वॉशिंगटनः एक अमेरिकी अखबार के रिपोर्ट के मुताबिक, वर्तमान और पूर्व सरकारी अधिकारियों ने रूस के पावर ग्रिड और अन्य टार्गेट्स के अंदर अमेरिकी कंप्यूटर कोड को तैनात किया है. रिपोर्ट में यह लिखा था कि अमेरिका रूस की इलेक्ट्रॉनिक पावर ग्रिड में डिजिटल घुसपैठ को बढ़ा रहा है.
समाचार पत्र की खबरों के अनुसार, यह कार्यवाही आंशिक रूप से एक चेतावनी है, लेकिन अमेरिका-रूस के बीच किसी बडे संघर्ष की हालत में अमेरिका साइबर हमले करने के लिए भी तैयार है.
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक प्रतिष्ठित अखबार पर देशद्रोह का आरोप लगाते हुए कहा, 'क्या आप मानते हैं कि विफल हो रहे न्यूयॉर्क टाइम्स ने सिर्फ एक कहानी बताई है कि संयुक्त राज्य अमेरिका रूस पर साइबर हमलों में काफी बढ़ोतरी कर रहा है.'
उन्होंने लिखा, यह एक बार किसी महान पेपर द्वारा देशद्रोह का काम है, जो किसी भी कहानी के लिए बेताब है. किसी भी कहानी के लिए, भले ही हमारे देश का इससे बुरा हो.
ट्रंप ने कहा, यह भी सही नहीं है! आज हमारा भ्रष्ट मीडिया कुछ भी कर रहा है. वे परिणाम के बारे में बिना सोचे समझे कुछ भी करते हैं, कुछ भी छापते हैं. बिना शक के ये सच्चे कायर हैं, जनता के दुश्मन भी.
आपको बता दें टाइम्स की यह रिपोर्ट अमेरिका के विशेष वकील रॉबर्ट मुलर द्वारा रूस की इंटरनेट रिसर्च एजेंसी द्वारा सोशल मीडिया हेरफेर के बाद ट्रम्प के चुनाव अभियान को लाभ पहुंचाने के बाद आई है.
मुलर ने 2016 के मतदान से पहले ट्रंप अभियान और रूस के बीच संपर्कों की एक संख्या को विस्तृत किया था.
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ट्रंप ने दावा किया कि रिपोर्ट ने उन्हें गलत तरीके से पेश किया.
न्याय के सवाल पर रिपोर्ट ने कोई भी निष्कर्ष नहीं निकाला कि ट्रंप ने अपराध किया है.
अपनी शनिवार की रिपोर्ट में टाइम्स ने ट्रंप के बारे में कोई टिप्पणी करने में संकोच जताया, जो कि रूस के खिलाफ ऑपरेशन था.
टाइम्स ने संभावना जताई कि ट्रंप इसका प्रतिवाद कर सकता है या विदेशी अधिकारियों के साथ चर्चा कर सकते हैं.
टाइम्स ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि उन्हें अपने अखबार के लिए डिजिटल अव्यवस्थाओं पर रिपोर्टिंग करने में भी सुरक्षा की कोई चिंता नहीं थी.
न्यूयॉर्क टाइम्स, वाशिंगटन पोस्ट और अन्य प्रकाशनों ने ट्रम्प और उनके प्रशासन में कई जांच रिपोर्ट जारी की हैं, जिनमें कांग्रेस की समीतियां जांच कर रही हैं.
टाइम्स के प्रकाशक ए.जी. सुलजबर्गर ने कहा कि ट्रंप ने प्रेस पर जो हमले किए थे, वे लापरवाह और खतरनाक थे, जो कि पत्रकारों के खिलाफ हिंसा को प्रोत्साहित करने की धमकी दे रहे थे.
एक बयान में कहा गया कि अमेरिका के संस्थापक मानते थे कि लोकतंत्र के लिए एक स्वतंत्र प्रेस आवश्यक था. क्योंकि यह एक सूचित नागरिकता की नींव है.