ETV Bharat / international

छह रूसी खुफिया अधिकारियों पर बड़े पैमाने पर हैकिंग के आरोप - रूसी खुफिया अधिकारियों

अमेरिकी न्याय विभाग ने छह रूसी खुफिया अधिकारियों पर बड़े पैमाने पर हैकिंग के आरोप लगाए हैं. विभाग का कहना है कि क्रेमलिन की इसी इकाई ने 2016 के अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप किया था.

six Russian intelligence officers
छह रूसी सैन्य अधिकारियों पर हैकिंग के आरोप
author img

By

Published : Oct 20, 2020, 1:38 PM IST

वॉशिंगटन : अमेरिकी न्याय विभाग ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति चुनाव, दक्षिण कोरिया के शीतकालीन ओलंपिक और अमेरिकी व्यवसायों को निशाना बनाने वाले वैश्विक साइबर हमले के सिलसिले में रूसी खुफिया अधिकारियों के खिलाफ सोमवार को आरोपों की घोषणा की.

विभाग ने आरोप लगाया कि क्रेमलिन की इसी इकाई ने 2016 के अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप किया था.

अभियोग में छह प्रतिवादियों पर आरोप लगाए गए हैं. यह सभी जीआरयू के रूप में जाने जाने वाले रूसी सैन्य खुफिया एजेंसी के वर्तमान और पूर्व अधिकारी बताए जा रहे हैं. अभियोजन पक्ष का कहना है कि यह हैकिंग रूस के भू-राजनीतिक हितों को आगे बढ़ाने और कथित दुश्मनों को अस्थिर करने या दंडित करने के मकसद से की गई थी.

इन हमलों की वजह से अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है और पेंसिल्वेनिया में स्वास्थ्य देखभाल, यूक्रेन में एक पावर ग्रिड और फ्रांसीसी चुनाव समेत जन-जीवन के एक बड़े हिस्से को बाधित किया था.

पढ़ें - क्या यह बहस ट्रंप के लिए खुद को बचाने का आखिरी मौका है?

पेंसिल्वेनिया के पश्चिमी जिले के लिए अमेरिकी अटॉर्नी स्कॉट ब्रैडी ने कहा, 'यह हमले सबसे विनाशकारी, अब तक के सबसे भयंकर साइबर हमलों में शामिल हैं.'

वॉशिंगटन : अमेरिकी न्याय विभाग ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति चुनाव, दक्षिण कोरिया के शीतकालीन ओलंपिक और अमेरिकी व्यवसायों को निशाना बनाने वाले वैश्विक साइबर हमले के सिलसिले में रूसी खुफिया अधिकारियों के खिलाफ सोमवार को आरोपों की घोषणा की.

विभाग ने आरोप लगाया कि क्रेमलिन की इसी इकाई ने 2016 के अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप किया था.

अभियोग में छह प्रतिवादियों पर आरोप लगाए गए हैं. यह सभी जीआरयू के रूप में जाने जाने वाले रूसी सैन्य खुफिया एजेंसी के वर्तमान और पूर्व अधिकारी बताए जा रहे हैं. अभियोजन पक्ष का कहना है कि यह हैकिंग रूस के भू-राजनीतिक हितों को आगे बढ़ाने और कथित दुश्मनों को अस्थिर करने या दंडित करने के मकसद से की गई थी.

इन हमलों की वजह से अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है और पेंसिल्वेनिया में स्वास्थ्य देखभाल, यूक्रेन में एक पावर ग्रिड और फ्रांसीसी चुनाव समेत जन-जीवन के एक बड़े हिस्से को बाधित किया था.

पढ़ें - क्या यह बहस ट्रंप के लिए खुद को बचाने का आखिरी मौका है?

पेंसिल्वेनिया के पश्चिमी जिले के लिए अमेरिकी अटॉर्नी स्कॉट ब्रैडी ने कहा, 'यह हमले सबसे विनाशकारी, अब तक के सबसे भयंकर साइबर हमलों में शामिल हैं.'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.