ETV Bharat / international

विदेशी नेताओं के साथ राष्ट्रपति की फोन पर होने वाली बातचीत सुनने पर रोक लगाएंगे ट्रंप

पिछले साल जुलाई में अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ फोन पर बातचीत की थी, जिसके बाद ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू हुई थी. बता दें कि राष्ट्रपति की विदेशी नेताओं के साथ फोन पर होने वाली बात प्रशासनिक अधिकारियों को सुनने की इजाजत होती है. इसको लेकर ट्रंप ने कहा कि वह इस परंपरा को पूरी तरह से खत्म कर सकते हैं. पढ़ें पूरी खबर...

phone calls of president
फाइल फोटो (अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप)
author img

By

Published : Feb 14, 2020, 12:57 PM IST

Updated : Mar 1, 2020, 7:52 AM IST

वाशिंगटन : राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह उस चलन पर रोक लगा सकते हैं, जिसमें राष्ट्रपति की विदेशी नेताओं के साथ फोन पर होने वाली बातचीत प्रशासनिक अधिकारियों को सुनने की इजाजत होती है.

दरअसल जुलाई में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ फोन पर बातचीत के बाद ही ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू हुई थी.

उनकी यूक्रेन के राष्ट्रपति से पिछले वर्ष 25 जुलाई को हुई बातचीत विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और व्हाइट हाउस के कर्मचारियों ने सुनी थी.

ट्रंप ने एक साक्षात्कार में कहा, 'मैं उस परंपरा को पूरी तरह से खत्म कर सकता हूं.' यह साक्षात्कार गुरुवार को प्रसारित हुआ.

अपने खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही के बारे में ट्रंप ने कहा, 'मेरे खिलाफ बिना किसी वजह के महाभियोग चलाया गया, यह पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण था.'

किसी भी प्रशासन में यह परंपरा होती है कि वेस्ट विंग बेसमेंट में एक सुरक्षित तथा साउंडप्रूफ सिच्वेशन रूम में कर्मचारी राष्ट्रपति की बातचीत को लिपिबद्ध करते हैं. इसके बाद राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के अधिकारी कॉल संबंधी पत्रक तैयार करते हैं और यह एक आधिकारिक रिकॉर्ड बन जाता है.

ट्रंप से पहले ये अमेरिकी राष्ट्रपति भी कर चुके हैं महाभियोग का सामना

ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने कहा है कि राष्ट्रपति चाहे तो वह ऐसा कर सकते हैं कि उनका फोन कॉल कोई अन्य न सुनें.

वाशिंगटन : राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह उस चलन पर रोक लगा सकते हैं, जिसमें राष्ट्रपति की विदेशी नेताओं के साथ फोन पर होने वाली बातचीत प्रशासनिक अधिकारियों को सुनने की इजाजत होती है.

दरअसल जुलाई में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ फोन पर बातचीत के बाद ही ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू हुई थी.

उनकी यूक्रेन के राष्ट्रपति से पिछले वर्ष 25 जुलाई को हुई बातचीत विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और व्हाइट हाउस के कर्मचारियों ने सुनी थी.

ट्रंप ने एक साक्षात्कार में कहा, 'मैं उस परंपरा को पूरी तरह से खत्म कर सकता हूं.' यह साक्षात्कार गुरुवार को प्रसारित हुआ.

अपने खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही के बारे में ट्रंप ने कहा, 'मेरे खिलाफ बिना किसी वजह के महाभियोग चलाया गया, यह पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण था.'

किसी भी प्रशासन में यह परंपरा होती है कि वेस्ट विंग बेसमेंट में एक सुरक्षित तथा साउंडप्रूफ सिच्वेशन रूम में कर्मचारी राष्ट्रपति की बातचीत को लिपिबद्ध करते हैं. इसके बाद राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के अधिकारी कॉल संबंधी पत्रक तैयार करते हैं और यह एक आधिकारिक रिकॉर्ड बन जाता है.

ट्रंप से पहले ये अमेरिकी राष्ट्रपति भी कर चुके हैं महाभियोग का सामना

ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने कहा है कि राष्ट्रपति चाहे तो वह ऐसा कर सकते हैं कि उनका फोन कॉल कोई अन्य न सुनें.

Last Updated : Mar 1, 2020, 7:52 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.