in jeopardy," Trump said.
         Turkey must also prioritise the protection of civilians, particularly vulnerable ethnic and religious minorities in northeast Syria, he said.
         "Indiscriminate targeting of civilians, destruction of civilian infrastructure, and targeting of ethnic or religious minorities is unacceptable," Trump said.
         In addition, the return of refugees must be conducted in a safe, voluntary and dignified manner, the US president said.
         The Kurdish administration in northern Syria has announced a deal with the Damascus government on Syrian troop deployment near the border to fend of the Turkish offensive.
         On the decision to withdraw troops, Trump had faced a barrage of criticism from within his own Republican Party, including Senate Majority Leader Mitch McConnell and Senator Lindsey Graham.
         Calling the move "a major blunder", Graham, usually a staunch defender of Trump's foreign policy, said it was "an impulsive decision that has long-term ramifications" and "cuts against sound military and geopolitical advice".
         Utah Senator Mitt Romney, who is one of the few Republicans to criticise the president on other issues, also tweeted that the pullback was a "betrayal" that "says America is an unreliable ally." The move, he said, "facilitates ISIS resurgence" and "presages another humanitarian disaster".
         McConnell warned that "a precipitous withdrawal" would benefit Russia, Iran and Syrian President Bashar al-Assad, and increase the risk that the Islamic State would "regroup".
         Trump said that since his first day in office, the administration has worked tirelessly to preserve the safety and security of the US and its citizens. PTI LKJ ANB
AKJ
10151913
NNNN
Last Updated : Oct 16, 2019, 6:14 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.