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अमेरिकी डाक को धन नहीं दे रहे ट्रंप, बाइडेन ने कहा- नहीं कराना चाहते चुनाव - stop voting via post

डोनाल्ड ट्रंप ने खुलेआम स्वीकार किया है कि वह अमेरिकी डाक सेवा को धन से वंचित रख रहे हैं ताकि बड़े पैमाने पर डाक के जरिए संभावित मतदान को मुश्किल बनाया जा सके. ट्रंप को संदेह है कि इससे चुनाव में उन्हें नुकसान पहुंच सकता है. ट्रंप का यह बयान डेमोक्रेट्स के लिए नया संदेश है कि राष्ट्रपति मतदान के अधिकार को कड़े करने के प्रयास कर रहे हैं.

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Published : Aug 14, 2020, 9:49 PM IST

वॉशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फॉक्स बिजनेस नेटवर्क के साथ एक साक्षात्कार में कोष देने के दो प्रावधानों का जिक्र किया. इनमें डेमोक्रेट्स द्वारा मांगे जाने वाला राहत पैकैज भी शामिल है. उन्होंने कहा कि अतिरिक्त धन के बिना डाक सेवा के पास बड़ी संख्या में मतदाताओं के मतपत्रों को संभालने की क्षमता नहीं होगी. बकौल ट्रंप डाक विभाग के लोग कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मतदान स्थल पर जाने से बचना चाहते हैं. इस पर डेमोक्रेटिक कैंडिडेट बाइडेन ने कहा कि यही असलियत है कि ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव कराना ही नहीं चाहते.

ट्रंप ने प्रस्तोता मारिया बार्टिरोमो से कहा कि अगर हम कोई समझौता नहीं करते हैं तो इसका मतलब है कि उन्हें कोई धन नहीं मिलेगा. इसका तात्पर्य है कि वे ब्रह्मांड भर में डाक के जरिए मतदान नहीं करा सकते वह ऐसा नहीं कर सकते. ट्रंप का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब वह नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन से बढ़त हासिल करने के लिए रणनीति तलाश रहे हैं.

ट्रंप का यह बयान डेमक्रेट्स के लिए नया संदेश है कि राष्ट्रपति मतदान के अधिकार को कड़े करने का प्रयास कर रहे हैं. बाइडेन ने कहा, 'असली ट्रंप. वह चुनाव नहीं चाहते.'

वहीं कोलोराडो की सेक्रेटरी ऑफ स्टेट जेना ग्रिस्वोल्ड ने कहा, यह महामारी के दौरान मतदान के सर्वाधित सुरक्षित तरीके को कमतर करने के लिए मतदाताओं को दबाने और मतदान करने के लिए अमेरिकियों को अपना जीवन जोखिम में डालने के लिए दबाव बनाने के समान है. नए वायरस राहत पैकेज पर बातचीत लगभग समाप्त हो गई है, लेकिन व्हाइट हाउस और कांग्रेस के नेताओं के बीच स्कूलों को फिर से खोलने और कोरोना वायरस को रोकने के लिए एक राष्ट्रीय रणनीति शुरू करने पर कोई सहमति नहीं बन पाई है.

वहीं स्कूलों और वायरस जांच के लिए 100 अरब डॉलर से अधिक राशि पर सहमति के कुछ बिंदू हैं लेकिन डेमोक्रेट अन्य आपातकालीन धन चाहते हैं, जिसे ट्रंप ने खारिज करते हैं. ट्रंप ने अपने साक्षात्कार में कहा वह ऐसे काम के लिए 3.5 अरब डॉलर चाहते हैं, जो छल साबित होगा. वह वास्तव में चुनावी धन है.

गौरतलब है कि पोस्टमास्टर जनरल लुइस डेजोय कह चुके हैं कि एजेंसी आर्थिक रूप से असमर्थ स्थिति में हैं. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि वह इस वर्ष डाक मतदान को संचालित कर सकता है.

वॉशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फॉक्स बिजनेस नेटवर्क के साथ एक साक्षात्कार में कोष देने के दो प्रावधानों का जिक्र किया. इनमें डेमोक्रेट्स द्वारा मांगे जाने वाला राहत पैकैज भी शामिल है. उन्होंने कहा कि अतिरिक्त धन के बिना डाक सेवा के पास बड़ी संख्या में मतदाताओं के मतपत्रों को संभालने की क्षमता नहीं होगी. बकौल ट्रंप डाक विभाग के लोग कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मतदान स्थल पर जाने से बचना चाहते हैं. इस पर डेमोक्रेटिक कैंडिडेट बाइडेन ने कहा कि यही असलियत है कि ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव कराना ही नहीं चाहते.

ट्रंप ने प्रस्तोता मारिया बार्टिरोमो से कहा कि अगर हम कोई समझौता नहीं करते हैं तो इसका मतलब है कि उन्हें कोई धन नहीं मिलेगा. इसका तात्पर्य है कि वे ब्रह्मांड भर में डाक के जरिए मतदान नहीं करा सकते वह ऐसा नहीं कर सकते. ट्रंप का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब वह नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन से बढ़त हासिल करने के लिए रणनीति तलाश रहे हैं.

ट्रंप का यह बयान डेमक्रेट्स के लिए नया संदेश है कि राष्ट्रपति मतदान के अधिकार को कड़े करने का प्रयास कर रहे हैं. बाइडेन ने कहा, 'असली ट्रंप. वह चुनाव नहीं चाहते.'

वहीं कोलोराडो की सेक्रेटरी ऑफ स्टेट जेना ग्रिस्वोल्ड ने कहा, यह महामारी के दौरान मतदान के सर्वाधित सुरक्षित तरीके को कमतर करने के लिए मतदाताओं को दबाने और मतदान करने के लिए अमेरिकियों को अपना जीवन जोखिम में डालने के लिए दबाव बनाने के समान है. नए वायरस राहत पैकेज पर बातचीत लगभग समाप्त हो गई है, लेकिन व्हाइट हाउस और कांग्रेस के नेताओं के बीच स्कूलों को फिर से खोलने और कोरोना वायरस को रोकने के लिए एक राष्ट्रीय रणनीति शुरू करने पर कोई सहमति नहीं बन पाई है.

वहीं स्कूलों और वायरस जांच के लिए 100 अरब डॉलर से अधिक राशि पर सहमति के कुछ बिंदू हैं लेकिन डेमोक्रेट अन्य आपातकालीन धन चाहते हैं, जिसे ट्रंप ने खारिज करते हैं. ट्रंप ने अपने साक्षात्कार में कहा वह ऐसे काम के लिए 3.5 अरब डॉलर चाहते हैं, जो छल साबित होगा. वह वास्तव में चुनावी धन है.

गौरतलब है कि पोस्टमास्टर जनरल लुइस डेजोय कह चुके हैं कि एजेंसी आर्थिक रूप से असमर्थ स्थिति में हैं. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि वह इस वर्ष डाक मतदान को संचालित कर सकता है.

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